काबुल के एक एजुकेशन सेंटर में आत्मघाती बम विस्फोट, हादसे में करीब 100 बच्चों के मारे जाने की खबर

अफगानिस्तान पुलिस के प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि आत्मघाती हमलावर ने एक शिक्षा केंद्र के अंदर खुद को उड़ा लिया।
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Afganistan
तालिबान के शासन के बाद से अफगानिस्तान में बम विस्फोट की घटनाएं कम नहीं हो रही हैं। एक नई रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी काबुल के एक स्कूल में आत्मघाती बम विस्फोट में कम से कम 100 बच्चे मारे गए। स्थानीय पत्रकारों का कहना है कि रिपोर्टिंग के दौरान मानवीय संवेदनाएं हिल गईं। स्कूल के आसपास शवों की पहचान करना भी मुश्किल हो रहा था। कहीं हाथ थे, कहीं पैर थे।Read Also:-मेरठ : ज्वैलरी शोरूम में 7 करोड़ की चोरी, सोना-हीरा लेकर चोर फरार, शोरूम मालिक ने पुलिस में लिखाई चोरी की रिपोर्ट, चोर पर रखा 2 लाख रुपए का इनाम

 

प्रवक्ता खालिद जादरान ने कहा कि शुक्रवार तड़के दशती बारची इलाके के एक केंद्र में विस्फोट हुआ। अफगानिस्तान के अल्पसंख्यक शिया समुदाय के ज्यादातर लोग इसी इलाके में रहते हैं। जादरान ने कहा कि हताहतों में हाई स्कूल के छात्र भी शामिल हैं। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के प्रवक्ता नफी ताकोर ने दुर्घटना के बारे में ब्योरा दिए बिना कहा कि विस्फोट तड़के हुआ। विस्फोट काबुल के दक्षिण में दस्ती बारची इलाके में एक शैक्षणिक संस्थान में हुआ।Read Also:-UPI से अगर पैसा गलत अकाउंट में चला गया तो 48 घंटे के भीतर पैसा रिफंड होगा, जानिए कैसे, इस के बारे में सब कुछ......

 


हालांकि सोशल मीडिया पर हमले में मौत को लेकर तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। बिलाल सरवरी ने 100 लोगों की हत्या करने का दावा किया है।

 काबुलः स्कूल में फिदायीन हमला, हादसे में 100 बच्चों के मारे जाने की खबर

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, धमाका शहर के पश्चिम में दश्त-ए-बारची इलाके के काज़ स्कूल में हुआ। एक स्थानीय पत्रकार बिलाल सरवरी ने हमले पर ट्वीट किया, "हमने अब तक अपने छात्रों के 100 शवों की गिनती की है। मारे गए छात्रों की संख्या बहुत अधिक है। कक्षा खचाखच भरी थी। वे छात्र विश्वविद्यालय में प्रवेश की तैयारी करने को यहां जमा हुए थे।"

 


एक स्थानीय पत्रकार के अनुसार, इस घटना में ज्यादातर छात्र मारे गए, जिनमें ज्यादातर हजारा और शिया थे। हजारा अफगानिस्तान में तीसरा सबसे बड़ा जातीय समूह है।

 साल 2014 में तालिबानी आतंकियों ने पाक के आर्मी पब्लिक में 132 बच्चों पर गोलियां चलाई थी। इस हमले में 141 लोगों की मौत हुई थी।

सड़क पर बिखरे थे हाथ पांव
समाचार देने वाले ने उस भयावहता को याद करते हुए कहा जो काज उच्च शिक्षा केंद्र के एक शिक्षक ने बच्चों के अंगों पर उठाया। कहीं हाथ थे और कहीं पैर थे। विस्फोट से पहले का एक वीडियो भी ट्विटर पर साझा किया गया जिसको  आतंकवादियों ने बम विस्फोट से उदा दिया।
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