विवादित प्रश्न ने मचाया बवाल: CCSU मेरठ के पेपर में RSS को आतंकी संगठनों से जोड़ने पर हंगामा
प्रश्नपत्र बनाने वाली प्रोफेसर सीमा पंवार परीक्षा कार्यों से हमेशा के लिए डिबार, ABVP ने किया धरना प्रदर्शन और सौंपा ज्ञापन
Apr 5, 2025, 13:17 IST
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मेरठ स्थित चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी (CCSU) में उस समय विवाद खड़ा हो गया जब एमए राजनीति विज्ञान के एक पेपर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का नाम आतंकी संगठनों के साथ लिखा गया। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के पदाधिकारियों ने शुक्रवार को इस मामले पर विरोध प्रदर्शन किया और प्रश्नपत्र तैयार करने वाले शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।READ ALSO:-मेरठ: कस्तूरबा गांधी विद्यालय से लापता तीनों छात्राएं सकुशल बरामद, लापरवाही पर गिरी गाज
मामले की गंभीरता को देखते हुए कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने राजनीति विज्ञान विभाग की एचओडी प्रो. सीमा पंवार से स्पष्टीकरण मांगा। प्रो. सीमा पंवार ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए कहा कि उनकी मंशा किसी को दुख पहुंचाने की नहीं थी।
कुलपति ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रो. सीमा पंवार को हमेशा के लिए विश्वविद्यालय के परीक्षा और मूल्यांकन कार्यों से हटा दिया। प्रो. सीमा पंवार प्रसिद्ध कवि हरिओम पंवार के भाई की पत्नी हैं।
विवादित प्रश्न:
- यह घटनाक्रम तब सामने आया जब CCSU कैंपस और कॉलेजों में एमए की परीक्षाएं चल रही थीं। 2 अप्रैल को हुए एमए राजनीति विज्ञान के पेपर में दो प्रश्नों को लेकर विवाद हुआ।
- प्रश्न पत्र के 87वें नंबर के प्रश्न में पूछा गया था कि निम्न में से किसे परमाणु समूह नहीं माना जाएगा। इसके विकल्पों में नक्सली समूह, जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और दल खालसा के नाम शामिल थे।
- इसके अतिरिक्त, प्रश्न संख्या 93 में मिलान करने के लिए दिए गए विकल्पों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को 'धार्मिक एवं जातीय पहचान राजनीति का उदय' के साथ जोड़ा गया था।
ABVP का विरोध:
प्रश्न 87 में RSS को कट्टरपंथी-आतंकी संगठनों के साथ जोड़ने और प्रश्न 93 में उसे धार्मिक एवं जातीय राजनीति के उदय का कारण बताने पर ABVP कार्यकर्ताओं ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने विश्वविद्यालय परिसर में कुलसचिव का घेराव किया और ज्ञापन सौंपा।
ABVP कार्यकर्ताओं ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लगभग 100 वर्षों से एक अराजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय एकता के लिए समर्पित संगठन है। इस प्रकार के तथ्यहीन और अनुचित प्रश्न पूछना परीक्षक की राष्ट्र-विरोधी मानसिकता को दर्शाता है और छात्रों के बीच संघ की गलत छवि पेश करता है।
विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्रवाई:
छात्र परिषद के बढ़ते विरोध को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई की। परीक्षक प्रो. सीमा पंवार से स्पष्टीकरण मांगा गया और उन्हें परीक्षा कार्यों से डिबार करने का पत्र जारी कर दिया गया।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महानगर अध्यक्ष डॉ. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण के कार्य में संलग्न है और भारतीय संस्कृति के मूल्यों को बढ़ावा देता है। उन्होंने कहा कि परीक्षकों को प्रश्न पत्र तैयार करते समय सभी तथ्यों का ध्यान रखना चाहिए और छात्रों को भ्रमित करने वाले प्रश्नों से बचना चाहिए।
सीसीएसयू के रजिस्ट्रार धीरेंद्र कुमार वर्मा ने पुष्टि की कि कुलपति ने प्रश्न पत्र बनाने वाली शिक्षिका को हमेशा के लिए परीक्षा और मूल्यांकन कार्यों से हटा दिया है और शिक्षिका ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है।
