UP : कुट्टू के आटे में मिला जीव जंतुओं का मल-मूत्र...जन्माष्टमी पर इसे खाने से 250 लोग बीमार पड़े थे, सैंपल जांच में खुलासा
उत्तर प्रदेश के मथुरा में मिलावटखोर अपने फायदे और पैसे कमाने के लिए इंसानों की सेहत से खिलवाड़ करने से बाज नहीं आ रहे हैं। ऐसे लोग भगवान के लिए व्रत रखने वालों को भी नहीं बख्श रहे हैं। खाद्य सुरक्षा विभाग ने कुट्टू के आटे में मिलावट पाई है। इसमें जीव जंतुओं का मल मूत्र का मिला है।
Sep 9, 2024, 14:06 IST
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उत्तर प्रदेश में कृष्ण की नगरी मथुरा में जन्माष्टमी के दिन कुट्टू के आटे की पूरी और पकौड़े खाने से 250 लोगों के बीमार पड़ने के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। इनके लिए पूरी और पकौड़े बनाने में जिस आटे का इस्तेमाल किया गया था, उसमें जीव जंतुओं का मल मूत्र था। यह सब जानते हुए भी व्यापारियों ने इसे साफ नहीं करवाया और उसी हालत में पिसवाकर बाजार में बेच दिया। यह खुलासा खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से इन दुकानों से लिए गए सैंपल की जांच में हुआ है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने घटना के बाद ही इन पांच दुकानों से सैंपल एकत्र किए थे। READ ALSO:-UP : कालिंदी एक्सप्रेस ट्रेन LPG सिलेंडर से टकराई, ट्रेन उड़ाने की साजिश नाकाम! ! मचा हड़कंप; कानपुर में प्रयागराज जा रही थी ट्रेन
अब इन सभी दुकानों की सैंपल रिपोर्ट आ गई है। इसमें इन सैंपल को फेल घोषित किया गया है। आपको बता दें कि 27 अगस्त को मथुरा में 250 लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए थे। इन सभी लोगों ने 26 अगस्त यानी श्री कृष्ण जन्माष्टमी की रात कुट्टू के आटे की पूरी और पकौड़े खाए थे। इन सभी लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
हालात को देखते हुए मथुरा के जिलाधिकारी ने मामले का संज्ञान लिया और खाद्य सुरक्षा विभाग को मामले की जांच के आदेश दिए। इसके बाद विभाग की टीम ने फरह थाना क्षेत्र के पांच व्यापारियों राकेश गोयल और अमित अग्रवाल, मथुरा के गोविंद नगर थाना क्षेत्र के रमन टावर से अंकुर अग्रवाल, बिरला मंदिर के पास नवीन अग्रवाल और गल्ला मंडी से ब्रजवासी गुड़ वाले के प्रतिष्ठान से सैंपल लिए।
आटे में मिला चूहे और गिलहरी का मल
इन सभी सैंपल की जांच आगरा की फूड लैब में कराई गई। इस दौरान पाया गया कि कुट्टू का आटा पीसते समय साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा गया। कुट्टू में जीव जंतुओं का मल मूत्र था, इसके बावजूद इसे पीसकर बाजार में उतारा गया। इस आटे में चूहे और गिलहरी के अलावा कई अन्य जानवरों का मल मिला। इसकी रिपोर्ट आने के बाद खाद्य विभाग ने तत्काल प्रभाव से खुले कुट्टू के आटे की बिक्री पर रोक लगा दी है।
इन सभी सैंपल की जांच आगरा की फूड लैब में कराई गई। इस दौरान पाया गया कि कुट्टू का आटा पीसते समय साफ-सफाई का ध्यान नहीं रखा गया। कुट्टू में जीव जंतुओं का मल मूत्र था, इसके बावजूद इसे पीसकर बाजार में उतारा गया। इस आटे में चूहे और गिलहरी के अलावा कई अन्य जानवरों का मल मिला। इसकी रिपोर्ट आने के बाद खाद्य विभाग ने तत्काल प्रभाव से खुले कुट्टू के आटे की बिक्री पर रोक लगा दी है।
जन्माष्टमी की रात को व्रत रखने वालों ने खाए गए थे पूरी, पकौड़े
इसके साथ ही सभी फेल सैंपल का केस बनाकर कोर्ट में भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि जन्माष्टमी के दिन बड़ी संख्या में लोगों ने व्रत रखा था। आधी रात को भगवान के जन्म के बाद लोगों ने फल खाकर अपना व्रत समाप्त किया। इस दौरान भक्तों को कुट्टू के आटे से बनी पूड़ी और पकौड़े परोसे गए। मथुरा में भी ऐसी ही घटना हुई और इस दौरान 250 लोग बीमार पड़ गए। इन लोगों की जांच करने के बाद डॉक्टरों ने बताया कि इनकी बीमारी की वजह फूड पॉइजनिंग है।
इसके साथ ही सभी फेल सैंपल का केस बनाकर कोर्ट में भेजा जा रहा है। आपको बता दें कि जन्माष्टमी के दिन बड़ी संख्या में लोगों ने व्रत रखा था। आधी रात को भगवान के जन्म के बाद लोगों ने फल खाकर अपना व्रत समाप्त किया। इस दौरान भक्तों को कुट्टू के आटे से बनी पूड़ी और पकौड़े परोसे गए। मथुरा में भी ऐसी ही घटना हुई और इस दौरान 250 लोग बीमार पड़ गए। इन लोगों की जांच करने के बाद डॉक्टरों ने बताया कि इनकी बीमारी की वजह फूड पॉइजनिंग है।