अंडरवर्ल्ड डॉन बना जूना अखाड़े का महंत, 2 महंत आमने-सामने, छोटा राजन का दाहिना हाथ काट रहा है उम्रकैद की सजा....
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन पीपी पांडे को जूना अखाड़े का अध्यक्ष बनाए जाने पर विवाद शुरू हो गया है। अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। इस बीच अखाड़े के थानापति राजेंद्र गिरि जी महाराज ने पूछा है कि इसमें गलत क्या है।
Sep 9, 2024, 21:54 IST
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हाल ही में यह बात सामने आई है कि अल्मोड़ा जेल में बंद कुख्यात गैंगस्टर अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी पांडे को श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े का संत बनाया गया था, लेकिन अब संतों की एक टीम उसे अखाड़े का संत बनाए जाने की जांच करने अल्मोड़ा जाएगी। उत्तर प्रदेश के नगीना में जांच समिति के सदस्यों की बैठक में यह निर्णय लिया गया। रिपोर्ट आने के बाद अखाड़ा इस मामले पर निर्णय लेगा।Read also:-UP : कुट्टू के आटे में मिला जीव जंतुओं का मल-मूत्र...जन्माष्टमी पर इसे खाने से 250 लोग बीमार पड़े थे, सैंपल जांच में खुलासा
जूना अखाड़े के संतों द्वारा दीक्षा दिए जाने का मामला
अल्मोड़ा के रानीखेत के खनौइया गांव निवासी प्रकाश पांडे उर्फ पीपी का इतिहास छोटा डॉन से जुड़ा हुआ है। पिछले साल अगस्त में पीपी को पौड़ी जेल से हरिद्वार जिला जेल में शिफ्ट किया गया था और फिर कुछ महीने पहले उसे अल्मोड़ा जेल में शिफ्ट किया गया था। हाल ही में पीपी को अल्मोड़ा जेल में संन्यास की दीक्षा दिए जाने का बड़ा मामला सामने आया था। जूना अखाड़े के संतों द्वारा दीक्षा दिए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद यह भी पता चला कि उन्हें कुछ मठों का उत्तराधिकारी भी बनाया गया है।
अल्मोड़ा के रानीखेत के खनौइया गांव निवासी प्रकाश पांडे उर्फ पीपी का इतिहास छोटा डॉन से जुड़ा हुआ है। पिछले साल अगस्त में पीपी को पौड़ी जेल से हरिद्वार जिला जेल में शिफ्ट किया गया था और फिर कुछ महीने पहले उसे अल्मोड़ा जेल में शिफ्ट किया गया था। हाल ही में पीपी को अल्मोड़ा जेल में संन्यास की दीक्षा दिए जाने का बड़ा मामला सामने आया था। जूना अखाड़े के संतों द्वारा दीक्षा दिए जाने का मामला प्रकाश में आने के बाद यह भी पता चला कि उन्हें कुछ मठों का उत्तराधिकारी भी बनाया गया है।
Haridwar, Uttarakhand: International Patron of Juna Akhara, Mahant Hari Giri, reacts to underworld don Prakash Pandey being initiated into Juna Akhara as a monk pic.twitter.com/mmsl6hD4Rd
— IANS (@ians_india) September 8, 2024
लेन-देन या संत बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य
हालांकि अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने इस मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति गठित की थी। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज के अनुसार समिति द्वारा किसी भी तरह की संलिप्तता, लेन-देन या उन्हें संत बनाने के पीछे मुख्य उद्देश्य और भावना की भी गहनता से जांच की जाएगी। समिति तीन माह में अपनी रिपोर्ट लाएगी।
छोटा राजन के साथ किया था काम
अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे ने कई वर्षों तक छोटा राजन के साथ काम किया, पीपी कभी छोटा राजन का दाहिना हाथ था। इसके बाद उसने अपना गिरोह बना लिया और वर्तमान में वह अल्मोड़ा जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। वर्तमान में उसके खिलाफ हत्या और फिरौती जैसे कई गंभीर मामले चल रहे हैं।
अल्मोड़ा जेल में बंद अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे ने कई वर्षों तक छोटा राजन के साथ काम किया, पीपी कभी छोटा राजन का दाहिना हाथ था। इसके बाद उसने अपना गिरोह बना लिया और वर्तमान में वह अल्मोड़ा जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है। वर्तमान में उसके खिलाफ हत्या और फिरौती जैसे कई गंभीर मामले चल रहे हैं।
जांच के लिए कमेटी गठित
जब इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो जूना अखाड़े की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे। चूंकि इस गैंगस्टर की शुरुआत खुद थानापति श्रीमहंत राजेंद्र गिरि ने की थी, इसलिए अखाड़े के ज्यादातर संतों ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया। इसके बाद जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज सामने आए। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि वह एक महात्मा जी के शिष्य हैं, लेकिन जो कुछ भी हुआ है वह गलत है और इस पूरे मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।
जब इस घटना की जानकारी सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो जूना अखाड़े की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे। चूंकि इस गैंगस्टर की शुरुआत खुद थानापति श्रीमहंत राजेंद्र गिरि ने की थी, इसलिए अखाड़े के ज्यादातर संतों ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया। इसके बाद जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज सामने आए। उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि वह एक महात्मा जी के शिष्य हैं, लेकिन जो कुछ भी हुआ है वह गलत है और इस पूरे मामले की जांच के लिए सात सदस्यीय कमेटी गठित की गई है।
थानापति ने कहा: इसमें गलत क्या है?
