मेरठ: प्राइवेट स्कूलों की मनमानी के खिलाफ भाकियू (चढूनी) का प्रदर्शन, जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन
अभिभावकों के आर्थिक शोषण का आरोप, मान्यता प्राप्त दुकानों से सामान खरीदने का दबाव, कार्रवाई न होने पर लखनऊ में प्रदर्शन की चेतावनी
Apr 7, 2025, 17:35 IST
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मेरठ में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) ने प्राइवेट स्कूलों द्वारा कथित तौर पर की जा रही मनमानी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। यूनियन ने इस संबंध में जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा है, जिसमें उन्होंने स्कूलों पर अभिभावकों का आर्थिक शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया है।READ ALSO:-मेरठ: परमजीत हत्याकांड में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मुठभेड़ में 25 हजार के दो इनामी बदमाश गिरफ्तार, हेड कांस्टेबल भी घायल
यूनियन का कहना है कि प्राइवेट स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर दबाव बना रहे हैं कि वे अपने बच्चों की ड्रेस, किताबें और स्टेशनरी केवल स्कूल द्वारा मान्यता प्राप्त दुकानों से ही खरीदें। विरोध करने पर बच्चों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतें भी सामने आई हैं, जिससे अभिभावक और बच्चे परेशान हैं। किसान यूनियन के पदाधिकारियों ने इस मुद्दे पर कई स्कूल प्रधानाचार्यों से मुलाकात की, लेकिन कोई संतोषजनक समाधान नहीं निकल सका।
जिला अध्यक्ष काजल चौधरी और युवा जिला अध्यक्ष दीपक जाखड़ के नेतृत्व में भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने बताया कि नए शैक्षणिक सत्र में प्राइवेट स्कूल एडमिशन फीस, बिल्डिंग फीस और अन्य विभिन्न शुल्कों के नाम पर अभिभावकों से अत्यधिक वसूली कर रहे हैं। इसके अलावा, स्कूल द्वारा तय की गई मान्यता प्राप्त दुकानें भी इन वस्तुओं के मनमाने दाम वसूल रही हैं, जिससे मध्यम वर्गीय परिवारों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है और उनके बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है।
यूनियन ने जिलाधिकारी को सौंपे गए ज्ञापन में चेतावनी दी है कि यदि जिला स्तर पर इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जाती है, तो वे लखनऊ में बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे। यूनियन ने मनमानी करने वाले स्कूलों की पहचान कर ली है और उन्होंने यह भी कहा है कि यदि ये स्कूल अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं करते हैं, तो यूनियन कार्यकर्ताओं द्वारा उन स्कूलों के बाहर भी धरना-प्रदर्शन किया जाएगा ताकि उनकी मनमानी पर लगाम लगाई जा सके और अभिभावकों को राहत मिल सके।
