Jashpur Accident: छत्तीसगढ़ में दशहरा झांकी के दौरान तेज रफ्तार कार ने श्रद्धालुओं को कुचला, 4 की मौत, 20 घायल

श्रद्धालु विजर्सन यात्रा में नाचते गाते चल रहे हैं, जबकि पीछे से एक तेज रफ्तार कार यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को कुचलती हुई निकलती दिखाई दे रहे हैं।

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Jashpur Road Accident: छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के पत्थलगांव में उत्तरप्रदेश के लखीमपुर जैसी घटना सामने आई है। यहां दशहरा झांकी के दौरान दुर्गा प्रतिमा विजर्सन यात्रा में शामिल लोगों को एक तेज रफ्तार कार ने कुचल (jashpur accident) दिया। इस हादसे में 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 20 से ज्यादा घायल हो गए। इस वारदात का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें श्रद्धालु विजर्सन यात्रा में नाचते गाते चल रहे हैं, जबकि पीछे से एक तेज रफ्तार कार यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को कुचलती हुई निकलती दिखाई दे रहे हैं। कार की टक्कर लगने से कुछ लोग दूर जाकर गिरे जबकि कई लोग कार के साथ ही घिसटते चले गए।

 

लोगों ने कार में लगा दी आग

इस हादसे के बाद वहां मौजूद लोगों ने कार को रोक लिया और ड्राइवर व कार में सवार एक अन्य युवक को बुरी तरह पीटा। गुस्साई भीड़ ने कार काे आग लगा दी और हत्यारोपी ड्राइवर को पुलिस के हवाले कर दिया। कार से गांजा बरामद हुआ है। पुलिस को शक है कि आरोपी ड्राइवर गांजे का नशाकर कार चला रहा था, जिसके बाद उसने लोगो को बेरहमी से कुचल दिया।  Read Also : झांसी में श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर-ट्राॅली पलटी, 7 महिलाओं समेत 11 लोगों की मौत

 

इस घटना के बाद से जश्पुर में हालात बेकाबू हो गए हैं। श्रद्धालुओं की हत्या की जानकारी मिलने पर लोगों में रोष है और शहर में तनाव का माहौल है। गुस्साए लोगों ने थाने का घेराव कर लिया है। लोग नारेबाजी करते हुए आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच चुके हैं और लोगों को शांत करने का प्रयास कर रहे हैं।

 

पकड़े गए आरोपियों की पहचान बबलू विश्वकर्मा पुत्र राधेश्याम विश्वकर्मा (21 साल) है निवासी सिंगरौली, बैढ़न, मध्य प्रदेश व शिशुपाल साहू पुत्र रामजन्म साहू (26) निवासी बबरगवां जिला सिंगरौली मध्य प्रदेश हैं। दोनों छत्तीसगढ़ से होकर गुजर रहे थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।


जशपुर में हुए इस हादसे के बाद एएसआई समेत 3 पुलिस अफसरों का सस्पेंड कर दिया गया है। इस पुलिस प्रशासन की लापरवाही सामने आई है। दरअसल विसर्जन यात्रा की अनुमति देने के बाद भी पुलिस प्रशासन ने ट्रैफिक डायवर्जन नहीं किया। जबकि यात्रा की अनुमति देने के बाद क्षेत्र के SDM, ASP, थाना प्रभारी SDOP, यातायात प्रभारी और संबंधित पुलिस अधिकारी जिम्मेदारी थी कि वे यात्रा को निकालने की व्यवस्था बनाए। ADM के अनुमति के अनुसार दुर्गा विसर्जन यात्रा के मार्ग में किसी भी प्रकार के वाहन के आवाजाही की अनुमति नहीं होती है और इसकी जिम्मेदारी संबंधित क्षेत्र के जिला और पुलिस प्रशासन की होती है। 

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