भारत पहुंचा चीन में हाहाकार मचाने वाला HMPV वायरस, इन राज्यों में मिले मरीज
चीन का खतरनाक वायरस भारत में भी पहुंच गया है। कर्नाटक में एचएमपीवी (HMPV) के दो मामले मिले हैं। आईसीएमआर (ICMR) ने इसकी पुष्टि की है। बेंगलुरु में आठ महीने के लड़के और तीन महीने की बच्ची में इस वायरस की पुष्टि हुई है। बच्ची को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई जबकि आठ महीने के बच्चे का इलाज अभी भी जारी है।
Updated: Jan 6, 2025, 15:09 IST
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नई दिल्ली: भारत में HMPV (Human Metapneumovirus) वायरस के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है। मंत्रालय के अनुसार, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कर्नाटक में दो बच्चों और गुजरात में एक बच्चे में HMPV संक्रमण की पुष्टि की है।READ ALSO:-ऑस्ट्रेलिया की तरह अब भारत में भी बच्चों के लिए बैन होगा सोशल मीडिया, जानिए क्यों बच्चों को 'LOG OUT' करना चाहती है सरकार?
क्या है HMPV वायरस?
HMPV एक श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाला वायरस है। यह वायरस आम सर्दी और फ्लू जैसी बीमारियों का कारण बनता है। हालांकि, बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए यह वायरस अधिक खतरनाक हो सकता है।
HMPV एक श्वसन तंत्र को प्रभावित करने वाला वायरस है। यह वायरस आम सर्दी और फ्लू जैसी बीमारियों का कारण बनता है। हालांकि, बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों के लिए यह वायरस अधिक खतरनाक हो सकता है।
भारत में HMPV के मामले
कर्नाटक के बैपटिस्ट अस्पताल में तीन महीने की एक बच्ची को ब्रोन्कोन्यूमोनिया बीमारी के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था। जांच में पाया गया कि बच्ची HMPV से संक्रमित है। इसी अस्पताल में आठ महीने के एक अन्य बच्चे में भी यह वायरस पाया गया। दोनों बच्चों को अब अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। इसके अलावा, गुजरात में दो महीने के एक बच्चे में भी HMPV संक्रमण की पुष्टि हुई है।
मंत्रालय का बयान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि HMPV पहले से ही भारत सहित दुनिया भर में मौजूद है। इस वायरस के कारण होने वाली श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले कई देशों में देखे गए हैं। हालांकि, आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के मौजूदा आंकड़ों के आधार पर देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि HMPV पहले से ही भारत सहित दुनिया भर में मौजूद है। इस वायरस के कारण होने वाली श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले कई देशों में देखे गए हैं। हालांकि, आईसीएमआर और एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी) नेटवर्क के मौजूदा आंकड़ों के आधार पर देश में इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) या गंभीर तीव्र श्वसन बीमारी (एसएआरआई) के मामलों में कोई असामान्य वृद्धि नहीं हुई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की चेतावनी
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में HMPV के बढ़ते मामलों को लेकर चेतावनी जारी की है। भारत सरकार ने भी इस संबंध में सभी स्वास्थ्य इकाइयों को अलर्ट पर रखा है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक आपात बैठक बुलाई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में HMPV के बढ़ते मामलों को लेकर चेतावनी जारी की है। भारत सरकार ने भी इस संबंध में सभी स्वास्थ्य इकाइयों को अलर्ट पर रखा है। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एक आपात बैठक बुलाई है।
सावधानी बरतने की जरूरत
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे साफ-सफाई का ध्यान रखें, मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि आपको सर्दी, खांसी या बुखार जैसी कोई भी समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोगों से अपील की है कि वे साफ-सफाई का ध्यान रखें, मास्क पहनें और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। बच्चों और बुजुर्गों को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। यदि आपको सर्दी, खांसी या बुखार जैसी कोई भी समस्या है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।