बिजनौर: आखिरकार पिंजरे में कैद हुआ खूंखार तेंदुआ, दो महिलाओं और एक पुरुष को मार चुका था, कई को कर चुका था घायल, इलाके में मची थी दहशत
उत्तर प्रदेश के बिजनौर के चांदपुर इलाके में पिछले दो महीने से आतंक मचा रहा तेंदुआ आखिरकार पिंजरे में कैद हो गया है। इस खूंखार तेंदुए ने इलाके में आतंक मचा रखा था और अब तक कई लोगों को घायल कर चुका था, जबकि तीन लोगों की जान भी ले चुका था। तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग की कई टीमें लगी हुई थीं।
Aug 29, 2024, 14:39 IST
खबरीलाल मीडिया हिमपुर/बिजनौर। वन विभाग को जंगल में लगाए गए पिंजरे में एक तेंदुए को पकड़ने में बड़ी सफलता मिली है। पिंजरे में फंसे तेंदुए ने पिलाना और आसपास के गांवों में आतंक मचा रखा था। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार पकड़े गए तेंदुए ने दो महिलाओं और एक किसान को मार डाला था। READ ALSO:-मेरठ-लखनऊ के बीच इसी महीने में 31अगस्त से चलेगी वंदे भारत एक्सप्रेस; जानिए ट्रेन का शेड्यूल और किन-किन स्टेशनों पर रुकेगी?
एक माह में चांदपुर क्षेत्र के गांव पिलाना में तेंदुए ने एक किशोरी और एक महिला को मार डाला था। करीब एक सप्ताह पूर्व निकटवर्ती गांव जलालपुर हसना में भी तेंदुए ने एक किसान को मार डाला था। इसके बाद कई टीमें लगाई गईं और जंगल में पिंजरे भी लगाए गए। पिछले कई दिनों से कुलचाना गांव के आसपास भी तेंदुआ देखा जा रहा था। सड़क किनारे और आबादी के पास अक्सर तेंदुआ दिखने से भयभीत ग्रामीणों की शिकायत पर वन विभाग ने सोमवार को ही वहां पिंजरा लगा दिया था। READ ALSO:-मेरठ : अब करें बिजली का बिल जीरो...PM सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना का लाभ उठाएं, जल्दी इस तरह से करें आवेदन
बड़े दांत टूटे थे, इसलिए बना आदमखोर
वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि जो तेंदुआ पकड़ा गया, उसके दोनों बड़े दांत, जिन्हें कैनाइन भी कहते हैं, टूटे हुए थे। तेंदुए इन दांतों का इस्तेमाल जानवरों को मारने में करते हैं। अगर ये दांत टूट जाएं, तो जानवरों का शिकार करना मुश्किल हो जाता है और जानवर भाग जाता है। ऐसी स्थिति में तेंदुआ आदमखोर हो जाता है। इस तेंदुए के साथ भी यही हुआ होगा।
वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि जो तेंदुआ पकड़ा गया, उसके दोनों बड़े दांत, जिन्हें कैनाइन भी कहते हैं, टूटे हुए थे। तेंदुए इन दांतों का इस्तेमाल जानवरों को मारने में करते हैं। अगर ये दांत टूट जाएं, तो जानवरों का शिकार करना मुश्किल हो जाता है और जानवर भाग जाता है। ऐसी स्थिति में तेंदुआ आदमखोर हो जाता है। इस तेंदुए के साथ भी यही हुआ होगा।
सुबह पिंजरे में फंसा दिखा तेंदुआ
बुधवार सुबह जब ग्रामीण वहां से गुजरे, तो उन्होंने पिंजरे में तेंदुए को देखा और इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। ग्रामीणों ने राहत महसूस की कि तेंदुआ पिंजरे में फंसा है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पिंजरे में बंद तेंदुए को रेस्क्यू किया और रेंज कार्यालय ले गई।
बुधवार सुबह जब ग्रामीण वहां से गुजरे, तो उन्होंने पिंजरे में तेंदुए को देखा और इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। ग्रामीणों ने राहत महसूस की कि तेंदुआ पिंजरे में फंसा है। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने पिंजरे में बंद तेंदुए को रेस्क्यू किया और रेंज कार्यालय ले गई।
वन क्षेत्राधिकारी दुष्यंत कुमार मावी ने बताया कि पिंजरे में फंसा तेंदुआ पिलाना गांव के जंगल में दो महिलाओं और जलालपुर भूड़ के जंगल में एक किसान को मार चुका है।
एसडीओ ज्ञान सिंह ने बताया कि तेंदुआ के निचले कैनाइन दांत टूटे हुए थे। इस कारण वह बड़े या अधिक फुर्तीले जानवरों का शिकार नहीं कर पाता था और इंसानों पर हमला कर उन्हें मार डालता था।