High Blood Pressure, Eye Drops, एंटीबायोटिक्स...ये 7 दवाएं गुणवत्ता परीक्षण में फेल, अलर्ट हुआ जारी
उत्तराखंड में निर्मित 7 दवाएं ड्रग टेस्ट में फेल हो गई हैं। इनमें ब्लड प्रेशर, एंटी-बायोटिक और आई ड्रॉप शामिल हैं। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की ओर से इस संबंध में अलर्ट जारी किया गया है।
Oct 30, 2024, 00:00 IST
|
उत्तराखंड में निर्मित आई ड्रॉप, ब्लड प्रेशर की दवाइयां और कई एंटीबायोटिक दवाएं ड्रग टेस्ट में फेल हो गई हैं। इस नतीजे के बाद राज्य के औषधि प्रशासन विभाग ने सात दवाओं के लाइसेंस रद्द कर दिए हैं। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में सर्वोदय विद्यालयों की संख्या बढ़कर 100 हुई, NEET-JEE की तैयारी के लिए मिलेगी मुफ्त कोचिंग
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की ओर से जारी अलर्ट के मुताबिक उत्तराखंड में बनी एंटीबायोटिक सेफुरॉक्साइम, लोपेरामाइड, बैक्टीरियल संक्रमण की दवा फ्लोक्सागास, हाई ब्लड प्रेशर की दवा विंटेल समेत कुल सात दवाएं टेस्ट में फेल हो गई हैं। इन दवाओं के सैंपल फेल पाए जाने के बाद दवाओं का उत्पादन बंद कर दिया गया है।
उत्तराखंड के खाद्य एवं औषधि विभाग के अपर आयुक्त एवं औषधि नियंत्रक ताजबर सिंह जग्गी ने बताया कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के अलर्ट के बाद सभी दवा कंपनियों के लाइसेंस रद्द कर दिए गए हैं। ये कंपनियां अब इन दवाओं का निर्माण नहीं कर पाएंगी। साथ ही कंपनियों को इन सभी दवाओं को बाजार से वापस मंगाने के निर्देश दिए गए हैं।
बता दें कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन सभी राज्यों में बनने वाली दवाओं के सैंपल लेकर अलग-अलग लैब में भेजता है। इन लैब में दवाओं की जांच की जाती है। इसके बाद नतीजों के आधार पर ड्रग अलर्ट जारी किया जाता है। सितंबर की रिपोर्ट आने के बाद सात कंपनियों के सैंपल फेल पाए गए।
सितंबर में 49 दवाएं जांच में फेल
सीडीएससीओ ने सितंबर की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कुल 49 दवाएं जांच में फेल हो गईं। पिछले महीने सीडीएससीओ ने कुल 3 हजार दवाओं की जांच की, जिनमें से 49 दवाएं गुणवत्ता जांच में फेल हो गईं।
सीडीएससीओ ने सितंबर की अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कुल 49 दवाएं जांच में फेल हो गईं। पिछले महीने सीडीएससीओ ने कुल 3 हजार दवाओं की जांच की, जिनमें से 49 दवाएं गुणवत्ता जांच में फेल हो गईं।