मेरठ: कस्तूरबा गांधी विद्यालय से लापता तीनों छात्राएं सकुशल बरामद, लापरवाही पर गिरी गाज

 वार्डन और शिक्षिका बर्खास्त, शिक्षा अधिकारी निलंबित; मोबाइल पर डांट से नाराज होकर भागी थीं छात्राएं
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KASTURBA
कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय (केजीबीवी), भूनी से लापता हुई तीनों छात्राओं को शुक्रवार रात सकुशल बरामद कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि एक छात्रा को सरधना थाना क्षेत्र में उसके ताऊ के घर से बरामद किया गया, जबकि अन्य दो छात्राओं को उनके अपने घरों से बरामद किया गया।READ ALSO:-बेरोजगारी की पीड़ा से टूटे युवक ने LinkedIn पर लिखा ‘मौत का संदेश', तीन साल से नौकरी की तलाश में भटकने का दर्द छलका

 

कार्रवाई:
इस घटना में लापरवाही बरतने के आरोप में विद्यालय प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई की है। विद्यालय की प्रभारी वार्डन रीना और पूर्णकालिक शिक्षिका बिंदिया को तत्काल प्रभाव से उनकी सेवाओं से बर्खास्त कर दिया गया है। इसके अतिरिक्त, खंड शिक्षा अधिकारी सरूरपुर अजय कुमार को उनके पद से हटा दिया गया है। जिला समन्वयक बालिका शिक्षा नेमपाल सिंह और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी को कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है। विद्यालय की सुरक्षा में तैनात दो महिला होमगार्ड को भी हटा दिया गया है और उनकी भूमिका की जांच के आदेश दिए गए हैं।

 

घटनाक्रम:
भूनी गांव स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में कुल 100 छात्राएं पढ़ती हैं। ईद की छुट्टियों के कारण 57 छात्राएं अपने घर गई हुई थीं, जबकि 43 छात्राएं विद्यालय में ही मौजूद थीं। गुरुवार को इनमें से तीन छात्राएं अचानक लापता हो गईं। हैरानी की बात यह है कि विद्यालय के कर्मचारियों ने इस घटना की जानकारी किसी को नहीं दी और आंतरिक स्तर पर ही छात्राओं की तलाश करते रहे।

 

बाद में, हॉस्टल की वार्डन रीना ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) आशा चौधरी को इस मामले की सूचना दी। बीएसए मौके पर पहुंचीं, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सूचित नहीं किया। जब छात्राओं के परिजनों ने फोन करके उनकी कुशलता के बारे में पूछा तो वे चिंतित होकर रात में विद्यालय पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी।

 

इसके बाद सरूरपुर थाने के प्रभारी अजय शुक्ला, मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) नूपुर गोयल और अपर जिलाधिकारी (एडीएम) प्रशासन बलराम तुरंत आवासीय विद्यालय पहुंचे। मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी (डीएम) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और जांच के आदेश दिए।

 

वार्डन रीना की शिकायत पर सरूरपुर थाने में तीनों छात्राओं के लापता होने का मुकदमा दर्ज किया गया। एसएसपी ने छात्राओं की तलाश के लिए 20 पुलिसकर्मियों की पांच टीमें गठित कीं।

 

जांच:
पुलिस की जांच में सामने आया कि लापता छात्राओं की एक सहेली हर्रा गांव में रहती है और उनकी बातचीत सहेली के भाई सुहेल से होती थी। पुलिस ने सुहेल से पूछताछ की, लेकिन छात्राओं के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई। इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस की मदद से छात्राओं की लोकेशन ट्रेस करना शुरू किया और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। देर शाम तक दो छात्राओं की लोकेशन हापुड़ अड्डे तक मिली। सीसीटीवी फुटेज में दोनों छात्राएं हापुड़ अड्डे के पास रात दस बजे दिखाई दीं और वहां से गढ़ रोड होते हुए मेडिकल कॉलेज की तरफ जाती हुई दिखीं। तीसरी छात्रा की लोकेशन सरधना थाना क्षेत्र में उसके ताऊ के घर पर मिली, जिसके बाद पुलिस ने उसे बरामद कर लिया। शुक्रवार देर रात पुलिस ने अन्य दो छात्राओं को भी उनके घरों से बरामद कर लिया।

 

पूछताछ में छात्राओं ने बताया कि विद्यालय से निकलने के बाद वे भूनी चौराहे पर पहुंचीं। वहां उन्होंने स्कूटी पर जा रहे एक युवक को रोककर उससे अपने घर पर फोन करने की गुजारिश की। युवक ने अपने मोबाइल से उनकी बात कराई। एक छात्रा ने युवक के मोबाइल से मेडिकल थाना क्षेत्र में रहने वाले अपने एक परिचित को फोन किया। इसके बाद छात्राएं पैदल ही सरधना पहुंचीं और वहां से बस में बैठकर सरधना फ्लाईओवर पर उतर गईं। यहां से ई-रिक्शा में बैठकर वे रात दस बजे हापुड़ अड्डे पहुंचीं। वहां से पैदल ही मेडिकल थाना क्षेत्र में अपने एक परिचित के घर चली गईं, जहां उन्होंने रात बिताई। सुबह मामला खुलने पर उनके परिचित ने सभी छात्राओं को उनके घर पहुंचा दिया।

 

पुलिस ने छात्राओं से फोन पर बात करने वाले सात युवकों को हिरासत में लिया है, जिनमें से चार मेडिकल थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं।

 

लापता होने का कारण:
पूछताछ में छात्राओं ने बताया कि मोबाइल पकड़े जाने पर वार्डन ने उन्हें डांट दिया था, जिससे नाराज होकर वे विद्यालय के पीछे के रास्ते से बाहर निकल गईं थीं।

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अन्य आरोप:
यह भी सामने आया है कि ईद के दिन भी कस्तूरबा विद्यालय की कई छात्राएं हर्रा खिवाई के एक मुस्लिम परिवार में दावत खाने के लिए गई थीं और यह भी आरोप लगाया जा रहा है कि वार्डन भी उनके साथ थीं। एक जांच कमेटी इन आरोपों की भी जांच कर रही है।

 

विरोध:
छात्राओं के लापता होने के मामले में विद्यालय के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं और व्यापारी नेता शैंकी वर्मा आदि ने विद्यालय परिसर में जमकर हंगामा किया और विद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए।

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अधिकारियों का बयान:
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि तीनों छात्राओं को सकुशल बरामद कर लिया गया है और पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है। सीडीओ नूपुर गोयल ने बताया कि पूरे घटनाक्रम में प्रभारी वार्डन रीना देवी और शिक्षिका बिंदिया की लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आई है, जिसके चलते उनकी सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। उन्होंने यह भी बताया कि बीएसए द्वारा देरी से सूचना देने के मामले में उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है और स्पष्टीकरण मिलने के बाद शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। उन्होंने माना कि यदि लापता होने के तुरंत बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सूचना दे दी जाती तो छात्राओं को और जल्दी बरामद किया जा सकता था।
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