बदन सिंह बद्दो फेसबुक पार्ट 2 : MLA महेद्र भाटी से पैसे लेकर पूर्व मंत्री पर को मारने वाले थे पूर्व DGP ब्रजलाल!
पुलिस हिरासत से फरार चल रहे ढाई लाख के इनामी डॉन बदन सिंह बद्दो ने एक बार फिर सोशल मीडिया पर अपनी दस्तक दी है और यूपी के पूर्व डीजीपी ब्रजलाल समेत कई सफेदपोशों पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
माफिया डॉन बदन सिंह बद्दों ने CHECKMATE नाम से लिखी फेसबुक पोस्ट में 5 लंबे चौड़े पैराग्राफ लिखे हैं। पहले पैराग्राफ के अंश हम पिछली खबर में लिख चुके हैं। दूसरे पैराग्राफ में बदन सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व डीजीपी ब्रजलाल ने पैसा कमाने के लिए एक ऐसे नए किस्म के संगठित अपराध की शुरुआत की जो दुनिया में कहीं और आज तक नहीं हुआ। इसके साथ ही बद्दो ने लिखा कि जुर्म दबाया तो जा सकता है, लेकिन छुपाया नहीं जा सकता।
ब्रजलाल ने शुरू किया नए किस्म का संगठित अपराध
बद्दों ने लिखा कि पूर्व डीजीपी और एसी-एसी कमिशन उत्तरप्रदेश के पूर्व चेयरमैन और अब सांसद ब्रजलाल। हम सब जानते हैं कि 1000 करोड़ की इंडस्ट्री लगाकर भी 7 करोड़ नहीं कमा सकते, लेकिन ब्रजलाल 1 रुपया लगाए बिना ही लगभग 7 करोड़ (ज्यादा भी हो सकता है ) हर महीने कमा रहे हैं। इसके अलावा ब्रजलाल और उनके परिवार के लिए वर्ड टूर, बिजनेस क्लास टिकट और 5 स्टार होटल फ्री हाे गया, क्योंकि टीवी चैनल केबल कारोबारी ब्रजलाल को यह हर साल गिफ्ट करते हैं। ब्रजलाल ने पैसा कमाने के लिए एक ऐसे नए किस्म के संगठित अपराध की शुरुआत की जो दुनिया में कहीं और आज तक नहीं हुआ।
सीएम से लेकर मीडिया सभी जानते हैं, लेकिन ब्रजलाल का खौंफ है
बद्दो ने लिखा कि ब्रजलाल एक संगठित अपराध को चलाने वाला भारत का पहला आईपीएस है। उसने लिखा कि यूपी में 2003 से 2020 के सभी मुख्यमंत्रियों, नेताओं, मीडिया, आईपीएस, आईएएस यानि नीचे से ऊपर तक सभी को यह सब मालूम है, लेकिन सब चुप हैं। इसे इसे ब्रजलाल का खौफ कहें या कोई राज जो ब्रजलाल को मालूम हो। ब्रजलाल ने 90% यूपी पुलिस का इस्तेमाल किया और 10% माफियाओं का, जो काम माफिया नहीं कर सकते थे वो पुलिस से कराते हैं और जो काम पुलिस नहीं करती वो माफियाओं से करवाते हैं।
161 के कानून का पूरा फायदा उठाया
बद्दों ने कहा कि मैं तो मामूली आदमी हूं, ब्रजलाल ने 161 के बयान जो पुलिस खुद लिखती है, इस कानून का पूरा फायदा उठाया। लोगों पर फर्जी पुलिस केस लगवाना, इनाम करना, पुलिस से मरवाना, पुलिस थानों में जबरदस्ती पार्टनरों से कंपनी में हिस्सेदारी लिखवाना, पुलिस द्वारा फोन सर्विलांस पर लगवना सब ब्रजलाल ने किया। इसके अलावा अपने आदमियों को जान के खतरे की फर्जी रिपोर्ट बनवाकर उन्हें सुरक्षा दिलवाई।
मेरी बातों का जवाब देने की जगह इधर-उधर की बातें कर गए
