काम की खबर : स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) ने जारी किया एटीएम (ATM) से कैश निकालने का नया नियम, आप भी जानिए क्या है ये नियम 

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने एटीएम से पैसे निकालने का नया नियम बनाया है। अब एसबीआई (SBI) के ग्राहकों को एटीएम से पैसे निकालते समय वन टाइम पासवर्ड यानि ओटीपी (OTP) भी डालना होगा।
 
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने एटीएम से पैसे निकालने का नया नियम बनाया है। अब एसबीआई के ग्राहकों को एटीएम (ATM) से पैसे निकालते समय वन टाइम पासवर्ड यानि ओटीपी (OTP) भी डालना होगा। यह सुविधा 24 घंटे और 7 दिन दी जा रही है। यह सुविधा एसबीआई (SBI) के प्रत्येक एटीएम में 10,000 रुपये से अधिक के लेनदेन पर दी जा रही है।Read Also:-काम की खबर : आयुष्मान भारत कार्ड का बढ़ा दायरा, ट्रांसजेंडर भी ले सकेंगे लाभ, जानिए पूरी खबर में क्या बढ़ी सुविधाएं

 

धोखाधड़ी की घटनाओं को देखते हुए एसबीआई (SBI) ने एटीएम (ATM) से नकद निकासी को और सुरक्षित कर दिया है। इसे देखते हुए ग्राहक के मोबाइल पर ओटीपी (OTP) भेजा जाता है। फिर वही ओटीपी (OTP) एटीएम  (ATM) में डालना होगा। इस नई सेवा का नाम ओटीपी (OTP) आधारित कैश विड्रॉल सुविधा है। बैंक में ग्राहक का जो भी मोबाइल नंबर डाला जाता है, उस पर ओटीपी आता है।Read Also:-UP Local Body Election 2022 : यूपी में नवंबर में हो सकती है निकाय चुनाव की घोषणा, देखें परिसीमन को लेकर क्या है विशेष जानकारी

 

एक ओटीपी (OTP) से वन टाइम ट्रांजैक्शन किया जा सकता है। यह ग्राहक के सत्यापन का एक साधन है। इससे वही व्यक्ति एटीएम (ATM) से पैसे निकाल सकेगा जिसका ओटीपी (OTP) उसके मोबाइल पर भेजा जाएगा। और ओटीपी (OTP) उसी व्यक्ति के मोबाइल पर जाएगा जिसका एसबीआई (SBI) में खाता है। स्टेट बैंक ने ओटीपी (OTP) आधारित नकद निकासी को धोखाधड़ी करने वाले लोगों के खिलाफ टीकाकरण बताया है। एसबीआई (SBI) का कहना है कि ग्राहकों को धोखाधड़ी से बचाना उसकी प्राथमिकता है।

 

साथ ही ओटीपी (OTP) से पैसे निकालने का तरीका भी जानें। दरअसल, जब कोई ग्राहक एटीएम (ATM) में डेबिट कार्ड डालता है तो उसके मोबाइल फोन पर एक ओटीपी (OTP) आता है। ग्राहक को सबसे पहले इस ओटीपी (OTP) को एटीएम (ATM) में दर्ज करना होगा। उसके बाद ही नकद निकासी की प्रक्रिया शुरू होगी। इसलिए अगर आप एसबीआई (SBI) के ग्राहक हैं और एसबीआई (SBI) के एटीएम (ATM) से पैसे निकालने जा रहे हैं तो मोबाइल फोन साथ ले जाना न भूलें।

 

आपके मोबाइल पर भेजा गया ओटीपी (OTP) 4 अंकों का नंबर है। यह ओटीपी (OTP) बताता है कि ग्राहक सही है क्योंकि इसे पंजीकृत नंबर पर भेजा जाता है। ओटीपी (OTP) का इस्तेमाल ट्रांजेक्शन में ऑथेंटिकेशन के लिए या यूं कहें कि वेरिफिकेशन के लिए किया जा रहा है। आजकल लगभग हर बैंकिंग सेवा में ओटीपी (OTP) लागू कर दिया गया है ताकि धोखाधड़ी से निजात मिल सके। ओटीपी (OTP) आधारित एटीएम (ATM) से जालसाज कैश नहीं निकाल सकेंगे।

 

ओटीपी (OTP) आधारित नकद निकासी के लिए यदि ग्राहक 10,000 रुपये से अधिक की निकासी करना चाहता है तो उसे ओटीपी (OTP) दर्ज करना होगा। इसके अलावा ग्राहक को डेबिट कार्ड का पिन नंबर भी डालना होगा। इससे एटीएम (ATM) निकासी में दोहरी सुरक्षा मिलती है। पहले ओटीपी (OTP) और फिर डेबिट कार्ड पिन। तभी एटीएम (ATM) से पैसे निकाले जा सकते हैं।