मेरठ बनेगा प्रयागराज जैसा: ₹10,623 करोड़ की महायोजना पर आज मंथन, नई टाउनशिप, रिंग रोड, थीम पार्क समेत 55 प्रोजेक्ट शामिल
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा मेरठ को प्रयागराज की तर्ज पर विकसित करने की घोषणा अब साकार रूप लेने लगी है। इस दिशा में प्रशासन ने मेरठ शहर के लिए 10,623 करोड़ रुपयेकी लागत से तैयार किए गए 55 इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट्सकी सूची अंतिम चरण में पहुंचा दी है।
Apr 16, 2025, 00:00 IST
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मेरठ शहर को प्रयागराज की तर्ज पर एक मॉडल के रूप में विकसित करने के विजन को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। शहर के व्यापक और एकीकृत विकास के लिए विभिन्न विभागों द्वारा तैयार की गई लगभग 10,623 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली एक महत्वाकांक्षी महायोजना पर आज, मंगलवार 15 अप्रैल, 2025 को मंडलायुक्त (कमिश्नर) की अध्यक्षता में महत्वपूर्ण मंथन हो रहा है। इस योजना में कुल 55 विभिन्न परियोजनाओं को शामिल किया गया है, जिनका उद्देश्य शहर की सूरत बदलना और इसे भविष्य की जरूरतों के लिए तैयार करना है।READ ALSO:-मेरठ: ऑनलाइन व्यापार के खिलाफ व्यापारियों का हल्ला बोल, बेगम पुल पर बैनर लगाकर जताया कड़ा विरोध
एकीकृत विकास योजना पर आज निर्णायक बैठक:
मेरठ मंडल के कमिश्नर, श्री हृषिकेश भास्कर यशोद, आज इस एकीकृत विकास योजना को अंतिम रूप देने के लिए संबंधित विभागों के प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक कर रहे हैं। मुख्यमंत्री के 'सपनों का मेरठ' तैयार करने के उद्देश्य से बुलाई गई इस बैठक में पिछले सप्ताह दिए गए निर्देशों के अनुसार विभागों द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट प्रस्तावों पर विस्तार से चर्चा की जाएगी और उन्हें समेकित किया जाएगा। इस योजना में सड़क, पार्क, कूड़ा निस्तारण, सीवरेज, पेयजल, यातायात, जाम की समस्या, नई टाउनशिप और शहर की लगभग हर आवश्यकता और समस्या के समाधान को शामिल करने का प्रयास किया गया है।
बैठक में जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी, मेडा उपाध्यक्ष, नगर आयुक्त श्री सौरभ गंगवार के अतिरिक्त लोक निर्माण विभाग, पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, सिंचाई, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग और अन्य महत्वपूर्ण विभागों के अधिकारी हिस्सा ले रहे हैं। नगर आयुक्त ने जानकारी दी कि नगर निगम की ओर से भी वेंडिंग जोन, काशी की तर्ज पर मॉडर्न गौशाला, तीन प्रमुख नालों को पक्का करने, डिजिटल लाइब्रेरी, नई सीवर व पेयजल लाइनें बिछाने तथा मल्टीलेवल पार्किंग जैसी कई नई परियोजनाएं इस प्लान में शामिल करने हेतु प्रस्तुत की जाएंगी।
जनप्रतिनिधियों की सहमति से अंतिम रूप:
कमिश्नर यशोद ने बताया कि आज की बैठक में योजना को अंतिम रूप देने के बाद, इसे जल्द ही जनपद के सभी माननीय जनप्रतिनिधियों (सांसद, विधायक आदि) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। विकास कार्यों में जनभागीदारी सुनिश्चित करने और योजना को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए जनप्रतिनिधियों से प्राप्त सुझावों को इसमें समाहित किया जाएगा। इसके उपरांत ही इस अंतिम एकीकृत विकास योजना को मुख्यमंत्री जी के पास अंतिम स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
पद के जनप्रतिनिधियों के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उनसे इस योजना पर उनके महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त किए जाएंगे, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि विकास कार्य जनता की आकांक्षाओं के अनुरूप हों।
कमिश्नर ने बताया मुख्यमंत्री का सपना
कमिश्नर हृषिकेश भास्कर यशोद ने इस अवसर पर कहा कि यह योजना मुख्यमंत्री के सपनों का मेरठ तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पहले विभागों के साथ हुई बैठक में शहर की जरूरतों को प्राथमिकता के आधार पर सूचीबद्ध किया गया था और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए थे।
नगर आयुक्त ने दी नए प्रोजेक्टों की जानकारी
नगर आयुक्त सौरभ गंगवार ने बताया कि आज होने वाली बैठक के दौरान कुछ नए और महत्वपूर्ण कार्यों को भी प्लान में शामिल करने के लिए प्रस्तुत किया जाएगा। नगर निगम ने विशेष रूप से वेंडिंग जोन, काशी में एक आधुनिक और वृहद गोशाला का निर्माण, शहर के तीन मुख्य नालों को पक्का करना, डिजिटल लाइब्रेरी की स्थापना, सीवर लाइन और पेयजल पाइप लाइन का विस्तार, और मल्टीलेवल पार्किंग के निर्माण जैसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट तैयार किए हैं।
