मेरठ के ऐतिहासिक स्थलों का हो रहा रिनोवेशन, मिला क्यूआर कोड, स्कैन करते ही सुनाई देगी आवाज, जो देगी आपको ये जानकारी

 मेरठ के संग्रहालयों में जाने वाले इतिहास प्रेमियों के लिए खुशखबरी है। आप मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन करके उस स्थान की कहानियों और इतिहास का आनंद ले सकते हैं।
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निश्चित रूप से, मेरठ में इतिहास प्रेमियों के लिए यह बहुत अच्छी खबर है! मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) की 'हेरिटेज योजना' शहर के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व को उजागर करने का एक शानदार तरीका है। मोबाइल फोन से क्यूआर कोड स्कैन करके ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त करने की सुविधा निश्चित रूप से लोगों के अनुभव को और अधिक समृद्ध करेगी।READ ALSO:-मेरठ : दबंगों ने युवक की पीट-पीटकर हत्या की, बाइक टच होने पर पीटा; पिता और चाचा भी घायल, एक गिरफ्तार
हेरिटेज योजना की मुख्य बातें:
  •  उद्देश्य: मेरठ के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व से लोगों को परिचित कराना, खासकर युवा पीढ़ी को।
  • विधि: शहर के 50 से अधिक ऐतिहासिक स्थलों पर क्यूआर कोड लगाए गए हैं। इन्हें स्कैन करके उस स्थान की जानकारी लिखित और ऑडियो प्रारूप में प्राप्त की जा सकती है।
  • वेबसाइट: एमडीए ने "हेरिटेज मेरठ" वेबसाइट बनाई है, जहाँ 50 स्थलों की जानकारी अपलोड की गई है।
  • प्रेरणा: मेरठ का ऐतिहासिक महत्व, खासकर 1857 की क्रांति की शुरुआत यहीं से हुई थी। इस योजना का उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना भी है, ताकि दिल्ली से हरिद्वार-देहरादून जाने वाले पर्यटक मेरठ में भी रुकें और शहर की धरोहरों को देखें।
  • स्थल: इस योजना में विभिन्न प्रकार के ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों को शामिल किया गया है, जिनमें कुछ प्रमुख स्थल हैं:
    • सिद्धपीठ बाबा औघड़नाथ मंदिर
    • बिलेश्वरनाथ मंदिर
    • शहीद स्मारक
    • शाहपीर की मजार
    • शाही ईदगाह
    • घंटाघर
    • दिगंबर जैन मंदिर
    • बाबा भैरो नाथ मंदिर
    • टाउन हॉल
    • हस्तिनापुर
    • सरधना (जैन तीर्थ)
  • जीर्णोद्धार: ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण भी किया जा रहा है। शहर के चौक-चौराहों को भी सुंदर बनाया जा रहा है।
  • युवा पीढ़ी पर ध्यान: योजना का मुख्य लक्ष्य युवा पीढ़ी को मेरठ के इतिहास से जोड़ना है।
  • विस्तार योजना: भविष्य में इस योजना को जिले के अन्य ऐतिहासिक क्षेत्रों, जैसे हस्तिनापुर और सरधना, तक भी विस्तारित किया जाएगा।
  • सकारात्मक प्रतिक्रिया: पूर्व नौकरशाह प्रभात रॉय जैसे वरिष्ठ नागरिकों ने इस पहल की सराहना की है और कहा है कि इससे मेरठ की पहचान को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को गर्व महसूस होगा।
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हेरिटेज योजना के लाभ:
  • इतिहास का ज्ञान: लोग आसानी से ऐतिहासिक स्थलों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
  • पर्यटन को बढ़ावा: मेरठ में पर्यटन बढ़ेगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को लाभ होगा।
  • युवा पीढ़ी को जुड़ाव: युवा पीढ़ी अपने शहर के इतिहास और संस्कृति से जुड़ सकेगी।
  • धरोहर का संरक्षण: ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार और संरक्षण होगा।
  • शहर की पहचान: मेरठ को एक ऐतिहासिक और सांस्कृतिक गंतव्य के रूप में पहचान मिलेगी।
कुल मिलाकर, मेरठ विकास प्राधिकरण की यह 'हेरिटेज योजना' शहर के इतिहास और संस्कृति को बढ़ावा देने और पर्यटन को आकर्षित करने का एक सराहनीय प्रयास है। क्यूआर कोड तकनीक का उपयोग जानकारी को सुलभ और आकर्षक बनाता है, खासकर युवा पीढ़ी के लिए। यह निश्चित रूप से मेरठ के इतिहास प्रेमियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है और शहर की पहचान को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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