मॉडल से साध्वी बनीं हर्षा रिछारिया करेंगी 'सनातन पदयात्रा' की अगुवाई, मथुरा से संभल तक 175 किमी की यात्रा
8 दिवसीय पदयात्रा 21 अप्रैल को संभल में होगी समाप्त, 175 किमी की यात्रा का उद्देश्य युवाओं को सनातन धर्म से जोड़ना, हजारों लोगों के शामिल होने का अनुमान।
Apr 14, 2025, 01:05 IST
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(मथुरा/संभल): मॉडलिंग जगत से निकलकर सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार में सक्रिय हुईं हर्षा रिछारिया एक बार फिर चर्चा में हैं। प्रयागराज महाकुंभ से सुर्खियां बटोरने वाली साध्वी हर्षा ने अब युवाओं को सनातन संस्कृति और धर्म से जोड़ने का संकल्प लिया है। इसी उद्देश्य से वह कल, यानी सोमवार 14 अप्रैल, 2025 से एक विशाल 8-दिवसीय पदयात्रा का शुभारंभ करने जा रही हैं।READ ALSO:-मुजफ्फरनगर में तालिबानी हरकत: हिंदू सहकर्मी संग बाइक पर जा रही मुस्लिम युवती से बदसलूकी, मारपीट का वीडियो वायरल, 6 दबोचे गए
'सनातन युवा जोड़ो पदयात्रा' का पूरा विवरण:
हर्षा रिछारिया ने अपनी इस यात्रा को 'सनातन युवा जोड़ो पदयात्रा' नाम दिया है। यह यात्रा कल (सोमवार, 14 अप्रैल) सुबह 8:30 बजे तीर्थ नगरी वृंदावन (मथुरा) स्थित अटला चुंगी के श्री राम मंदिर से प्रारंभ होगी। यह पदयात्रा अलीगढ़ के रास्ते होते हुए 8 दिनों में लगभग 175 किलोमीटर की दूरी तय करेगी और 21 अप्रैल को संभल में इसका समापन होगा। हर्षा रिछारिया का मानना है कि संभल वह स्थान है जहाँ भविष्य में कल्कि अवतार होगा, इसी मान्यता के चलते यात्रा का समापन स्थल संभل चुना गया है।
यात्रा का उद्देश्य और हर्षा का संदेश:
इस पदयात्रा के आयोजन का मुख्य उद्देश्य युवाओं में सनातन धर्म के प्रति जागरूकता लाना और उन्हें सही मार्ग दिखाना है। TV9 भारतवर्ष के साथ एक खास बातचीत में हर्षा ने कहा कि वह युवाओं को जाग्रत कर सनातन के रास्ते पर लाना चाहती हैं। उन्होंने बंगाल में हो रहे कथित हिंदू पलायन की ओर इशारा करते हुए इसे एक बड़ा उदाहरण बताया और कहा कि यदि हम अभी भी जागरूक और एकजुट नहीं हुए तो ऐसी स्थिति कहीं भी उत्पन्न हो सकती है। उन्होंने युवाओं से सनातन के प्रति अपनी सोच बदलने और संगठित होने का आग्रह किया है। जब उनसे वक्फ बोर्ड के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने केवल "हर-हर महादेव" कहकर प्रतिक्रिया दी।
संतों और युवाओं की भागीदारी की उम्मीद:
इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में लोगों, विशेषकर युवाओं के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। अनुमान है कि हजारों लोग इस यात्रा का हिस्सा बनेंगे। इसके साथ ही कई संतों और विभिन्न हिंदू संगठनों के भी इस पदयात्रा में शामिल होने की उम्मीद है। हर्षा रिछारिया ने सभी धर्मप्रेमी जनता से बड़ी संख्या में इस यात्रा से जुड़ने का आह्वान किया है। यह यात्रा ब्रज क्षेत्र से पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक सनातन चेतना का संदेश फैलाने का एक प्रयास मानी जा रही है।
