मेरठ: ऑनलाइन व्यापार के खिलाफ व्यापारियों का हल्ला बोल, बेगम पुल पर बैनर लगाकर जताया कड़ा विरोध
बेगम पुल व्यापार संघ ने अभियान तेज किया, समान नीति की मांग; अन्य व्यापार संघों से भी एकजुट होकर स्थानीय खरीदारी को बढ़ावा देने की अपील।
Apr 15, 2025, 15:33 IST
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मेरठ, 15 अप्रैल 2025: ऑनलाइन व्यापार प्लेटफॉर्म्स की नीतियों के खिलाफ मेरठ के स्थानीय व्यापारियों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। आज, मंगलवार 15 अप्रैल को, शहर के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों में से एक बेगम पुल के व्यापारियों ने अपनी दुकानों पर बड़े-बड़े बैनर और फ्लेक्स लगाकर ऑनलाइन व्यापार का पुरजोर विरोध किया। यह पिछले हफ्ते शुरू किए गए पोस्टर अभियान का अगला चरण है।
बेगम पुल व्यापार संघ ने तेज किया अभियान
बेगम पुल व्यापार संघ के नेतृत्व में यह विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। संघ के वर्तमान अध्यक्ष राजेश सिंघल, पूर्व अध्यक्ष पुनीत शर्मा, तथा वरिष्ठ सदस्य अशोक महेश्वरी और राकेश कुमार गोयल ने बताया कि उन्होंने पिछले मंगलवार, 8 अप्रैल को, दुकानों पर पोस्टर लगाकर ऑनलाइन व्यापार का विरोध शुरू किया था। आज इस अभियान को और तेज करते हुए बड़े बैनर लगाए गए हैं, जिन पर ऑनलाइन व्यापार के विरोध में और स्थानीय व्यापार के समर्थन में संदेश लिखे हैं।
अन्य व्यापार संघों से एकजुटता की अपील
बेगम पुल व्यापार संघ ने केवल अपने स्तर पर ही नहीं, बल्कि शहर के अन्य व्यापारिक संगठनों को भी इस मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया है। राजेश सिंघल और पुनीत शर्मा ने बताया कि उन्होंने संयुक्त व्यापार संघ, आबू लेन व्यापार संघ, सदर बाजार व्यापार मंडल, पीएल शर्मा रोड व्यापार संघ, मेरठ केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन, मेरठ स्टेशनरी एसोसिएशन, शास्त्री नगर व्यापार संघ सहित लगभग सभी प्रमुख व्यापार संघों से अपील की है। अपील में कहा गया है कि सभी व्यापारी, जो भी तरीका सुविधाजनक समझें (बैनर या पोस्टर), अपनी-अपनी दुकानों पर लगाकर ऑनलाइन व्यापार का विरोध करें। साथ ही, आम जनता को जागरूक करें और उन्हें ऑनलाइन खरीदारी के बजाय अपने आस-पड़ोस के दुकानदारों से सामान खरीदने के लिए प्रेरित करें।
क्यों हो रहा है विरोध? - समान नीति की मांग
व्यापारियों का कहना है कि उनका विरोध किसी तकनीक या प्रगति के खिलाफ नहीं, बल्कि ऑनलाइन और ऑफलाइन व्यापार के लिए सरकार की नीतियों में असमानता के खिलाफ है। उनकी मुख्य मांगें और आरोप इस प्रकार हैं:
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समान नीति: सरकार ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह के व्यापारियों के लिए एक समान व्यापार नीति लागू करे, ताकि बाजार में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा बनी रहे।
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अनुचित प्रतिस्पर्धा: आरोप है कि बड़ी ऑनलाइन कंपनियां भारी छूट और कथित तौर पर डुप्लीकेट या घटिया माल (डुप्लीकेट माल) सस्ते दामों पर बेचकर छोटे ऑफलाइन व्यापारियों का व्यापार खत्म कर रही हैं।
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ग्राहक हित: उनका कहना है कि इससे न केवल स्थानीय व्यापारी बर्बाद हो रहे हैं, बल्कि आम जनता को भी सही गुणवत्ता का सामान सही रेट पर नहीं मिल पा रहा है। ऑनलाइन कंपनियां ग्राहकों को लूट रही हैं और उनके जीवन से खिलवाड़ कर रही हैं।
एकजुटता और भविष्य की रणनीति
व्यापारी नेताओं ने जोर देकर कहा कि "पार्टी कोई भी हो, पहले हम व्यापारी हैं" और "जय व्यापारी, जय व्यापार संघ" जैसे नारों की सार्थकता तभी सिद्ध होगी जब सभी व्यापारी अपने व्यापारिक हितों की रक्षा के लिए एकजुट होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार से नीतियों में बदलाव की अपील की जानी चाहिए और यदि आवश्यक हुआ तो इसके खिलाफ शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा। उन्होंने सभी व्यापारियों से इस मुद्दे पर एकजुट होने का आह्वान किया है।
यह विरोध प्रदर्शन मेरठ में स्थानीय बनाम ऑनलाइन व्यापार के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति व्यापारियों की गहरी चिंता व्यक्त करता है।