इस कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर किसी लालच में यह काम किया गया है तो ऐसा करने वाले को भी अखाड़ा छोड़ना होगा। उधर, इस मामले में थानापति श्रीमहंत राजेंद्र जी महाराज भी खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रकाश पांडे 14 साल से जेल में बैठकर साधना कर रहे हैं। अब अगर कोई व्यक्ति अपने बुरे कर्मों को छोड़कर अच्छाई के रास्ते पर चले और इस रास्ते पर चलकर महात्मा बनना चाहे तो उसे कैसे रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम महात्मा हैं और हमारा काम लोगों को सही रास्ते पर लाना है।
इस कमेटी की जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की गई। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर किसी लालच में यह काम किया गया है तो ऐसा करने वाले को भी अखाड़ा छोड़ना होगा। उधर, इस मामले में थानापति श्रीमहंत राजेंद्र जी महाराज भी खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रकाश पांडे 14 साल से जेल में बैठकर साधना कर रहे हैं। अब अगर कोई व्यक्ति अपने बुरे कर्मों को छोड़कर अच्छाई के रास्ते पर चले और इस रास्ते पर चलकर महात्मा बनना चाहे तो उसे कैसे रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि हम महात्मा हैं और हमारा काम लोगों को सही रास्ते पर लाना है।
कौन है ये पीपी उर्फ प्रकाश पांडे?
अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी उत्तराखंड के रानीखेत का रहने वाला है। उसका जन्म यहीं के खनोइया गांव में हुआ था। हालांकि बाद में वह अपने परिवार के साथ रानीखेत आ गया। नब्बे के दशक में इस अपराधी का कुमाऊं मंडल में काफी दबदबा था। जब उसे गिरफ्तार किया गया तो वह नैनीताल जेल से भाग निकला और मुंबई पहुंचकर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का दाहिना हाथ बन गया। यह अपराधी दाऊद इब्राहिम को मारने के लिए दो बार पाकिस्तान गया, शाहरुख खान से रंगदारी मांगी और दिल्ली में दिनदहाड़े एसीपी राजवीर की गोली मारकर हत्या कर दी। उसे साल 2010 में वियतनाम से पकड़ा गया था।
अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी उत्तराखंड के रानीखेत का रहने वाला है। उसका जन्म यहीं के खनोइया गांव में हुआ था। हालांकि बाद में वह अपने परिवार के साथ रानीखेत आ गया। नब्बे के दशक में इस अपराधी का कुमाऊं मंडल में काफी दबदबा था। जब उसे गिरफ्तार किया गया तो वह नैनीताल जेल से भाग निकला और मुंबई पहुंचकर अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का दाहिना हाथ बन गया। यह अपराधी दाऊद इब्राहिम को मारने के लिए दो बार पाकिस्तान गया, शाहरुख खान से रंगदारी मांगी और दिल्ली में दिनदहाड़े एसीपी राजवीर की गोली मारकर हत्या कर दी। उसे साल 2010 में वियतनाम से पकड़ा गया था।