उत्तर प्रदेश के हर जिले से दिल्ली के लिए शुरू हुई बस सेवा, मुख्यमंत्री ने 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाई, 10% ज्यादा किराया; स्टॉपेज भी कम होंगे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यात्रियों के अधिकार और उनके भरोसे को बनाए रखना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने 93 नई राजधानी सेवा और 7 साधारण बीएस-6 बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
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उत्तर प्रदेश बस सेवा की स्थापना के 50 साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 75 जिलों को राजधानी दिल्ली से जोड़ा। उत्तर प्रदेश के यात्रियों के लिए 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाई। इनमें 93 बसें राजधानी एक्सप्रेस हैं जो उत्तर प्रदेश के 75 जिलों से दिल्ली के लिए चलेंगी।READ ALSO:-UP : शराब की तरह हो रहा दवाओं का इस्तेमाल, अब सरकार ऐसे करेगी बैन..

 

7 साधारण बसें हैं जो उत्तर प्रदेश के अंदर चलेंगी। दिल्ली से दूर के जिलों के लिए 2-2 बसें चलेंगी। मांग के मुताबिक इन बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। राजधानी एक्सप्रेस बसों का किराया सामान्य से 10 फीसदी ज्यादा होगा। वह कम स्टॉपेज लेंगी।

 CM योगी ने कहा, सड़क सुरक्षा के नियमों के प्रति जागरूकता की जरूरत है। इससे हादसों को रोका जा सकता है।

देश की सबसे बड़ी जनसेवा उत्तर प्रदेश परिवहन : मुख्यमंत्री योगी 
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "परिवहन निगम के स्थापना दिवस पर यात्रियों की सुविधा के लिए 100 बसें रवाना की गईं। उत्तर प्रदेश में आजादी के कुछ महीने पहले राज्य परिवहन निगम की सेवा शुरू हुई थी। इसके बाद 1 जून 1972 को राज्य परिवहन निगम की सेवा शुरू हुई थी।" उत्तर प्रदेश परिवहन निगम बदला और बना देश की सबसे बड़ी जनसेवा उत्तर प्रदेश राज्य पथ परिवहन निगम 50 वर्षों से लगातार सार्वजनिक परिवहन के रूप में लोगों को सुगम और सुरक्षित यात्रा उपलब्ध करा रहा है।

 परिवहन मंत्री दयाशंकर शंकर सिंह ने बताया कि आज निगम की आय प्रतिदिन 18 से 21 करोड़ के ऊपर तक पहुंच गई है।

मुख्यमंत्री ने सड़क हादसों पर चिंता जताई
उत्तर प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों पर मुख्यमंत्री योगी ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा, जितनी मौतें कोरोना में तीन साल में नहीं हुईं, उससे ज्यादा मौतें एक साल में सड़क हादसों में हुईं। यह हमारे लिए एक चेतावनी है और चिंता का विषय भी होना चाहिए। व्यापक जागरूकता की आवश्यकता है। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन कर हम असंख्य लोगों की जान बचा सकते हैं।

 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, निजी ऑपरेटरों को भी अपने साथ जोड़ें, ताकि अधिक से अधिक संख्या में सार्वजनिक परिवहन के यात्रियों को लाभ मिल सके। इलेक्ट्रिक बस सेवाओं की मांग लगातार बढ़ रही है। ज्यादा से ज्यादा ये बसें चलाई जाएंगी। अत्याधुनिक बस स्टेशन बनाए जाएंगे और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।

 

परिवहन मंत्री दयाशंकर शंकर सिंह ने कहा, "परिवहन विभाग ने 50 साल पूरे कर लिए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले वर्षों में विभाग को बढ़ावा देने के लिए काफी काम किया गया है। उन्होंने वित्तीय सहायता दी, ताकि यूपी में 2000 बसें चल सकें।" मुख्यमंत्री के सहयोग से पहली बार परिवहन फायदे का सौदा हुआ है।पहले जहां रोजाना 12 से 13 करोड़ की आमदनी होती थी, अब वह आमदनी 18 से 21 करोड़ से ऊपर पहुंच गई है।'

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किराया 10 फीसदी ज्यादा होगा
राजधानी बस सेवा का किराया सामान्य बसों से 10 फीसदी अधिक होगा। समय पर दिल्ली पहुंचने के कारण इन बसों का ठहराव बहुत कम होगा। यह अन्य बसों से तेज चलेगी। ऐसे में यह कम समय में दिल्ली पहुंच जाएंगी।

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लखनऊ के बाद दिल्ली से जुड़े सभी शहर
प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों से लखनऊ के लिए पहली बस सेवा शुरू की गई। अब यह सेवा दिल्ली के लिए शुरू की गई है। 2 जून को योगी आदित्यनाथ इन बसों को मुख्यमंत्री आवास से हरी झंडी दिखाने वाले थे। लेकिन किसी कारणवश कार्यक्रम एक दिन के लिए स्थगित कर दिया गया। परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने कहा कि यह योजना सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट्स में से एक है। लोगों को आसान और सस्ती परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
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