बरेली: ममता हुई शर्मसार! घायल मासूम को खंडहर में छोड़ा, देवदूत बनकर आईं अभिनेत्री दिशा पटानी की बहन मेजर खुशबू पटानी ने बचाई जान
कहते हैं “मां”सिर्फ एक शब्द नहीं, संतान के लिए पूरी दुनिया होती है, लेकिन मेरठ में एक मां ने इस शब्द को शर्मसार कर दिया। एक छोटी बच्ची को घायल हालत में खंडहर में तड़पता छोड़ दिया गया, शायद उसके मरने का इंतज़ार किया जा रहा था। मगर कुदरत ने उस बच्ची की रक्षा के लिए एक "मां जैसी" ममता वाली महिला को भेज दिया—मेजर खुशबू पटानी, जो बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पटानी की बहन हैं।
Updated: Apr 21, 2025, 18:22 IST
|

उत्तर प्रदेश के बरेली में एक दिल दहला देने वाली और मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है, जहाँ एक माँ ने अपनी नवजात बच्ची को घायल अवस्था में एक सुनसान खंडहर में बेसहारा छोड़ दिया। लेकिन इसी दौरान भारतीय सेना की एक बहादुर अधिकारी, जो अभिनेत्री दिशा पटानी की बड़ी बहन हैं, देवदूत बनकर आईं और बच्ची की जान बचा ली। यह घटना शहर के सिटी रेलवे स्टेशन के सामने पुरानी पुलिस लाइंस के पास हुई, जहाँ कंडम पड़े भवनों में बच्ची रोती हुई मिली।READ ALSO:-मेरठ: गम और बीमारी से हारी जिंदगी! 78 साल की बुजुर्ग महिला ने खुद को आग लगाकर दी जान, गांव में मातम
घटना रविवार सुबह करीब सात बजे की है। पुरानी पुलिस लाइंस में सेवानिवृत्त सीओ जगदीश पाटनी का आवास है। सुबह के समय उनकी पत्नी पदमा पाटनी ने पास के कंडम भवनों की ओर से किसी बच्ची के रोने की आवाज सुनी। आवाज लगातार आ रही थी, लेकिन आवाज लगाने पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। पदमा पाटनी ने यह बात अपनी बेटी मेजर खुशबू पटानी को बताई, जो वहीं मौजूद थीं।
मां से सुनकर मेजर खुशबू पटानी ने बिना एक पल गंवाए कार्रवाई की। उन्होंने तुरंत बाउंड्रीवाल फांदी और कंडम भवन के अंदर गईं, जहाँ रोती हुई बच्ची पड़ी थी। मेजर खुशबू ने बच्ची को उठाया, प्यार से अपने कंधे से लगाया और थपकी देकर शांत कराया। उन्होंने देखा कि बच्ची के छोटे से होंठ पर चोट लगी हुई थी और उसमें सूजन थी। उसके चेहरे पर भी कुछ खरोंच के निशान थे। मेजर खुशबू ने तत्काल बच्ची के जख्मों पर मरहम लगाया।
बच्ची को सुरक्षित निकालने के बाद मेजर खुशबू के पिता सेवानिवृत्त सीओ जगदीश पाटनी ने तुरंत स्थानीय पुलिस के डायल 112 और चाइल्ड लाइन को घटना की सूचना दी। सूचना मिलते ही डायल 112 की टीम चाइल्ड लाइन के प्रतिनिधियों के साथ मौके पर पहुंची। बच्ची को तत्काल चिकित्सकीय सहायता के लिए जिला अस्पताल के बच्चा वार्ड में भर्ती कराया गया।
@khabreelal_news बरेली में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है, जहाँ एक माँ ने अपनी नवजात बच्ची को घायल अवस्था में एक सुनसान खंडहर में बेसहारा छोड़ दिया। लेकिन इसी दौरान मेजर खुशबू पटानी ने, जो अभिनेत्री दिशा पटानी की बड़ी बहन हैं, देवदूत बनकर आ, बच्ची की जान बचा ली। pic.twitter.com/Y7caMu19lS
— MK Vashisth-Managing Editor-Khabreelal Media & PR (@vadhisth) April 21, 2025
जिला अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप गुप्ता ने बच्ची की स्वास्थ्य जांच की। उन्होंने बताया कि बच्ची के चेहरे पर खरोंच के निशान थे और होंठ पर सूजन थी, जिसका इलाज कर दिया गया है। उन्होंने पुष्टि की कि बच्ची का स्वास्थ्य अब सामान्य है। इलाज के बाद शाम को बच्ची को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया, जिसने उसे चाइल्ड लाइन की देखरेख में दे दिया।
इस बीच, मेजर खुशबू पटानी शाम को दोबारा जिला अस्पताल पहुंचीं और बच्ची का हालचाल जाना। उन्होंने काफी देर तक बच्ची के साथ समय बिताया, उसे गोद में लिया और प्यार किया। मेजर खुशबू द्वारा बच्ची को बचाने और प्यार-दुलार देने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। बताया जा रहा है कि इस वीडियो को 30 लाख से अधिक लोगों ने देखा और हजारों लोगों ने कमेंट कर मेजर खुशबू की बहादुरी, इंसानियत और त्वरित कार्रवाई की जमकर सराहना की। लोगों ने बच्ची को इस तरह छोड़ने वाले निर्मम माता-पिता के प्रति भारी नाराजगी भी व्यक्त की।
चाइल्ड लाइन प्रभारी सोनू सिंह ने बताया कि उनकी टीम को पुरानी पुलिस लाइंस में बच्ची मिलने की सूचना मिली थी और पुलिस के साथ मिलकर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद बच्ची को उनकी सुपुर्दगी में लिया गया है और उसे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अमित पांडेय ने बताया कि डायल 112 से सूचना प्राप्त हुई थी और बच्ची को चाइल्ड लाइन को सौंप दिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में अभी तक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है, शिकायत मिलने पर आगे की आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल, पुलिस उस व्यक्ति या उन व्यक्तियों की तलाश कर रही है जिन्होंने इस मासूम बच्ची को इस तरह लावारिस और घायल अवस्था में छोड़ा।
