बदन सिंह की फेसबुक पोस्ट: PM-CM से की ये अपील, लिखा- मैं आत्मसमर्पण करने को तैयार हूं... अगर

Badan SIngh Baddo : उत्तरप्रदेश (Uttar radesh)का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल बदन सिंह बद्दो एक बार फिर फेसबुक (Badan SIngh Baddo Facebook) और इंस्टाग्राम पर एक्टिव हुआ है। इस बार भी बदन सिंह ने पूर्व डीजीपी ब्रजलाल के साथ ही कई अन्य लोगों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

 
Badan SIngh Baddo : उत्तरप्रदेश (Uttar radesh) का मोस्ट वांटेड क्रिमिनल बदन सिंह बद्दो एक बार फिर फेसबुक (Badan SIngh Baddo Facebook) और इंस्टाग्राम पर एक्टिव हुआ है। बदन सिंह इससेे पहले अगस्त माह में कई बार फेसबुक पर पोस्ट डालकर पूर्व डीजीपी ब्रजलाल और कई अन्य अधिकारियों और बिजनेस मैन पर गंभीर आरोप लगा चुका है। बदन सिंह ने अपने फरार होने का कारण भी ब्रजलाल और अन्य कई लोगो पर लगाते हुए कहा था कि अगर मैं फरार न होता तो मेरी हत्या कर दी जाती। इस बार बदन सिंह ने फेसबुक पोस्ट लिखकर आत्मसमर्पण करने की बात कही। Read ALso : मंदिर के नाम संपत्ति के मालिक देवता ही होते हैं, पुजारी केवल सेवक है : सुप्रीम कोर्ट

 

एसआईटी गठित कर हो सभी आरोपों की जांच

अब बदन सिंह बद्दो एक बार बार फिर से फेसबुक पर आया। इस बार फेसबुक पोस्ट में बदन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्‌डा, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, भारत के मुख्य न्यायाधीश नुथलापति वेंकट रमण और इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश मुनीश्वर नाथ भंडारी का नाम लिखकर अपने द्वारा ब्रजलाल और अन्य लोगों पर लगाए गए आरोपों की जांच कराने की मांग की। बदन सिंह ने यह भी लिखा कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित कर किसी इमानदार अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाए। बदन सिंह ने कहा कि यदि ब्रजलाल एसआईटी और जांच को प्रभावित नहीं करेगा तो मैं उस जांच अधिकारी के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार हूं।

 

मैंने पुलिस को चुनौती नहीं दी

खुद के फेसबुक पर एक्टिव रहने के बारे में भी बदन सिंह लिखा कि मेरी फेसबुक पर सक्रियता पुलिस या देश की किसी अन्य एजेंसी के चुनौती नहीं है। मैंने समाचार पत्रों से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वे मेरे पक्ष को प्रकाशित नहीं करेंगे क्योंकि बृजलाल द्वारा उन पर दबाव डाला जाता है। मैंने डीजीपी उत्तर प्रदेश और एसएसपी मेरठ जैसे पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की है, लेकिन कोई भी बात करने को तैयार नहीं है, यही वजह है कि मेरे पास अपने पक्ष को रखने के लिए सोशल मीडिया के अलावा अन्य कोई विकल्प नहीं था। बदन सिंह ने लिखा कि मैं कई अफसरों पर इल्जाम लगा रहा हूं तो हां मैं इल्जाम लगा रहा हूं, लेकिन तथ्यों के साथ। मैं ब्रजलाल की तरह हवा में बात नहीं कर रहा।

 

मैंने डीजीपी से लेकर एसएसपी तक से बात करने की कोशिश की

बदन सिंह ने लिखा कि कुछ न्यूज पेपर और न्यूज चैनल के साथ ही ब्रजलाल और उसकी बी टीम मेरी पोस्ट को लेकर यह बात फैला रहे हैं कि मैंने फेसबुक पर पोस्ट डालकर यूपी के डीजीपी, यूपी पुलिस और अन्य एजेंसियों को चैलेंज किया है, लेकिन ऐसा नहीं है। मैंने 2019 में यूपी के डीजीपी से बात करनी चाहिए, इसके लिए मैंने उनके ऑफिस में कॉल भी किया। मैंने उन्हें बताया कि मैं बदन सिंह बोल रहा हूं और मुझे डीजीपी से बात करनी है। वहां से जवाब मिला कि आधे घंटे में कॉल कीजिए हम आपकी बात करा देंगे। मैंने फिर डीजीपी ऑफिस में कॉल किया, लेकिन किसी ने फोन नहीं उठाया।

 

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तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी के ऑफिस में भी दो बार कॉल किया

बदन सिंह ने लिखा कि मैंने तत्कालीन एसएसपी अजय साहनी के ऑफिस में भी दो बार कॉल किया। जब मैंने बताया कि बदन सिंह बोल रहा हूं तो वह हसने लगा। उसे लगा कोई मजाक कर रहा है और फोन काट दिया। मेरी एसएसपी अजय साहनी से भी बात नहीं हो पाई। फिर मैंने सीओ एसटीएफ से बात करनी चाही, लेकिन उनसे भी बात नहीं हो सकी। इसके बाद मैंने एसटीएफ के एक इंस्पेक्टर को फोन मिलाया। करीब 50 मिनट उनसे बात हुई, मैंने उन्हें सारी बात बताई, तोे उसने कर हा कि हमारे सीनियर अधिकारियों से बात कीजिए मैं अभी वैष्णो देवी आया हुआ हूं। मैंने दो चार दिन बाद दोबार उसे कॉल की तो उसने भी दोबारा मेरा फोन नहीं उठाया।

