World’s Highest Road : लद्दाख में बनी दुनिया की सबसे ऊंची सड़क, गिनीज वर्ल्ड रिकाॅर्ड में हुई दर्ज, पढ़ें डिटेल

Border Roads Organization ने लद्दाख में 19,300 फीट की ऊंचाई पर वाहनों के लिए यह सड़क तैयार की है। इस सड़क ने उमलिंग ला दर्रे पर बनी इस सड़क ने बोलीविया में 18,953 फीट की ऊंचाई पर स्थित सड़क के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
 
भारतीय सेना के सीमा सड़क संगठन (Border Roads Organization) को लद्दाख (Ladakh) में 19,300 फीट पर दुनिया की सबसे ऊंची मोटर योग्य सड़क के निर्माण के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड (Guinness World Record) से सम्मानित किया गया है। उमलिंग ला दर्रे (पास) पर बनाई गई यह सड़क लद्दाख के खारदुंग ला दर्रे की तुलना में वाहन चालकों के लिए और भी अधिक चुनौतीपूर्ण होगी।

 

जानकारी हो कि इस सड़क ने उमलिंग ला दर्रे (Umling La Pass) पर बनी इस सड़क ने बोलीविया (Bolivia) में 18,953 फीट की ऊंचाई पर स्थित सड़क के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। जानकारी हो कि BRO सरकार का संगठन है यह भारत के सीमान्त क्षेत्रों में सड़क नेटवर्क का निर्माण तथा प्रबंधन का कार्य करता है। भारत की उत्तरी सीमाओं के सबसे दुर्गम इलाकों में सड़कें बनाने में महारथ हासिल है। Read also : PNB के सर्वर में सेंधमारी, 18 करोड़ ग्राहकों की पर्सनल और लेनदेन की जानकारी 7 माह तक लीक हुई

 

केंद्रीय मंत्री ने BRO को दी बधाई

Border Roads Organization को केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister for Road Transport and Highways Nitin Gadkari) ने भी सीमा सड़क संगठन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से यह मान्यता प्राप्त करने पर बधाई दी। उन्होंने ट्विटर पर कहा, "लद्दाख में उमलिंग ला दर्रे पर 19,024 फीट पर दुनिया की सबसे ऊंची मोटरेबल रोड के निर्माण के लिए गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स से मान्यता प्राप्त करने के लिए BRO india को हार्दिक बधाई।"

इस साल अगस्त में पूरा हुआ सड़क निर्माण का कार्य

उमलिंग ला दर्रे (Umling La Pass) पर 52 किलोमीटर लंबी पक्की सड़क का निर्माण इस साल अगस्त में पूरा हुआ था। दर्रा अब पूर्वी लद्दाख के चुमार सेक्टर (Chumar Sector Ladakh) के कस्बों को जोड़ता है। यह लेह (Leh) से चिसुमले (Chisumle) और धेमचुक (Dhemchuk) को जोड़ने वाला एक वैकल्पिक सीधा मार्ग भी प्रदान करता है, जो स्थानीय आबादी के लिए अत्यधिक फायदेमंद साबित होगा। पास के निर्माण से क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर भी असर पड़ेगा और लद्दाख में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।  Read also : Airtel ने ग्राहकों को दिया झटका! 25 प्रतिशत तक बढ़ाए रिचार्ज प्लान, जाने अब 79 वाला बेस प्लान कितने का हुआ

 

-40 °C तक गिर जाता है यहां का तापमान

जानकारी के अनुसार इस दर्रे का तापमान सर्दियों के मौसम में -40 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। इस ऊंचाई पर ऑक्सीजन का स्तर समुद्र तल से लगभग 50 फीसदी कम है, जिससे किसी के लिए भी यहां ज्यादा देर तक रहना बहुत मुश्किल हो जाता है।

2019 में इसकी सहयोगी रोड तैयार की गईं

जानकारी हो कि अक्टूबर 2019 में बीआरओ (BRO) ने लेह को श्योक Shyok) और डीबीओ (DBO) को जोड़ने वाली डीएसडीबीओ रोड़ (DSDBO Road) बनाई थी। इसके अलावा पैंगोंग-त्सो लेक (Pangong-Tso Lake) से गोगरा (Gogra) और हॉट-स्प्रिंग (Hot-Spring) को जोड़ने वाली सड़क भी बनकर तैयार है। ये सड़क भी 18 हजार से भी ज्यादा उंचाई पर मर्सिमिक-ला (Mersimic-la) से होकर गुजरती है। गौरतलब है कि लद्दाख में खारडुंगला (Khardungala) पास भी दुनिया की सबसे ऊंची सड़कों में एक है जिसकी ऊंचाई करीब 17,600 फीट है।  read also : E-Amrit पोर्टल लॉन्च, मिलेंगी इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सारी जानकारी, Details Inside

 

माउंट ऐवरेस्ट के बेस कैंप क्षेत्र से भी ज्यादा ऊंचाई

उमलिंग ला दर्रे (Umling La Pass) पर बानी यह सड़क माउंट ऐवरेस्ट के बेस कैंप क्षेत्र (Mount Everest Base Camp Area) से भी ज्यादा ऊंचाई पर स्थित है। आपके लिए यह जानकारी रोचक होगी कि नेपाल स्थित दक्षिण बेस कैंप 17,598 फीट की ऊंचाई पर बना हुआ है, वहीं तिब्बत स्थित उत्तरी बेस कैंप की ऊंचाई 16,900 फीट है। सबसे खास बात यह है कि दुनिया का सबसे बड़ा कमर्शियल हवाईजहाज 30,000 फीट की ऊंचाई पर उड़ता है और यह नई सड़क 60 प्रतिशत से भी ज्यादा ऊंचाई पर बनाई गई है। जिसके लिए BRO द्वारा बनाई सड़क को Guinness World Record में दर्ज किया गया है।