मेरठ: परमजीत हत्याकांड में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, मुठभेड़ में 25 हजार के दो इनामी बदमाश गिरफ्तार, हेड कांस्टेबल भी घायल
हस्तिनापुर में 2 अप्रैल को हुई परमजीत उर्फ गुल्ला की हत्या के मामले में पुलिस ने मुठभेड़ के बाद दो मुख्य आरोपियों को धर दबोचा, दोनों के पैर में लगी गोली, एक हेड कांस्टेबल भी घायल
Apr 7, 2025, 15:11 IST
|

मेरठ के हस्तिनापुर थाना क्षेत्र में 2 अप्रैल को हुए परमजीत उर्फ गुल्ला की हत्या के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। सोमवार सुबह पुलिस ने मुठभेड़ के बाद इस हत्याकांड में शामिल दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी है, जबकि पुलिस का एक हेड कांस्टेबल भी घायल हुआ है। घायल पुलिसकर्मी और दोनों आरोपियों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है। पुलिस अब इस मामले में फरार अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है।READ ALSO:-मेरठ: नाले में मिली बिजनेसमैन की लाश, पहले गोली मारी, फिर चाकुओं से गोदा – स्कूटी 5 KM दूर मिली
यह मामला 2 अप्रैल का है, जब हस्तिनापुर के लतीफपुर गांव में परमजीत उर्फ गुल्ला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद मृतक परमजीत के भाई साजन सिंह ने थाने में तहरीर दी थी, जिसमें सात लोगों को नामजद किया गया था। नामजद आरोपियों में प्रभू सिंह, बलबीर सिंह छग्गा, फौता उर्फ मनमीत, हैप्पी सिंह, दिलदार सिंह, सतनाम सिंह और दर्शन सिंह शामिल थे। पुलिस तभी से इन आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास कर रही थी।
सोमवार सुबह हस्तिनापुर पुलिस इलाके में वाहनों की चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान पुलिस को सूचना मिली कि दो संदिग्ध व्यक्ति एक बाइक पर सवार होकर गुजर रहे हैं। पुलिस ने जब उन्हें चेकिंग के लिए रोकने का प्रयास किया, तो वे नहीं रुके और जंपूदीप चौराहे से जंगल की ओर भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया, तो वे किशोरपुर पुल के पास कच्चे रास्ते की तरफ मुड़ गए, जिससे उनकी बाइक मिट्टी में फिसलकर गिर गई।
बाइक गिरने के बाद पुलिस ने दोनों युवकों को पकड़ने की कोशिश की, तो उन्होंने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग में हेड कांस्टेबल तरुण मलिक के हाथ में गोली लग गई, जिससे वह घायल हो गए। जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आत्मरक्षा में फायर किया, जिसमें दोनों बाइक सवारों के पैर में गोली लगी।
पूछताछ में घायल युवकों की पहचान छंग्गा उर्फ बलवीर पुत्र बच्चन सिंह और फौता उर्फ मनमीत पुत्र कालू उर्फ अवतार सिंह के रूप में हुई। दोनों ही लतीफपुर के रहने वाले हैं और इन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित था। पुलिस को इनकी हत्या के मामले में तलाश थी।
पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से हत्या में इस्तेमाल की गई एक पिस्टल, कुछ खोखे और जिंदा कारतूस, एक देसी तमंचा और उसके खोखे, तथा उनकी प्लेटिना बाइक बरामद की है। पुलिस ने बताया कि इन आरोपियों के खिलाफ हस्तिनापुर थाने में पहले से ही कई धाराओं में मुकदमे दर्ज हैं।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि सोमवार को हस्तिनापुर पुलिस को सूचना मिली थी कि दो इनामी बदमाश जंबूदीप के आसपास देखे गए हैं। पुलिस टीम जब उन्हें पकड़ने गई, तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जिसमें हेड कांस्टेबल तरुण मलिक घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, जिसमें दोनों आरोपी बलबीर और मनमीत घायल हो गए। उन्होंने बताया कि दोनों आरोपियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम था और यह हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई थी। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और अन्य आरोपियों की तलाश के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।