पेट्रोल-डीजल के दामों में नहीं होगी बढ़ोतरी, सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये की वृद्धि का किया ऐलान
पेट्रोलियम मंत्रालय का स्पष्टीकरण, उत्पाद शुल्क बढ़ने के बावजूद खुदरा कीमतों पर नहीं पड़ेगा कोई असर, जानें वर्तमान कीमतें और एक्साइज ड्यूटी का इतिहास
Apr 7, 2025, 19:13 IST
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पेट्रोल और डीजल के दामों में संभावित बढ़ोतरी को लेकर सरकार ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी करने का ऐलान किया है। हालांकि, सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि इस वृद्धि के बावजूद पेट्रोल और डीजल के खुदरा दामों में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।READ ALSO:-मेरठ: सुभारती मेडिकल कॉलेज का फर्जीवाड़ा उजागर, मृत मरीज को आयुष्मान योजना के तहत भर्ती दिखाकर लाभ उठाया
पेट्रोलियम मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए कहा है कि पीएसयू तेल विपणन कंपनियों को उत्पाद शुल्क दरों में वृद्धि के बारे में सूचित कर दिया गया है। मंत्रालय ने आम जनता को आश्वासन दिया है कि इस वृद्धि का खुदरा कीमतों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा और पेट्रोल और डीजल की वर्तमान कीमतें स्थिर रहेंगी। वर्तमान में, राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 94 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87 रुपये प्रति लीटर पर बिक रहा है।
The govt increased excise duty on petrol and diesel by 2 rupees. Now you can contribute even more to the nation's devp. Even though crude oil prices dropped half of their peak levels, you just keep paying taxes while the politicians continue flying around in 8000 crore planes. pic.twitter.com/laiMN5KK33
— The Nalanda Index (@Nalanda_index) April 7, 2025
क्या होती है एक्साइज ड्यूटी?
एक्साइज ड्यूटी एक प्रकार का कर है जो केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल जैसे पेट्रोलियम उत्पादों पर लगाया जाता है। यह ईंधन की कीमत को सीधे प्रभावित करता है। अतीत में, इस कर की दरों में कई बार बदलाव किए गए हैं। उदाहरण के लिए, 2014 में पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 9.48 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 3.56 रुपये प्रति लीटर थी।
सरकार ने बताया कि 2021 में पेट्रोल पर 27.90 रुपये और डीजल पर 21.80 रुपये प्रति लीटर एक्साइज ड्यूटी लागू की गई थी। इसके बाद, मई 2022 में केंद्र सरकार ने आम लोगों को राहत देते हुए पेट्रोल के दामों में 8 रुपये प्रति लीटर और डीजल के दामों में 6 रुपये प्रति लीटर की कटौती की थी। यदि पेट्रोल और डीजल के बेस प्राइस की बात करें, तो भारत में यह लगभग 32 रुपये प्रति लीटर है।
राज्य सरकारें भी वसूलती हैं वैट:
केंद्र सरकार के अलावा, राज्य सरकारें भी पेट्रोल और डीजल पर अपने-अपने स्तर पर वैट (मूल्य वर्धित कर) और सेस (उपकर) वसूलती हैं। यही कारण है कि अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में अंतर देखने को मिलता है और बेस प्राइस के मुकाबले खुदरा कीमतें लगभग तीन गुना तक बढ़ जाती हैं। वर्तमान में, मुंबई में पेट्रोल की कीमत 104.21 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई में 100.75 रुपये प्रति लीटर और कोलकाता में 103.94 रुपये प्रति लीटर है। वहीं, डीजल की कीमतें मुंबई में 92.15 रुपये प्रति लीटर, कोलकाता में 90.76 रुपये प्रति लीटर और चेन्नई में 92.34 रुपये प्रति लीटर हैं।
सरकार के इस स्पष्टीकरण से आम लोगों को राहत मिली है कि एक्साइज ड्यूटी में वृद्धि के बावजूद उन्हें पेट्रोल और डीजल के लिए अधिक कीमत नहीं चुकानी होगी।