 

पत्रकारों ने भी कहा, ब्रजलाल का दबाव है

मैंने कुछ न्यूज चैनल और प्रिंट मीडिया के कुछ सीनियर पत्रकारों से भी बता की, लेकिन उन्होंने साफ कहा कि हमें और पुलिस अफसरों को सब पता है, ब्रजलाल ने सभी पर प्रेशर बनाया हुआ है, आपको मारने के लिए पूरी ताकत लगाई है इसीलिए कोई न तो आपकी बात सुनेगा न ही कोई कुछ लिखेगा। बदन सिंह ने लिखा कि इसीलिए मैंने इंस्टाग्राम और फेसबुक का सहारा लिया है ताकि अपना पक्ष रख सकूं। यह कोई चैलेंज नहीं है।

 

सिकंदर की मां ने सेंट्रल मिनिस्टरों तक से बात की

बदन सिंह ने लिखा कि मेरी तरह ही सिकंदर की मां ने भी पुलिस अफसरों से बात करने की काेशिश की उसने भाजपा के सेंट्रल मिनिस्टरों तक से बात की, लेकिन कुछ नहीं हुआ। सिकंदर की मां ने सोशल मीडिया पर भी कहा कि सिकंदर निर्दोश है उसे झूठा फंसाया जा रहा है, लेकिन मीडिया ने हमारे मामले का मजाक उड़ाया। हमने हजारों की तादाद में हिंदुस्तान के कई अफसरों को मेल किए, लेकिन आज तक कोई जवाब नहीं मिला। सिकंदर की मां ने एक पत्रकार के जरिए ADGP प्रशांत कुमार से बात की, लेकिन उन्होंने कहा कि इस मामले को SSP नितिन तिवारी देख रहे हैं आप नितिन तिवारी से सीधी बात कीजिए।

 

तत्काीलन एसएसपी ने दिया था ऑफर

बदन सिंह के मुतबिक सिकंदर की मां ने नितिन तिवारी से 3 बार बात की, तो उन्होंने कहा कि आप बदन सिंह को ढूंढकर हमें दे दीजिए और बदले में सिकंदर को इस मुकदमे से क्लीन चिट ले लीजिए। पहले बदन सिंह दो फिर क्लीन चिट ले लो। सिकंदर की मां ने नितिन तिवारी को बताया कि आप सिकंदर की मोबाइल की लोकेशन चेक कीजिए। उसने यह भी बताया कि पुलिसकर्मी घर के कैमरों की जो डीवीआर ले गए हैं उसमें भी सबूत है कि सिंकदर वहां नही था, लेकिन नितिन तिवारी इसी बात पर अड़े थे कि बदन सिंह दो और क्लीन चिट ले लो।

 

इंटेलीजेंस ब्यूरो तक का किया गलत इस्तेमाल

बदन सिंह ने लिखा कि ब्रजलाल मुझे और सिकंदर को तलाश करने के लिए इंटेलीजेंस ब्यूरो तक का इस्तेमाल कर रहा है।  नितिन तिवारी की पत्नी जो IPS ऑफिसर है और उस वक्त IB में पोस्ट थी, उन्होंने उनसे भी मुझे और सिकंदर को ढूंढने की पूरी कोशिश करवाई। बदन सिंह ने आरोप लगाया कि नितिन तिवारी ने अपनी पत्नी की पावर का दुरुपयोग करके आईबी को मुझे और सिकंदर की तलाश करने में लगवाया, जबकि उनका काम माफियाओं और गुंडों को तलाश करना नहीं होता। 

 

एक बड़े डॉक्टर के यहां मीटिंग करवाई

बदन सिंह के मुताबिक तत्कालीन एसएसपी नितिन तिवारी ने इस मामले में शहर के एक बड़े डॉक्टर के यहां मीटिंग करवाई। इस मीटिंग में ब्रजलाल की बी टीम ओर मेरे कई दोस्त जो अब ब्रजलाल की इस टीम का हिस्सा बनने जा रहे थे शामिल हुए। मीटिंग में मेरी और सिकंदर की हत्या करने की प्लानिंग की गई। इन डॉक्टर के मैं और सिकंदर दोनों पैर छूते थे इसीलिए इस बात काे सुनकर बहुत दुख हुआ।

 

भगवान भरोसे बैठ गई सिकंदर की मां

बदन सिंह के मुताबिक सिकंदर की मां ने लखनऊ में आईजी से बात की, क्योंकि उनकी टीम भी सिकंदर काे तलाश कर रही थी। उन्होंने सिकंदर की मां की बात सुनी और उन्हें समझाया, लेकिन नितिन तिवारी की तरह कोई ऑफर नहीं दिया, लेकिन इतनी काेशिश करने के बावजूद कुछ नहीं हो सका और वह भी थक हारकर भगवान भरोसे छोड़ गई। सिंकदर की मां ने उसे देश के बेस्ट स्कूलों जैसे शिमला, मसूरी, जीडी गोएंका वर्ल्ड स्कूल और पाथवे वर्ल्ड जैसे स्कूलों में पढ़ाया, लेकिन ब्रजलाल और उसके इशारों पर काम करने वाले आईपीएस अफसरों ने सिकंदर की जिंदगी बर्बाद कर दी।