जनप्रतिनिधियों की मुहर के बाद भेजा जाएगा प्रस्ताव
मंडलायुक्त ने स्पष्ट किया कि आज तैयार किए जाने वाले प्लान का जल्द ही जनपद के सभी जनप्रतिनिधियों के सामने विस्तृत प्रेजेंटेशन दिया जाएगा। जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों को योजना में शामिल करने के बाद ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा और फिर मुख्यमंत्री के अनुमोदन के लिए भेजा जाएगा।
ये होंगे मेरठ में बड़े बदलाव
इस मेगा प्लान के तहत मेरठ शहर में कई बड़े और महत्वपूर्ण कार्य प्रस्तावित हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख निम्नलिखित हैं:
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न्यू टाउनशिप का विकास: शहर के विस्तार के लिए एक नई टाउनशिप का निर्माण किया जाएगा।
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एमआरएफ सुविधा: कचरा प्रबंधन को बेहतर बनाने के लिए मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) की स्थापना की जाएगी।
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लोहियानगर में भूमि पुनर्ग्रहण: लोहियानगर क्षेत्र में भूमि का पुनर्ग्रहण किया जाएगा।
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मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क: व्यापार और परिवहन को बढ़ावा देने के लिए मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का निर्माण होगा।
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ज्वेलरी हब: मेरठ को एक प्रमुख ज्वेलरी हब के रूप में विकसित करने की योजना है।
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शहर में कल्चरल सर्किट: शहर में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कल्चरल सर्किट बनाया जाएगा।
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हस्तिनापुर में इको डेवलपमेंट: ऐतिहासिक और प्राकृतिक महत्व के क्षेत्र हस्तिनापुर का इको-फ्रेंडली विकास किया जाएगा।
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1857 क्रांति पर थीम पार्क: मेरठ की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि को देखते हुए 1857 की क्रांति पर आधारित एक थीम पार्क का निर्माण किया जाएगा।
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स्पोर्ट्स पार्क का निर्माण: खेलकूद गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए स्पोर्ट्स पार्क बनाया जाएगा।
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गोल्फ कोर्स का निर्माण: शहर में गोल्फ के शौकीनों के लिए एक गोल्फ कोर्स का निर्माण प्रस्तावित है।
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मेरठ मंडपम का निर्माण: एक भव्य मेरठ मंडपम का निर्माण किया जाएगा।
₹145 करोड़ से पार्कों और चौराहों का होगा कायाकल्प
शहर के पार्कों और चौराहों को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए ₹145 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। इसके तहत निम्नलिखित पार्कों और चौराहों का विकास किया जाएगा:
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संजय वन
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सूरजकुंड पार्क
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महिला पार्क
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लोहिया पार्क
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कांशीराम पार्क
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आंबेडकर पार्क
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कमिश्नरी चौराहा पार्क
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कुटी चौराहे का विकास
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विक्टोरिया पार्क में फूड स्ट्रीट का निर्माण
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नौचंदी मेला क्षेत्र का विकास
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दौराला में सीएचसी को ट्रामा सेंटर में अपग्रेड करना
₹4,216 करोड़ की लागत से सुधरेगी कनेक्टिविटी
मेरठ शहर की कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए ₹4,216 करोड़ की एक बड़ी राशि आवंटित की गई है। इस राशि से निम्नलिखित महत्वपूर्ण सड़कों और मार्गों का विकास किया जाएगा:
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विश्वविद्यालय रोड को स्मार्ट रोड के रूप में विकसित करना
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ट्रांसपोर्ट नगर मुख्य मार्ग का निर्माण
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मेरठ-बागपत रोड का विकास
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बिजली बंबा बाईपास का चौड़ीकरण
