अब क्या निजी क्षेत्र के कर्मचारियों को भी नई पेंशन योजना यूपीएस (UPS) का मिलेगा लाभ?
केंद्र सरकार की नई पेंशन योजना यूपीएस सरकारी कर्मचारियों के लिए लागू हो गई है। इस योजना का लाभ लाखों कर्मचारियों को मिलेगा। क्या इस योजना में निजी कर्मचारी भी शामिल होंगे? आइए इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हैं।
Aug 25, 2024, 09:00 IST
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केंद्र सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना की घोषणा की है। सरकारी कर्मचारियों के पास या तो पुरानी योजना एनपीएस में बने रहने या नई योजना यूनिफाइड पेंशन स्कीम यूपीएस चुनने का विकल्प होगा। मोदी सरकार की इस पेंशन योजना में कई फायदे हैं, जो रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों की जिंदगी को आसान बना सकते हैं। READ ALSO:-टोल पर 10 सेकंड से ज्यादा की देरी पर टैक्स देना होगा या नहीं, इस पर NHAI ने लिया ये बड़ा फैसला....
जैसे, 25 साल की सेवा के बाद मूल वेतन का 50 फीसदी पेंशन, 10 साल की सेवा के बाद 10 हजार रुपये पेंशन जैसे प्रावधान हैं। ऐसे में निजी क्षेत्रों को भी उम्मीद जगी है कि उन्हें भी इस योजना का लाभ मिलेगा। हालांकि, केंद्र सरकार ने अभी योजना और निजी क्षेत्र के कर्मचारियों के बारे में कुछ नहीं कहा है। लेकिन भविष्य में निजी क्षेत्र को इसमें शामिल किया जा सकता है।
#WATCH | Union Minister Ashwini Vaishnaw says, "Today the Union Cabinet has approved Unified Pension Scheme (UPS) for government employees providing for the assured pension...50% assured pension is the first pillar of the scheme...second pillar will be assured family… pic.twitter.com/HmYKThrCZV
— ANI (@ANI) August 24, 2024
राष्ट्रीय पेंशन योजना को साल 2004 में लागू किया गया था। उस समय भी यूपीएस की तरह यह योजना सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए थी। लेकिन कुछ साल बाद 2009 में निजी क्षेत्र को भी इसमें शामिल कर लिया गया। यह सुपरहिट साबित हुई। साल दर साल इसमें बढ़ोतरी होती रही। हर साल इसमें 28 फीसदी से ज्यादा की ग्रोथ देखने को मिली. इस साल जुलाई में एनपीएस एसेट्स में 39 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई और यह 2.59 लाख करोड़ की संपत्ति बन गई. हर साल 9 लाख से ज्यादा प्राइवेट कर्मचारी इससे जुड़ते गए. पिछले महीने तक करीब 58 लाख कर्मचारी प्राइवेट सेक्टर से थे. ऐसे में इस योजना को और लोकप्रिय बनाने के लिए संभव है कि जल्द ही इसे प्राइवेट सेक्टर में भी लागू किया जाए.
आपको बता दें कि एनपीएस (National Pension Scheme) एक स्वैच्छिक योजना है, जिसमें 18-60 आयु वर्ग के सरकारी और प्राइवेट कर्मचारी शामिल होते हैं। बुढ़ापे में भी नियमित आय होनी चाहिए. सरकार की चिंता है कि कर्मचारी का जीवन आराम से बीते। चाहे व्यक्ति बिजनेस कर रहा हो या नौकरी. बुजुर्गों की जिम्मेदारी समाज के साथ सरकार की भी है। सरकार ने उनके प्रयासों के लिए कई तरह की योजनाएं शुरू की हैं। नेशनल पेंशन स्कीम उसी का एक हिस्सा है। जिसमें व्यक्ति को 60 साल पूरे होने के बाद संरक्षित आय का हिस्सा मिलना शुरू हो जाता है. एनपीएस स्कीम में दो तरह के खाते खोले जाते हैं। टियर वन और टू।
एनपीएस (NPS) में दो तरह के खाते खोले जाते हैं
एक में, कर्मचारी 60 साल की उम्र तक पैसे नहीं निकालते हैं। जिसके बाद उन्हें जीवन भर पेंशन प्रदान की जाती है। दूसरा स्वैच्छिक बचत खाता है। जिसमें कर्मचारी जब चाहे पैसे निकाल सकता है। लेकिन इस खाते को खोलने से पहले टियर वन अकाउंट सक्रिय होना जरूरी है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद, कर्मचारी को लाभ प्राप्त करने के लिए CRA द्वारा खोले गए रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (PRAN) के बारे में सूचित किया जाता है। इसके बाद, कर्मचारी अपने चुने हुए POP-SP के माध्यम से अपनी सदस्यता शुल्क जमा करना शुरू कर देता है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद, कर्मचारी को लाभ मिलना शुरू हो जाता है।
एक में, कर्मचारी 60 साल की उम्र तक पैसे नहीं निकालते हैं। जिसके बाद उन्हें जीवन भर पेंशन प्रदान की जाती है। दूसरा स्वैच्छिक बचत खाता है। जिसमें कर्मचारी जब चाहे पैसे निकाल सकता है। लेकिन इस खाते को खोलने से पहले टियर वन अकाउंट सक्रिय होना जरूरी है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद, कर्मचारी को लाभ प्राप्त करने के लिए CRA द्वारा खोले गए रिटायरमेंट अकाउंट नंबर (PRAN) के बारे में सूचित किया जाता है। इसके बाद, कर्मचारी अपने चुने हुए POP-SP के माध्यम से अपनी सदस्यता शुल्क जमा करना शुरू कर देता है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद, कर्मचारी को लाभ मिलना शुरू हो जाता है।