कांग्रेस : 10 अक्टूबर तक आवेदन कर सकेंगे चुनाव लड़ने के दावेदार, प्रियंका गांधी के दौरे के कारण बढ़ी अंतिम तिथि

कांग्रेस ने पहले 25 सितंबर तक उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Election) लड़ने के इच्छुक दावेदारों से आवेदन पत्र मांगे थे
 
UP Assembly Election : उप्र में वर्ष 2022 में होने वाले चुनाव का शंखनाद हो चुका है। सभी राजनीतिक दल मैदान में उतर आए हैं। उप्र में तीन दशक से भी अधिक समय से सत्ता से बाहर कांग्रेस (Congress) राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi) के नेतृत्व में अपनी जमीन तलाशने में जुटी हुई है। कांग्रेस ने पहले 25 सितंबर तक विधानसभा चुनाव (UP Vidhansabha Election) लड़ने के इच्छुक दावेदारों से आवेदन पत्र मांगे थे, लेकिन प्रियंका गांधी के 29 सितंबर को मेरठ में प्रस्तावित संकल्प महारैली (Priyanka Gandi Meerut) को देखते हुए आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 अक्टूबर तक बढ़ा दी है।

 

पहले 25 सितंबर थी अतिम तिथि

मेरठ जिला कांग्रेस के प्रवक्ता हरिकिशन आंबेडकर (Congress spokesperson Harikishan Ambedkar) ने बताया कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के निर्देशों पर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने उप्र विधानसभा चुनाव के लिए पत्र जारी किया था। इसके अनुसार विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदारों को 25 सितंबर तक फार्म भरकर जमा करने थे, लेकिन प्रियंका गांधी की 29 सितंबर को प्रस्तावित संकल्प महारैली के कारण अंतिम तिथि को आगे बढ़ाते हुए इसे 10 अक्टूबर कर दिया गया है। यानि अब 10 अक्टूबर तक चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार आवेदन कर सकते हैं। Read Also : मेरठ : प्रियंका की रैली पर सबकी नजर, वेस्ट यूपी के दो बड़े मुस्लिम नेता कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल

 

दावेदारों में उत्साह

हरिकिशन आंबेडकर ने बताया कि मेरठ जिले की सिवाल खास, सरधना, हस्तिनापुर (सुरक्षित), किठौर विधानसभा पर चुनाव के लिए दावेदारों में उत्साह नजर आ रहा है। अब तक कई अवेदन उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सचिव जिला प्रभारी अजीत कुमार डोला काे मिल चुके हैं। Read Also : UP Assembly Elections से पहले BJP का बड़ा दांव, हुआ निषाद पार्टी से गठबंधन; अपना दल भी साथ

 

इस बार आवेदन पत्र के साथ देने होंगे पार्टी फंड में 11 हजार रुपये

चुनाव लड़ने के इच्छुक दावेदार जिला स्तर पर जिलाध्यक्ष व शहर अध्यक्ष और प्रदेश स्तर पर संजय शर्मा और विजय बहादुर के पास फार्म जमा करा सकेंगे। हालांकि, जो आवेदन सीधे पीसीसी आएंगे, उन पर भी जिला व शहर संगठन की राय ली जाएगी। दावेदरों को आवेदन फार्म के साथ पार्टी फंड के लिए 11 हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट, पे आर्डर या आरटीजीएस करना होगा। कुछ दिन पूर्व ही प्रियंका गांधी ने पार्टी के जिला व शहर संगठनों से भी पैनल लेने के लिए था। उन्होंने कहा था कि जिला और शहर संगठन स्क्रीनिंग के बाद पैनल को प्रदेश नेतृत्व को बढ़ाएं। उसके बाद वरीयता क्रम में स्पष्ट संस्तुति के साथ विधानसभावार दावेदारों का नाम केंद्रीय नेतृत्व को भेजा जाएगा। 

 

1992 में लिए गए थे दो-दो हजार रुपये

कांग्रेस ने इससे पूर्व वर्ष 1992 में विधानसभा चुनाव के लिए दावेदारी करने वालों की दो-दो हजार रुपये की रसीदें पार्टी फंड के लिए कटवाई थीं। इसके बाद दावेदारों से सहयोग राशि नहीं ली गई। 29 वर्षों के बाद आवेदन पत्र के साथ 11 हजार रुपये पार्टी फंड में लिए जा रहे हैं।

 

प्रियंका गांधी 29 सितंबर को आएंगी मेरठ

कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी 29 सितंबर को मेरठ आएगी। वह मेरठ के भैंसाली मैदान से विधानसभा चुनाव की बिगुल फूकेंगी। सूबे में निकाली जाने वाली संकल्प यात्राओं का मेरठ से शुभारंभ करेंगी। इसकी तैयारियों को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी जुट गए। बीते दिनों कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू भी रैली की तैयारियों का जायजा लेने मेरठ पहुंचे थे। 

 

हरिकिशन आंबेडकर ने बताया कि  रैली में पश्चिमी यूपी के ग्यारह जिलों मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, बागपत, बुलंदशहर, अमरोहा, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बिजनौर, संभल, गौतमबुद्धनगर से करीब 1 लाख लोगाें की भीड़ जुटेगी। आंबेडकर ने कहा कि रैली को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ ही क्षेत्र के लोगों में भी बहुत उत्साह है। रैली में ज्यादा से ज्यादा भीड़ जुटाने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी गांवों और शहरों में जनसंपर्क कर रहे हैं। 

 

इसलिए मेरठ पर कांग्रेस का फोकस

दरअसल, कांग्रेस वेस्ट यूपी में काफी वक्त से मजबूती के लिए जोर आजमाइश कर रही हैं। कांग्रेस ने सहारनपुर की जातीय हिंसा, किसान आंदोलन, सीएनआरसी को लेकर हुई हिंसा में मारे गए लोगों के घर जाकर सांत्वना देने, ज्वलंत मुद्दों के लेकर सड़क पर उतरकर सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की है। बाकी सभी दल भी किसान आंदोलन के चलते सारा फोकस वेस्ट यूपी पर लगाए है। माना जा रहा है कि 29 का रैली में कांग्रेस अपनी ताकत दिखाकर वेस्ट यूपी को साधने का काम करेगी।  

 

मेरठ का जातीय समीकरण

मेरठ जिले के अंदर 5 विधानसभा सीटें आती हैं- हापुड़, किठौर, मेरठ कैंट, मेरठ शहर, मेरठ दक्षिण। दलित-मुस्लिम बाहुल्य इस सीट पर मुस्लिम आबादी 5 लाख 64 हजार है। वहीं जाटव की आबादी 3 लाख 14 हजार 788 के करीब है। बाल्मीकि समाज की आबादी 58700 के आसपास है। इस सीट पर ब्राह्मण 1 लाख 18 हजार, वैश्य 1 लाख 83 हजार, त्यागी 41 हजार हैं। वहीं पिछड़े वर्ग में जाटों की आबादी 1 लाख 30 हजार के आसपास है जिसमें गुर्जर- 56300, सैनी- 41150, प्रजापति- 46800, पाल- 27000 और कश्यप 30 हजार है।