Flex Fuel Engine: केंद्र सरकार करने जा रही कार के इंजन में बड़ा बदलाव, पढ़ें

Flex Fuel Engine को लाने के लिए केंद्रीय मंत्री आने वाले कुछ महीनों में आदेश जारी कर देंगे। ऐसे वाहनों के आने से वैकल्पिक ईंधन का प्रयोग संभव हो सकेगा।
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Flex Fuel Engine
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में रोजाना बढ़ते कच्चे तेल (crude oil price in international market) की कीमतों में से देश में पेट्रोल के रेट में इजाफा जारी है। इस स्थिति से सरकार भी चिंतित है। जिसके लिए सरकार आने वाले कुछ महीनों में बड़ा कदम उठाने जा रही है। जिससे ऑटोमोबाइल में बदलाव होगा।

 

जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Union Minister Nitin Gadkari) ने कहा है कि वह अगले तीन से चार महीने में आदेश जारी करेंगे। जिसमें सभी वाहन निर्माताओं के लिए फ्लेक्स इंजन यानि वैकल्पिक ईंधन इंजन वाले वाहनों का उत्पादन अनिवार्य कर दिया जाएगा। लगभग 2 साल से नितिन गडकरी कार कंपनियों से फ्लेक्स इंजन बनाने का आग्रह कर रहे हैं, लेकिन इसे अभी तक अनिवार्य नहीं किया गया है। जिसके चलते कंपनियां भी इस ओर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहीं थी। आदेश के बाद कंपनियां इसे अमल में लाएंगे। read also : Volkswagen Taigun कई नए फीचर्स के साथ भारत में हुई लॉन्च, 10.49 लाख से शुरू है कीमत।

 

आखिर क्या है फ्लेक्स इंजन

जानकारी के अनुसार यह एक ऐसा इंजन है जो गैसोलीन (gasoline) और इथेनॉल (ethanol) या मेथनॉल (methanol) के मिश्रण का उपयोग कर सकता है। हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान में भारत को पेट्रोल में 20 फीसदी एथेनॉल मिलाने की इजाजत है। हालांकि, इंजन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। अब अगर एथेनॉल का स्तर बढ़ा है तो इंजन को भी जरूरी बदलाव करने होंगे।   read also : Maruti Alto एडवांस फीचर्स और नई तकनीक से लैस होकर जल्द आएगी सामने।

 

केंद्रीय मंत्री ने बदलाव करने को कहा

 केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Road and Transport Minister Nitin Gadkari) ने कार कंपनियों से इंजन में बदलाव करने को कहा है।  सरकार का मानना है कि पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों के बीच वैकल्पिक ईंधन की ओर रुख किया जा सकता है।सरकार के अनुसार वैकल्पिक ईंधन से कई बड़े फायदे होंगे, एक तो पेट्रोल, डीजल की खपत कम होगी तो दाम नियंत्रण में आ जाएंगे। वहीं, प्रदूषण भी कम होगा।   Read ALso :Okaya Freedum Electric Scooter भारत में लॉन्च, जानें Made in India स्कूटर की कीमत-खासियत

 

80 प्रतिशत कच्चे तेल का आयात करता है भारत

जानकारी के अनुसार भारत मांग के अनुसार अपने कच्चे तेल (crude oil price) का 80% से ज्यादा आयात करता है। चूंकि वह डॉलर में व्यापार करता है, इसलिए उसे अधिक विदेशी मुद्रा भी खर्च करनी पड़ती है। सरकार कच्चे तेल के आयात को कम करके इन लागतों को कम करने में सक्षम होगी। इसके अलावा देश में गन्ने और मकई के कचरे से इथेनॉल (ethanol) को वैकल्पिक ईंधन (alternative fuel) के रूप में भी बनाया जा सकता है।  यह भी पढ़ें - रेनो की इस बड़ी फैमिली कार को आज खरीदें और अगले साल दें पैसे, कंपनी दे रही है बंपर डिस्काउंट। 

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