बिजनौर में बाबासाहेब की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई, जिलेभर में हुए विविध कार्यक्रम
जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट में अर्पित की श्रद्धांजलि, विभिन्न कस्बों और राजनीतिक दलों के कार्यालयों में भी हुए कार्यक्रम
Apr 14, 2025, 18:25 IST
|

बिजनौर, 14 अप्रैल। भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर बिजनौर जिले में विविध आयोजनों के माध्यम से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई जगहों पर विशेष कार्यक्रम आयोजित हुए, जिनमें प्रशासनिक अधिकारी, राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि और आमजन ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।READ ALSO:-बाबासाहेब की 134वीं जयंती पर मेरठ में श्रद्धा और सम्मान का महासंगम, शहर में शोभायात्रा और भंडारों का आयोजन
कलेक्ट्रेट परिसर में जिलाधिकारी जसजीत कौर की अध्यक्षता में एक विशेष समारोह आयोजित किया गया। डीएम ने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि और माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने भारतीय समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने का कार्य किया और समाज के वंचित वर्गों को न्याय दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया।
आज 14 अप्रैल, 2025 को डा0 भीमराव अम्बेडकर जी के जन्मोत्सव पर बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया तथा इस अवसर पर जनपद में स्थित अम्बेडकर पार्कों में साफ-सफाई का वृहद अभियान चलाया गया। pic.twitter.com/lc0nWOqxpj
— DM Bijnor UP (@dmbijnor) April 14, 2025
जिले के सभी प्रमुख कस्बों — धामपुर, चांदपुर, नगीना, नहटौर, स्योहारा, अफजलगढ़, किरतपुर और नूरपुर में भी भव्य आयोजन किए गए। इन कस्बों में शोभायात्राएं, संगोष्ठियां और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों ने बाबासाहेब के विचारों को जन-जन तक पहुँचाया।
विकास भवन में आयोजित समारोह में मनरेगा उपयुक्त आरबी यादव ने डॉ. अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किए। इस कार्यक्रम में जिला समाज कल्याण अधिकारी जागेश्वर सिंह, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और अन्य विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे।
इस अवसर पर वक्ताओं ने डॉ. अंबेडकर के जीवन और उनके योगदान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वे केवल संविधान निर्माता नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और बराबरी के प्रतीक हैं। उन्होंने जातिवाद के खिलाफ संघर्ष कर वंचित समाज को जागरूकता और अधिकार दिलाने का काम किया।
डॉ. अंबेडकर की जयंती को लेकर सभी प्रमुख राजनीतिक दलों — समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी के कार्यालयों में भी उत्सव का माहौल देखने को मिला। इन दलों के कार्यकर्ताओं ने उनके चित्र पर माल्यार्पण कर विचार गोष्ठियों का आयोजन किया।
जिलेभर में मनाए गए इन आयोजनों में एकता, समानता और सामाजिक न्याय का संदेश प्रमुखता से देखने को मिला। बाबा साहब की शिक्षाएं आज भी लोगों को प्रेरित कर रही हैं और उनके विचार भारतीय लोकतंत्र की नींव को और मजबूत कर रहे हैं।
