भारत में उड़ान भरेंगी एयर टैक्सी: सरला एविएशन ने पेश किया प्रोटोटाइप 'शून्य', 2028 तक बेंगलुरु से शुरू होगी सेवा
स्टार्टअप महाकुंभ में दिखी झलक, मारुति सुजुकी, महिंद्रा और चेन्नई की विनाटा भी रेस में, अगले साल से शुरू हो सकती हैं परीक्षण उड़ानें
Apr 4, 2025, 20:07 IST
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भारत में अब सड़कों पर ही नहीं, आसमान में भी यातायात का नया युग शुरू होने वाला है। एयरोस्पेस स्टार्टअप सरला एविएशन ने आज (3 अप्रैल, 2025) स्टार्टअप महाकुंभ में अपनी प्रोटोटाइप एयर टैक्सी 'शून्य' का अनावरण किया, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि भारत भी अब फ्लाइंग टैक्सी की दौड़ में शामिल हो गया है।READ ALSO:-नोएडा में दिल दहला देने वाली घटना, शक की आग में झुलसी पत्नी, पति ने पहले चाकू से रेता गला, फिर हथौड़े से कुचला सिर
सरला एविएशन की 'शून्य':
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यह एयर टैक्सी एक बार में 160 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है, हालांकि कंपनी का कहना है कि इसे मुख्य रूप से 20-30 किलोमीटर की छोटी यात्राओं के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
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'शून्य' 250 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार से उड़ान भरने में सक्षम होगी और केवल 20 मिनट की चार्जिंग में एक ट्रिप के लिए तैयार हो जाएगी।
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कंपनी का दावा है कि यह फ्लाइंग टैक्सी भीड़भाड़ वाले शहरी क्षेत्रों में यात्रा के समय को काफी कम कर देगी।
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इसमें पायलट सहित कुल 7 लोग बैठ सकेंगे।
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सरला एविएशन ने इस प्रोटोटाइप को पहली बार जनवरी में हुए भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो में प्रदर्शित किया था।
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कंपनी के सह-संस्थापक शिवम चौहान ने बताया कि वे 2028 तक बेंगलुरु से फ्लाइंग टैक्सी सर्विस की शुरुआत करेंगे। इसके बाद मुंबई, दिल्ली, नोएडा और पुणे जैसे शहरों में भी इस सेवा का विस्तार किया जाएगा।
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'शून्य' में एक ट्रिप की अनुमानित लागत ओला और उबर जैसी प्रीमियम टैक्सी सेवाओं के बराबर होगी।
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यात्री परिवहन के साथ-साथ, कंपनी ने शहरी क्षेत्रों में आपातकालीन चिकित्सा जरूरतों को पूरा करने के लिए मुफ्त एयर एम्बुलेंस सेवा शुरू करने की भी घोषणा की है।
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बेंगलुरु स्थित इस प्लेटफॉर्म का नाम भारत की पहली महिला पायलट सरला ठुकराल के सम्मान में रखा गया है। इसकी स्थापना अक्टूबर 2023 में एड्रियन श्मिट, राकेश गांवकर और शिवम चौहान ने की थी।
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'शून्य' को एयर टैक्सी सर्विस के लिए डिज़ाइन किया गया है और यह अधिकतम 680 किलोग्राम का भार ले जा सकती है।
मारुति सुजुकी की फ्लाइंग कार:
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मारुति सुजुकी ने भी भारत ग्लोबल मोबिलिटी एक्सपो-2025 में अपनी फ्लाइंग कार का प्रोटोटाइप मॉडल पेश किया था।
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कंपनी अपनी मूल कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन (SMC) के साथ मिलकर यह फ्लाइंग इलेक्ट्रिक कार बना रही है।
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इसके लिए कंपनी ने जापानी स्टार्टअप स्काईड्राइव के साथ साझेदारी की है।
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इसका उपयोग शहरी क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी सर्विस के तौर पर किया जा सकेगा।
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कंपनी भारत में इसकी मैन्युफैक्चरिंग पर विचार कर रही है, जिससे इसकी लागत कम हो सकती है।
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स्काईड्राइव द्वारा इस फ्लाइंग कार को जापान में 2025 ओसाका एक्सपो में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है। यह 12 मोटर और रोटर यूनिट से लैस होगी।
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शुरुआत में तीन-यात्री एडिशन की रेंज 15 किलोमीटर होगी, जिसे 2029 तक 30 किलोमीटर और 2031 तक 40 किलोमीटर तक बढ़ाने की संभावना है।
भारत में अन्य कंपनियां भी कर रही हैं काम:
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महिंद्रा: ऑटोमोबाइल कंपनी महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने हाल ही में घोषणा की थी कि भारत को अपनी पहली इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी अगले साल (2026) तक मिल जाएगी। उन्होंने एक प्रोटोटाइप मॉडल की तस्वीरें भी साझा की हैं। इस एयर टैक्सी को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT) मद्रास की इनिशिएटिव कंपनी ईप्लेन (ePlane) में तैयार किया जा रहा है। यह टू-सीटर एयरक्राफ्ट जैसी होगी और इसकी अधिकतम रेंज 200 किलोमीटर होगी। यह 160 किलोमीटर प्रति घंटे की क्रूजिंग स्पीड के साथ 200 किलोमीटर प्रति घंटे की औसत गति से उड़ान भरेगी।
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विनाटा एयरोमोबिलिटी: चेन्नई स्थित यह कंपनी हाइब्रिड फ्लाइंग कार बना रही है, जो बिना रनवे के घर की छत से भी उड़ान भर सकेगी। कंपनी ने पहली बार इस कार का मॉडल नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को दिखाया था। यह हाइब्रिड फ्लाइंग कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की शीर्ष गति से 60 मिनट तक उड़ान भर सकती है और जमीन से 3,000 फीट की ऊंचाई तक उड़ सकती है। दो सीटों वाली इस कार का वजन 1100 किलोग्राम है और यह अधिकतम 1300 किलोग्राम वजन के साथ टेक ऑफ कर सकती है। कंपनी का दावा है कि इसकी रेंज 100 किलोमीटर तक है।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी हो रहा है विकास:
चीन की कंपनी XPeng और हुंडई की एडवांस्ड एयर मोबिलिटी कंपनी सुपरनल ने भी अपनी फ्लाइंग कार CES 2024 में प्रदर्शित की थीं। इसके अलावा पाल-वी लिबर्टी और नेक्स्ट फ्यूचर आस्का भी इस दिशा में काम कर रही हैं। XPeng एयरो HT की फ्लाइंग कार का बड़े पैमाने पर उत्पादन 2025 में शुरू होने की उम्मीद है। वहीं, हुंडई की इलेक्ट्रिक फ्लाइंग टैक्सी 2028 तक आने की संभावना है।
भारत में एयर टैक्सी के लिए नियम:
फिलहाल, भारत सरकार ने एयर टैक्सी के संचालन को लेकर कोई विशिष्ट नियम या रोडमैप तैयार नहीं किया है। हालांकि, इस क्षेत्र में हो रहे विकास को देखते हुए भविष्य में सरकार द्वारा इसके लिए नियम और दिशानिर्देश जारी किए जा सकते हैं।
यह स्पष्ट है कि भारत में एयर टैक्सी का भविष्य उज्जवल है और आने वाले वर्षों में शहरी परिवहन के परिदृश्य में एक बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है।