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माल रोड मेरठ कैंट का पुनर्विकास
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कुटी चौराहा से बेगमपुल रोड का विकास
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विक्टोरिया पार्क स्ट्रीट डेवलपमेंट जोन का निर्माण
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50 किमी मास्टर प्लान रोड का विकास
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वेस्टर्न रिंग रोड का निर्माण
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इनर रिंग रोड का निर्माण
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नार्थ इनर रिंग रोड का निर्माण
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बच्चा पार्क से जली कोठी तक एलिवेटेड रोड का निर्माण
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कोर एरिया पेरिफेरल रोड का विकास
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सीएम ग्रिड रोड का निर्माण
शहर के प्रमुख चौराहों का होगा सौंदर्यीकरण
शहर के कुछ महत्वपूर्ण चौराहों को भी इस विकास योजना में शामिल किया गया है, जिनका सौंदर्यीकरण किया जाएगा:
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जेलचुंगी
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तेजगढ़ी
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गांधी आश्रम
पार्किंग की समस्या का होगा समाधान
शहर में पार्किंग की बढ़ती समस्या को देखते हुए इस योजना में पार्किंग की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। इसके तहत निम्नलिखित स्थानों पर पार्किंग की सुविधा विकसित की जाएगी:
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कमिश्नर चौराहा पार्क में भूमिगत पार्किंग
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कचहरी, जीआइसी, डीएन कालेज के पास मल्टीलेवल पार्किंग
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सूरजकुंड पार्क में भूमिगत पार्किंग
जाम से मिलेगी निजात, यातायात व्यवस्था होगी दुरुस्त
शहर को जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए भी इस योजना में कई प्रावधान किए गए हैं:
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9 से ज्यादा क्षेत्रों में यातायात सुधार कार्य किए जाएंगे।
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आईसीसीसी कमांड सेंटर की स्थापना की जाएगी।
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35 नए बस शेल्टरों का निर्माण किया जाएगा।
₹1,720 करोड़ से विकसित होंगी नागरिक सुविधाएं
शहर में नागरिक सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए ₹1,720 करोड़ की राशि खर्च की जाएगी। इसके तहत निम्नलिखित कार्य किए जाएंगे:
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शताब्दीनगर में एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) की स्थापना
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पूरे शहर में सोलर बेस्ड स्ट्रीट लाइटें (750 किमी) लगाई जाएंगी।
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पूरे शहर के सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम को सुधारा जाएगा।
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गांवड़ी में कूड़ा निस्तारण प्लांट की स्थापना की जाएगी।
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इंटीग्रेटेड डिविजनल ऑफिस का निर्माण किया जाएगा।
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कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम का आधुनिकीकरण किया जाएगा।
चार प्रमुख बाजारों का होगा विकास और स्थानांतरण
शहर के चार प्रमुख बाजारों को विकसित करने और आवश्यकतानुसार उन्हें स्थानांतरित करने की भी योजना है:
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खंदक बाजार
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ट्रांसपोर्ट नगर
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खैर नगर दवा बाजार
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लालकुर्ती बाजार
निष्कर्ष
मेरठ के इतिहास और भविष्य को जोड़ने वाली यह योजना शहर को प्रयागराज जैसे आधुनिक मॉडल की ओर अग्रसर करेगी। यदि योजना अपने स्वरूप में लागू हो पाती है, तो मेरठ न केवल पर्यटन और व्यापार का नया केंद्र, बल्कि एक स्मार्ट और सस्टेनेबल शहर के रूप में उभर सकता है।
मेरठ के इतिहास और भविष्य को जोड़ने वाली यह योजना शहर को प्रयागराज जैसे आधुनिक मॉडल की ओर अग्रसर करेगी। यदि योजना अपने स्वरूप में लागू हो पाती है, तो मेरठ न केवल पर्यटन और व्यापार का नया केंद्र, बल्कि एक स्मार्ट और सस्टेनेबल शहर के रूप में उभर सकता है।
