बिजनौर : जिलाधिकारी जसजीत कौर ने लगाई ग्राम चौपाल, देखे गांव के हालात, महिलाओं ने की सड़क बनवाने की मांग

जिलाधिकारी जसजीत कौर ने रामपुर चाठा गांव में बैठक आयोजित कर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। महिलाओं ने डीएम का काफिला रोककर सरकार व प्रशासन पर गांव की उपेक्षा का आरोप लगाया। डीएम ने गांव की मुख्य सड़क, बिजली, पेयजल, कोटावली नदी के कटान आदि समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने बीएसएनएल के अधिकारियों को गांव में टावर लगाने के निर्देश दिए।
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जिलाधिकारी जसजीत कौर ने नजीबाबाद ब्लाक की ग्राम पंचायत भागूवाला के मिर्जापुर उर्फ ​​रामपुर चाठा गांव में ग्राम सभा की और संबंधित अधिकारियों को गांव को मुख्य धारा से जोड़ने के निर्देश दिए। इस दौरान महिलाओं ने प्रशासन पर गांव की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए डीएम के काफिले को रोक लिया। इस दौरान मौके पर काफी देर तक हंगामे की स्थिति भी उत्पन्न हो गई। अधिकारियों ने किसी तरह महिलाओं को समझाकर रास्ते से हटाया। READ ALSO:-बिजनौर : हल्दौर में हादसे में पति-पत्नी की दर्दनाक मौत, तेज रफ्तार वाहन ने बाइक को मारी टक्कर, शादी में शामिल होने जा रहे थे

 

मुख्य बिंदु
  • स्थान: रामपुर चाठा गांव, नजीबाबाद ब्लॉक, बिजनौर।
  • उद्देश्य: जिलाधिकारी द्वारा ग्राम सभा का आयोजन और ग्रामीणों की समस्याओं को सुनना।


 

मुख्य समस्याएं:
  • खराब सड़कें और कीचड़।
  • बिजली, पेयजल और कटाव की समस्या।
  • मोबाइल नेटवर्क की कमी।
  • सरकारी योजनाओं का लाभ न मिलना।
  • महिलाओं का विरोध: महिलाओं ने जिलाधिकारी के काफिले को रोककर सड़कों की खराब स्थिति के प्रति अपना आक्रोश व्यक्त किया।

 

मंगलवार को जिलाधिकारी जसजीत कौर ने तमाम प्रशासनिक अधिकारियों के साथ रामपुर चाठा गांव में पहुंचकर ग्राम सभा की और ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। ग्रामीणों की समस्याओं को देखते हुए जिलाधिकारी ने बैठक में आश्वासन दिया कि गांव के मुख्य मार्ग, बिजली, पेयजल, कोटावली नदी के तेज बहाव से कटाव आदि समस्याओं का समाधान कराया जाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि वर्तमान में ग्रामीण अपने घरों पर सौर ऊर्जा लगाकर रोशनी की व्यवस्था करते हैं। 

 

ग्रामीणों ने समस्याओं के बारे में दी जानकारी 
ग्रामीणों का कहना है कि गांव में नेटवर्क न होने पर उन्हें अपने परिजनों से मोबाइल पर बात करने के लिए छत पर चढ़ने को मजबूर होना पड़ता है। इंटरनेट न होने के कारण ग्रामीण केंद्र व प्रदेश सरकार की योजनाओं का पूरा लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। जिलाधिकारी ने बीएसएनएल के अधिकारियों को गांव में टावर लगाने के निर्देश दिए। 

 

जिलाधिकारी ने देखा गांव का हाल 
जिलाधिकारी ने बताया कि वृद्धावस्था, विधवा, विकलांग आदि पेंशन, आवास, शौचालय, टीकाकरण आदि योजनाओं की जानकारी देने व जरूरतमंदों को लाभ दिलाने के लिए समय-समय पर शिविर लगाए जाते हैं। जिलाधिकारी ने गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, पेयजल व कोटावली नदी के तेज बहाव से हो रहे कटान को भी देखा। उधर, गांव में चौपाल के बाद गांव रामपुर चाठा की महिलाओं ने डीएम की गाड़ियों का काफिला रोक लिया। महिलाएं सड़क पर पल्लू फैलाकर बैठ गईं। आक्रोशित महिलाओं का कहना है कि गांव में आज भी कुछ सड़कें कीचड़ से भरी हैं। 

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जिलाधिकारी की प्रतिक्रिया:
  • जिलाधिकारी ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
  • बीएसएनएल अधिकारियों को मोबाइल टावर लगाने के निर्देश दिए।
  • सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए शिविर लगाने की बात कही।

 

  • अधिकारियों का आश्वासन: सीडीओ पूर्ण बोरा ने एक महीने के अंदर सड़क बनवाने का आश्वासन दिया।
  • अन्य मुद्दे: प्राथमिक विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल, स्वास्थ्य केंद्र और कोटावली नदी के कटाव का निरीक्षण।

 

जिलाधिकारी से सड़क बनवाने की मांग 
आरोप है कि बार-बार सूचना देने के बाद भी इसमें कोई सुधार नहीं किया जा रहा है। महिलाएं जिलाधिकारी से मांग करने लगीं कि सड़क कब बनेगी। इस पर सीडीओ पूर्ण बोरा ने एक माह के अंदर सड़क बनवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद महिलाओं ने डीएम को आगे बढ़ने का रास्ता बताया। ब्लॉक प्रमुख तपराज सिंह देशवाल ने गांव की समस्याओं के समाधान की मांग की। इस मौके पर सीडीओ पूर्ण बोरा, एसडीएम विजय शंकर, तहसीलदार अमित कुमार, ग्राम प्रधान सोमदत्त आदि मौजूद रहे।

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