रोहतक हेल्थ विभाग का बिजनौर में बड़ा खुलासा: भ्रूण लिंग जांच करते बीयूएमएस डॉक्टर रंगेहाथ गिरफ्तार

 हरियाणा की टीम ने डिकॉय ऑपरेशन कर रॉयल आरजे अस्पताल में मारा छापा, चंडीगढ़ की महिला से अवैध रूप से लिंग निर्धारण कराने का मामला सामने आया।
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रोहतक (हरियाणा) के स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने भ्रूण लिंग जांच के अवैध कारोबार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उत्तर प्रदेश के बिजनौर में एक डॉक्टर को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। टीम ने सूचना के आधार पर बिजनौर शहर में स्थित रॉयल आरजे अस्पताल में छापा मारा और एक बीयूएमएस (बैचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी) डॉक्टर को भ्रूण लिंग जांच करते हुए पकड़ा। इस मामले में रोहतक की हेल्थ विभाग की टीम ने बिजनौर शहर थाने में आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कराया है, जिसकी जांच अब बिजनौर पुलिस कर रही है।READ ALSO:-बिजनौर एसपी का कड़ा एक्शन: तमंचा लहराने वाले को छोड़ने पर नजीबाबाद के कोतवाल लाइन हाजिर

 

यह कार्रवाई 12 अप्रैल को खरखौदा (बिजनौर) स्थित भारद्वाज अस्पताल में मारे गए एक अन्य छापे के बाद हुई है। उस छापे में हेल्थ विभाग की टीम ने पाया था कि चंडीगढ़ की एक महिला की भ्रूण लिंग जांच खरखौदा की बीएएमएस (बैचलर ऑफ आयुर्वेद, मेडिसिन एंड सर्जरी) डॉक्टर तमन्ना द्वारा की गई थी। जांच में गर्भ में लड़की पाए जाने पर महिला को गर्भपात की गोलियां देकर गर्भपात कराया गया था। उस छापेमारी में टीम ने भारद्वाज अस्पताल से दो एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेगनेंसी) किट भी बरामद की थीं।

 बिजनौर अस्पताल में कार्रवाई करती रोहतक हेल्थ विभाग की टीम।

ताजा कार्रवाई पीसीपीएनडीटी (प्री-कंसेप्शन एंड प्री-नेटल डायग्नोस्टिक टेक्निक्स) के नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत राठी के नेतृत्व में की गई। टीम में डॉ. संजीव मलिक, डॉ. विशाल चौधरी और रणजीत शामिल थे। टीम ने बिजनौर के रॉयल आरजे अस्पताल में एक डिकॉय ऑपरेशन (छद्म ग्राहक भेजकर कार्रवाई) किया। इस ऑपरेशन के दौरान बीयूएमएस डॉक्टर को भ्रूण लिंग जांच करते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया गया।

 

जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पता चला कि डिकॉय की जांच के अलावा 11 अप्रैल को भी चंडीगढ़ की उसी महिला की भ्रूण लिंग जांच रॉयल आरजे अस्पताल में की गई थी। रेड के दौरान टीम ने भ्रूण लिंग जांच करने की एवज में एजेंट द्वारा लिए गए 20 हजार रुपये में से 19 हजार रुपये बरामद किए।

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पीसीपीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. विश्वजीत राठी ने बताया कि इस भ्रूण लिंग जांच मामले में कार्रवाई करते हुए बिजनौर शहर थाने में कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। इनमें रॉयल आरजे अस्पताल के बीयूएमएस डॉक्टर मसूद, खरखोदा की बीएएमएस डॉक्टर तमन्ना (जिनका नाम पहले भी सामने आया था), भ्रूण लिंग जांच कराने वाली महिला दिव्या, बिजनौर का एजेंट और एक ड्राइवर शामिल हैं। बिजनौर शहर थाना पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है और पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि इस अवैध नेटवर्क की पूरी जानकारी मिल सके। यह कार्रवाई भ्रूण हत्या और लिंग भेदभाव को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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