Kartik Purnima 2021 : कार्तिक पूर्णिमा तिथि आज दोपहर 12 बजे से शुक्रवार दोपहर 2 :26 तक रहेगी, ना करें ये गलतियां, पढ़ें

kartik purnima : मुहूर्त के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा स्नान आज(बृहस्पतिवार) दोपहर 12 बजे से शुरू हो गया है और शुक्रवार दोपहर 2 बजकर 26 मिनट तक रहेगा। 
 
Kartik Purnima 2021 : कार्तिक पूर्णिमा से कार्तिक मास (kartik mas) शुरू हो जाता है। यह पूरा महीना पूजन के लिए अच्छा माना जाता है। हम कार्तिक पूर्णिमा को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहते हैं। इस बार कार्तिक पूर्णिमा 19 नवंबर को है। परंतु आज यानी बृहस्पतिवार दोपहर 12 बजे से पूर्णिमा तिथि शुरू हो गई है जो शुक्रवार दोपहर 2 : 26 मिनट तक रहेगी। इस बीच गंगा स्नान करना बेहद शुभ माना जाता है। वहीं, देव दिवाली  भी मनाई जाती है। यह विशेषकर काशी में अद्भुत नजारा देखने को मिलता है।

 

ज्योतिषाचार्यों की माने तो कार्तिक पूर्णिमा पर विधि से पूजन और गंगा स्नान करना शुभ माना जाता है। परंतु कुछ कार्य ऐसे भी हैं जो हमें कार्तिक पूर्णिमा के दिन नहीं करने चाहिए। अगर हम इन कार्यों या गलतियों को करते हैं तो उसका फल हमारे लिए सुख भरा नहीं होता है। हमारे जीवन में समस्याएं घर कर लेती हैं। इस लिए हमें कार्तिक पूर्णिमा पर कुछ कार्य नहीं करने चाहिए।  read also : Kartik Purnima 2021 : कार्तिक पूर्णिमा पर ये है शुभ मुहूर्त और पूजा विधि, क्यों मनाते हैं देव दीपावली, जानें

 इस बार शुक्रवार 19 नवंबर को मनाई जा रही कार्तिक पूर्णिमा को सभी पूर्णिमा में सबसे अधिक पवित्र और खास माना गया हैं। इस दिन भी दिवाली की तरह लोग घरों में दीपक जलाते हैं और पूजा पाठ किया जाता हैं इस पूर्णिमा पर पूजा पाठ करने से भगवान प्रसन्न हो जाते हैं इस दिन शिव ने त्रिपुरासुर राक्षस का अंत किया था इसी खुशी में देवताओं ने दीपक जलाकर खुशियां मनाई थी। Read also : Kartik Purnima 2021 : कार्तिक पूर्णिमा पर इन उपायों को करने से जीवन में मिलता है सुख, होती है सौभाग्य में वृद्धि

 

कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करें

इस दिन पूजा पाठ, दान आदि करने से खास पुण्य मिलता हैं विष्णु पुराण के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima) के दिन ही श्री विष्णु ने मत्स्यावतार लिया था इस दिन पवित्र नदियों में स्नान किया जाता हैं इसके अलावा भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा की जाती हैं। कार्तिक पूर्णिमा के दिन सुबह जल्दी उठकर ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करें हो सके तो पवित्र नदी में स्नान करें अगर आप नदी में स्नान नहीं कर सकते हैं तो अपने नहाने के पानी में थोड़ा सा गंगाजल मिलाकर स्नान करें। यह भी पढ़ें - Garhmukteshwar Kartik Mela : गढ़मुक्तेश्वर कार्तिक पूर्णिमा मेला शुरू, 19 नवंबर को है स्नान, ड्रोन से रखी जा रही नजर

 

कार्तिक पूर्णिमा Kartik Purnima ना करें ये गलतियां

  • कार्तिक पूर्णिमा ( Kartik Purnima 2021) बेहद पवित्र दिन हैं ऐसे में इस दिन किसी से बहस नहीं करनी चाहिए।
  • किसी के साथ अभद्र व्यवहार और अपशब्द कहने की गलती न करें।
  • जहां तक हो इस दिन तामसी चीजों का सेवन ना करें इस दिन नॉनवेज और शराब का सेवन करना जीवन में संकटों को बुलावा देता हैं।
  • ये दिन दान और पुण्य प्राप्ति का दिन होता हैं ऐसे में इस दिन किसी असहाय या गरीब का अपमान करना पुण्यों को नष्ट करने के लिए काफी होता हैं।
  • इस पवित्र दिन नाखून और बाल काटने से भी बचना चाहिए अगर आप ऐसा करते हैं तो जीवन में परेशानियों को बुलावा देते हैं।

 

कार्तिक पूर्णिमा तिथि

पूर्णिमा तिथि शुरू : 18 नवंबर, गुरुवार को दोपहर 12 बजे से
पूर्णिमा तिथि समाप्त : 19 नवंबर, शुक्रवार को दोपहर 02:26 मिनट तक
प्रदोष काल मुहूर्त : 18 नवंबर शाम 05:09 से 07:47 मिनट तक