तकनीक और आस्था का अनोखा संगम: अयोध्या की सरयू नदी पर आकार लेगा भारत का पहला तैरता बाथिंग कुंड
अयोध्या — राम मंदिर निर्माण के बाद से अयोध्या श्रद्धालुओं का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है। लगातार बढ़ती भीड़ को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने एक ऐतिहासिक फैसला लिया है। जल्द ही अयोध्या में सरयू नदी पर भारत का पहला फ्लोटिंग बाथिंग कुंड बनाया जाएगा। इस अभिनव परियोजना का उद्देश्य श्रद्धालुओं को भीड़भाड़ से मुक्त, सुरक्षित और आधुनिक स्नान सुविधा प्रदान करना है।
Apr 26, 2025, 23:40 IST
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अयोध्या: रामनगरी अयोध्या में भव्य मंदिर निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में निरंतर और रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि दर्ज की जा रही है। देश-विदेश से लाखों की संख्या में भक्तगण प्रभु श्री राम के दर्शन और पवित्र सरयू नदी में स्नान के लिए पहुंच रहे हैं। श्रद्धालुओं की इस विशाल संख्या को देखते हुए और उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा या भीड़भाड़ का सामना न करना पड़े, इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार लगातार सक्रियता से काम कर रही है। इसी क्रम में, श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए जल्द ही एक नया बाथिंग कुंड बनाया जाएगा। योगी सरकार ने अयोध्या में एक ऐतिहासिक और अभिनव कदम उठाते हुए, सरयू नदी पर भारत के अपनी तरह के पहले फ्लोटिंग (तैरते हुए) बाथिंग कुंड के निर्माण का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।READ ALSO:-पहलगाम हमले के खिलाफ गाजियाबाद में फूटा गुस्सा: मुस्लिम समुदाय और भाकियू क्रांति ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए
अयोध्या, जो अब एक विश्वव्यापी धार्मिक आकर्षण के केंद्र के रूप में उभर रहा है, विकास के नए अध्याय लिख रहा है। विशेष रूप से राम मंदिर के उद्घाटन के बाद यहां श्रद्धालुओं की संख्या में हुई रिकॉर्ड वृद्धि ने सुविधाओं के विस्तार की आवश्यकता को रेखांकित किया है। इसी आवश्यकता और श्रद्धालुओं की सुरक्षा व आराम को ध्यान में रखते हुए, सरकार ने इस अभिनव और अनूठी योजना को मूर्त रूप देने का फैसला किया है।
क्या है फ्लोटिंग बाथिंग कुंड का कॉन्सेप्ट?
यह प्रस्तावित बाथिंग कुंड पारंपरिक घाटों से भिन्न होगा। यह पोंटून (पानी पर तैरने वाले प्लेटफॉर्म) और फाइबर जैसी मजबूत सामग्री से निर्मित एक तैरती हुई संरचना होगी, जो सरयू नदी के प्रवाह पर स्थिर रहेगी। इस फ्लोटिंग संरचना की सबसे बड़ी खासियत और "जादू" यह होगा कि सरयू नदी का जलस्तर चाहे बढ़े या घटे, यह कुंड स्वचालित रूप से उसी के अनुरूप एडजस्ट हो जाएगा, जिससे श्रद्धालुओं के लिए हमेशा एक स्थिर और सुरक्षित प्लेटफार्म पर स्नान करना संभव होगा। यह अनुमान लगाया गया है कि इस तैरते कुंड में एक साथ लगभग 300 श्रद्धालु सुरक्षित और आरामदायक तरीके से स्नान कर सकेंगे, जिससे घाटों पर होने वाली अत्यधिक भीड़ को कम करने में मदद मिलेगी।
सरयू नदी की गोद में तैरते हुए इस कुंड में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए कई विशिष्ट प्रावधान किए जाएंगे। इनमें सेफ्टी बैरियर और मजबूत रेलिंग शामिल हैं ताकि किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके। स्नान के उपरांत कपड़े बदलने के लिए पर्याप्त संख्या में चेंजिंग रूम उपलब्ध होंगे। श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए बैठने हेतु बेंच लगाई जाएंगी। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पास में ही एक आपातकालीन सहायता बोट तैनात रहेगी। रात के समय भी स्नान और आवागमन सुविधाजनक हो, इसके लिए कुंड और आसपास के क्षेत्र में पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाएगी, जिसके लिए सोलर लाइटों का उपयोग किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए आस-पास शॉपिंग की भी सुविधाएं विकसित करने की योजना है। रात के समय सोलर लाइट्स से जगमगाने पर पूरा वातावरण अत्यंत भव्य और मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रतीत होगा।
अयोध्या के विकास को मिलेगा नया आयाम
इस अनूठे और महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की मॉनिटरिंग का काम अयोध्या विकास प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा। अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अश्विनी पांडेय ने इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि फ्लोटिंग कुंड की डिजाइनिंग का कार्य पूरा कर लिया गया है और इसके निर्माण के लिए जल्द ही टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यह प्रोजेक्ट अयोध्या को धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर एक नया और आधुनिक आयाम देगा, जो यहां आने वाले राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय श्रद्धालुओं को एक विशिष्ट अनुभव प्रदान करेगा। इसके साथ ही, इस तरह की परियोजनाओं से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर सृजित होंगे और क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
आस्था, सुरक्षा और आधुनिक तकनीक का अद्भुत मेल
पवित्र सरयू नदी में डुबकी लगाकर पुण्य कमाने की श्रद्धालुओं की वर्षों पुरानी आस्था अब आधुनिक इंजीनियरिंग और तकनीक के इस अद्भुत मेल के साथ और भी भव्य और सुरक्षित रूप में साकार होगी। जहां एक ओर श्रद्धालु पवित्र जल में स्नान कर आध्यात्मिक शांति और श्रीराम के आशीर्वाद की अनुभूति करेंगे, वहीं दूसरी ओर यह अत्याधुनिक तैरता हुआ कुंड उन्हें अयोध्या के तेजी से हो रहे विकास और आधुनिकता का एक नया अनुभव प्रदान करेगा। आने वाले समय में, जब श्रद्धालु सरयू की लहरों पर तैरते इस अनूठे कुंड में स्नान करेंगे, तो वे न केवल पवित्रता का अहसास करेंगे, बल्कि विकसित और भव्य होती जा रही अयोध्या नगरी के नव निर्माण की भी गवाही देंगे। यह फ्लोटिंग बाथिंग कुंड निश्चित रूप से अयोध्या आने वाले भक्तों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र बनेगा।
