मेरठ : प्रियंका की रैली पर सबकी नजर, वेस्ट यूपी के दो बड़े मुस्लिम नेता कांग्रेस में हो सकते हैं शामिल
मेरठ और मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद रहे दो बड़े मुस्लिम नेताओं के कांग्रेस में जाने की चर्चा है। यदि ऐसा हुआ तो आगामी चुनावों में सपा और बसपा दोनों के लिए यह चिंता का विषय बन सकता है।
Updated: Sep 22, 2021, 20:24 IST
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उत्तर प्रदेश में तीन दशकों से सत्ता बाहर कांग्रेस अपनी सियासी जमीन तलाश में तमाम तरह का राजनीतिक प्रयोग में जुटी है। सपा-बसपा-बीजेपी प्रदेश में जहां ब्राह्मण और ओबीसी जातियों को साधने में जुटी हैं तो कांग्रेस की नजर मुस्लिम समुदाय के वोटों पर है। कांग्रेस मुस्लिम वोटों को अपने पाले में लाने के लिए हर पैतरा आजमा रही है। एक ओर जहां पार्टी द्वारा अल्पसंख्यक सम्मेलन आयोजित किए जा रहे हैं वहीं कई मुस्लिम चेहरों को भी पार्टी से जोड़ा जा रहा है। इसी कड़ी में मेरठ और मुजफ्फरनगर के पूर्व सांसद रहे दो बड़े मुस्लिम नेताओं के कांग्रेस में जाने की चर्चा है। यदि ऐसा हुआ तो आगामी चुनावों में सपा और बसपा दोनों के लिए यह चिंता का विषय बन सकता है। Read Also : मदरसे से मेरठ कॉलेज, फिर PMT में 57वीं रैंक, लेकिन MBBS छोड़ उलेमा में हुआ शामिल; अब धर्मांतरण रैकेट चला रहा कलीम
चर्चा है कि मेरठ में 29 सितंबर को होने वाली कांग्रेस की महारैली में प्रियंका गांधी इन दोनों नेताओं को कांग्रेस में शामिल करेंगी। खास बात यह है कि मेरठ और मुजफ्फरनगर के इन दोनों नेताओं का वेस्ट यूपी की राजनीति में बड़ा नाम है और दोनों ही नेताओं ने अपने-अपने संसदीय क्षेत्रों का लोकसभा में प्रतिनिधित्व किया है, हालांकि दोनों ही अक्सर विवादों में रहे हैं। फिलहाल दोनों ही राजनीति में निष्क्रिय नजर आ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस में शामिल होकर ये दोनों भी सक्रिय होने की कोशिश कर रहे हैं। Read Also : प्रियंका गांधी की रैली से पहले मेरठ पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, गठबंधन को लेकर कही ये बड़ी बात
मेरठ में जमीन तलाश रही कांग्रेस
मेरठ से सांसद रहे ये नेता लंबे समय से राजनीतिक स्तर पर निष्क्रिय है, लेकिन अभी भी मुस्लिमों में उनका खासा असर मानाी जाता है। वहीं कांग्रेस भी मुस्लिम चेहरों के जरिये अपनी जमीन तलाश रही है, ऐसे में यदि ये कांग्रेस में शामिल हाेते है तो कहीं न कहीं कांग्रेस को तो इसका फायदा मिलेगा, लेकिन भाजपा को छोड़कर अन्य दलों के लिए परेशानी जरूर खड़ी होगी।
मेरठ में 32 फीसदी मुस्लिम वोटर
उत्तर प्रदेश में 20 फीसदी मुस्लिम वोट बैंक है जिसको लेकर मतदाताओं को लुभाने की सियासत शुरू हो चुकी है। लगभग 25 करोड़ की आबादी वाले उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटर करीब 20 फीसदी के आसपास है। उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से करीब 125 ऐसी विधानसभा सीटें हैं जहां अल्पसंख्यक वोट ही नतीजों में अहम भूमिका निभाते हैं।
मेरठ में भी लगभग 32 फीसदी मुस्लिम मतदाता है। जिनकी चुनाव में अहम भूमिका होती है। ऐसे में चुनाव नजदीक आते ही मुस्लिम वोट को अपने पाले में लाने के लिए राजनीतिक दलों में होड़ सी मच जाती है। इसी के चलते अब कांग्रेस सपा,बसपा समेत सभी दलों ने मुस्लिम वोटों को अपने पाले में लाने के लिए रणनीतियां बनानी शुरू कर दी है और कांग्रेस सूबे के मजबूत मुस्लिम चेहरों को अपने साथ जोड़ने में लगी है।