मेरठ: 'इंदौर के नितिन की तरह मर जाओ'...अधिवक्ता पिता ने SSP से लगाई गुहार, कहा- बहू और ससुराली बेटे को आत्महत्या के लिए उकसा रहे
गाजियाबाद निवासी बहू पर अलग रहने का दबाव बनाने, रोज हंगामा करने का आरोप, नवजात बेटी को छोड़कर गई, दहेज उत्पीड़न का केस लगाया, SSP ने CO सिविल लाइंस को सौंपी जांच।
Apr 13, 2025, 00:05 IST
|

मेरठ: अपने बेटे को उसकी पत्नी और ससुराल वालों द्वारा कथित रूप से आत्महत्या के लिए उकसाए जाने से व्यथित एक अधिवक्ता (वकील) ने शनिवार को अपने परिवारजनों के साथ मेरठ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। अधिवक्ता का आरोप है कि उनके बेटे को ससुराल पक्ष के लोग लगातार आत्महत्या के लिए उकसा रहे हैं और उसे फोन पर कई बार 'इंदौर के नितिन पडियार की तरह आत्महत्या करने' को कहा गया है, जिससे बेटा गहरे मानसिक तनाव में है और कई बार आत्महत्या का प्रयास भी कर चुका है। बहू अपनी नवजात बेटी को भी छोड़कर मायके जा चुकी है और अब दहेज उत्पीड़न का आरोप लगा रही है। अधिवक्ता ने आरोपों के समर्थन में ससुरालियों से हुई बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग भी एसएसपी को सौंपी है। एसएसपी ने मामले की जांच सीओ सिविल लाइंस को सौंपी है।READ ALSO:-मेरठ में अजीबोगरीब हरकतें: 'हम देवी-देवता हैं', कीचड़ में बैठा पढ़ा-लिखा परिवार, हाईवे पर मचाया उत्पात; गाड़ियों में की तोड़फोड़
शादी के दो साल बाद बढ़ा विवाद
शनिवार, 12 अप्रैल 2025 को अधिवक्ता राजीव कुमार अपने परिजनों के साथ एसएसपी डॉ. विपिन ताडा से मिले। उन्होंने बताया कि उनके बेटे सुयश कुमार की शादी 22 अप्रैल, 2023 को गाजियाबाद निवासी स्तुति पुत्री ज्ञानेन्द्र शर्मा से हुई थी। स्तुति के पिता बिहार के सिवाल में एक पशु अस्पताल में कार्यरत हैं, जबकि उनका परिवार गाजियाबाद में रहता है।
अधिवक्ता राजीव कुमार ने आरोप लगाया कि शादी के बाद से ही सुयश पर उसकी पत्नी स्तुति और ससुराल वाले यह दबाव बना रहे हैं कि वह अपने माता-पिता से अलग होकर गुड़गांव या नोएडा में नौकरी करे। सुयश के ऐसा करने से मना करने पर स्तुति कथित तौर पर घर में रोज़ाना हंगामा करती है और छोटी-छोटी बातों पर पुलिस हेल्पलाइन नंबर डायल-112 पर उत्पीड़न की झूठी शिकायत करना उसकी आदत बन गई है।
'इंदौर के नितिन की तरह मर जाओ' की धमकी
अधिवक्ता ने यह भी आरोप लगाया कि जब उनका बेटा सुयश अपनी पत्नी के व्यवहार की शिकायत अपने सास-ससुर (स्तुति के माता-पिता) से करता है, तो वे उल्टा उसे ही धमकाते हैं। आरोप है कि वे कहते हैं, "इंदौर के नितिन (पडियार) की तरह मर जाओ, जिससे हमारा पीछा छूटेगा।" ससुराल वाले अधिवक्ता राजीव कुमार और उनकी पत्नी को भी जेल में सड़ाने और बिहार में मुकदमा दर्ज कराने की धमकियां देते हैं। आरोप है कि बहू स्तुति भी अक्सर आत्महत्या करने की धमकी देती है।
नवजात बेटी को छोड़कर गई, दहेज उत्पीड़न का केस लगाया
शिकायत में बताया गया कि इसी साल 18 जनवरी, 2025 को स्तुति घर में हंगामा करने के बाद अपनी नवजात बेटी को छोड़कर मेडिकल थाने पहुंच गई और वहां से अपने भाई के साथ मायके (गाजियाबाद) चली गई। अधिवक्ता का आरोप है कि मायके जाने के बाद स्तुति ने परिवार परामर्श केंद्र में किसी भी प्रकार की काउंसलिंग प्रक्रिया का पालन किए बिना ही सुयश और उसके परिवार के खिलाफ दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा दिया। परिवार को अब भी लगातार धमकियां मिल रही हैं।
अधिवक्ता राजीव कुमार ने एसएसपी को बताया कि इन सब परिस्थितियों के कारण उनका बेटा सुयश गंभीर मानसिक तनाव से गुजर रहा है और बार-बार अपनी जान देने की बात करता है। उन्होंने ससुरालियों द्वारा फोन पर दी गई धमकियों और आत्महत्या के लिए उकसाने वाली बातचीत की ऑडियो रिकॉर्डिंग एसएसपी को सौंपते हुए अपने बेटे और परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल सीओ सिविल लाइंस को पूरी घटना की निष्पक्ष जांच करने का आदेश दिया और अधिवक्ता को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अधिवक्ता ने बताया कि इस मामले की शिकायत डीजीपी, एडीजी और डीआईजी को भी भेजी गई है।