बद्दों ने इस पोस्ट में अपनी पिछली फेसबुक पोस्ट का भी जिक्र किया। उसने लिखा कि मेरी पहली पोस्ट के बाद ब्रजलाल और उसके काले कारोबार को संभालने वाला रोमी, प्रिंट मीडिया पर तो आए, लेकिन मेरे द्वारा लगाए गए किसी आरोप का जवाब नहीं दे पाए, लेकिन कुछ डिप्रेशन की बातें कर गए। बद्दो ने लिखा कि ब्रजलाल आप इधर उधर की बातें ना करें। आप मेरी बात का जवाब तो दे नहीं पाए, मैं आपकी बात का जवाब दूंगा। जैसे-
- ब्रजलाल का कहना है कि कोई मेरे माफिया से संबंध बताए
- बदन सिंह से एसएसपी ने 30 लाख लिए
- बदन की फेसबुक पोस्ट पर कितने लाइक, कमेंट आए, कितने लोगों ने उसकी पोस्ट शेयर की उन सब के खिलाफ पुलिस कार्रवाई करे
- ब्रजलाल AK 47 लेकर चलता है।
- बदन की फेसबुक पर जो पुलिस ऑफिसर हैं उन सबको अरेस्ट करें।
- यूपी पुलिस के ऑफिसर (IPS) बदन की मदद करते हैं।
- मुझे बदन से जान का खतरा है
- बीजेपी के कई एमपी एमएलए के नाम ब्रजलाल ने लिए, जो ब्रजलाल से डरते हैंं
- बदन की शिकायत तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती से की
- बदन की बसपा ज्वाइन हो रही थी वो रुकवा दी।
- बदन को नेता सपोर्ट करते हैं।
- 2003 से इनकम टैकस भरता हूं, बदन मेरे से गुंडा टैक्स मांगता था।
उपरोक्त सभी बातें पूर्व डीजीपी ब्रजलाल ने बदन सिंह बद्दो की पिछली फेसबुक पोस्ट के बाद अपने जवाब में मीडिया के सामने रखी थीं।
ब्रजालाल कहते हैं कोई मेरे माफियाओं से संबंध बताए
बद्दों ने लिखा- 1990 में उत्तरप्रदेश, दिल्ली, हरियाणा में डीपी यादव (MLA), महिंद्र फौजीं और महेद्र भाटी (MLA), सतबीर गुर्जर, रविंद्र सिंह भूरा के बीच एक बड़ी गैंगवार चल रही। उस वक्त ब्रजलाल पैसे लेकर महेद्र भाटी (MLA), सतबीर गुर्जर के लिए काम करते थे और केवल डीपी यादव (MLA), महिंद्र फौजीं के लोगों को ही मारा करते थे। बद्दो ने लिखा कि ब्रजलाल ने महेद्र भाटी (MLA), सतबीर गुर्जर के कहने पर उनके प्रतिद्वंदी (मेरठ (अब शामली) के एक ताकतवर राजनीतिक परिवार के मुखिया) पर फर्जी मुकदमे लगाकर एनकाउंटर की तैयारी की, लेकिन कामयाब नहीं हो पाए जिसके कारण ब्रजलाल का मेरठ से ट्रांसफर कर दिया गया। यह राजनीतिक परिवार के मुखिया कई बार यूपी सरकार में मंत्री बने और उनके भाई 2013 में सुप्रीम कोर्ट के जज बने। जब तक वो जज थेतब तक ब्रजलाल के कई काले कारनामों की जांचे अलग-अलग कोर्ट में चल रही थी। जब तक वो जज रहे तब तक खुद को बहादुर कहने वाला ब्रजलाल डिप्रेशन में रहा।
यहां बद्दों ने शामली निवासी जिन सुप्रीम कोर्ट के जज का जिक्र किया है उनका नाम जस्टिस बीएस चौहान है। वे पूर्व मंत्री वीरेंद्र सिंह के भाई हैं।
अभी हमने इस खबर में बदन सिंह की पोस्ट का दूसरा हिस्सा ही प्रकाशित किया है, क्योंकि यह पोस्ट बहुत बड़ी है। हम अगली कुछ खबरों में बद्दो की पूरी पोस्ट उसी के लिखे शब्दों में प्रकाशित करेंगे। पोस्ट का पहला हिस्सा पढ़ने के लिए क्लिक करें