उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पादों की बिक्री पर लगाई रोक
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने राज्य में हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पादों के उत्पादन और वितरण पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि खाद्य उत्पादों के साथ-साथ डेयरी, चीनी, बेकरी जैसे उत्पादों पर भी हलाल सर्टिफिकेशन का जिक्र किया जा रहा है, जिस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाती है।
Nov 19, 2023, 00:05 IST
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उत्तर प्रदेश में हलाल प्रमाणन (Halal certification) पर विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को राज्य में हलाल प्रमाणित (Halal certification) उत्पादों, दवाओं, चिकित्सा और कॉस्मेटिक वस्तुओं की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया। सरकारी आदेश के मुताबिक, हलाल सर्टिफिकेशन वाले उत्पादों के निर्माण, भंडारण, वितरण और खरीद-बिक्री के मामले में नियमानुसार कार्रवाई करने को कहा गया है। READ ALSO:-हलाल सर्टिफिकेशन के नाम पर कारोबार, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सख्त...कई कंपनियों के खिलाफ दर्ज हुई FIR....
दरअसल, यह मामला तब सामने आया जब लखनऊ के मोती झील निवासी शैलेन्द्र कुमार ने हजरतगंज थाने में शिकायत दी थी। इसमें उनकी ओर से कहा गया कि कुछ कंपनियां जैसे हलाल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड चेन्नई, जमीयत उलेमा हिंद हलाल ट्रस्ट दिल्ली, हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया मुंबई, जमीयत उलेमा महाराष्ट्र मुंबई आदि ने ग्राहकों को धर्म के नाम पर कुछ उत्पाद बेचे हैं। एक विशेष धर्म का. हलाल सर्टिफिकेट देकर उनकी बिक्री बढ़ाने की कोशिश की गई है। आर्थिक लाभ लेकर धोखाधड़ी कर विभिन्न वस्तुओं के उत्पादन के लिए हलाल प्रमाणपत्र (Halal certification) जारी किये जा रहे हैं।
Uttar Pradesh | Food Commissioner's Office issues order, "In the interest of public health, production, storing, distribution and sale of halal certified edible items banned in Uttar Pradesh with immediate effect." pic.twitter.com/G9GXLPj83n
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) November 18, 2023
शैलेन्द्र ने अपनी शिकायत में दावा किया था कि राज्य भर के बाजारों में हलाल प्रमाणित (Halal certification) सामान देखा जा सकता है, जो सरासर जनता के विश्वास का उल्लंघन है। कंपनियों द्वारा तय मानकों का भी पालन नहीं किया जा रहा है. इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की जांच शुरू कर दी है।
मुख्यमंत्री ने स्वयं लिया संज्ञान
हलाल सर्टिफिकेशन (Halal certification) का मामला सामने आते ही इसे राजनीतिक रंग दे दिया गया। कई हिंदू नेता इसका विरोध कर रहे हैं तो दूसरी ओर मौलाना इसे सही बता रहे हैं। बैन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया था और नाराजगी जताई थी। मुख्यमंत्री ने इस मामले में अधिकारियों को सख्त से सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।
हलाल सर्टिफिकेशन (Halal certification) का मामला सामने आते ही इसे राजनीतिक रंग दे दिया गया। कई हिंदू नेता इसका विरोध कर रहे हैं तो दूसरी ओर मौलाना इसे सही बता रहे हैं। बैन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लिया था और नाराजगी जताई थी। मुख्यमंत्री ने इस मामले में अधिकारियों को सख्त से सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया है।
SP प्रवक्ता ने कहा- BJP मामले को हवा दे रही है
इस मामले पर SP प्रवक्ता फकरुल हसन चांद ने कहा है कि BJP को हिंदुओं को मुस्लिम बनाने का कोई मौका नहीं मिल रहा है। अब इसे हलाल प्रोडक्ट के रूप में मौका मिला है। जिस तरह से हलाल उत्पाद को लेकर एक जागरूक नागरिक द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है, वह भी BJP की दोहरी मानसिकता को दर्शाता है।
इस मामले पर SP प्रवक्ता फकरुल हसन चांद ने कहा है कि BJP को हिंदुओं को मुस्लिम बनाने का कोई मौका नहीं मिल रहा है। अब इसे हलाल प्रोडक्ट के रूप में मौका मिला है। जिस तरह से हलाल उत्पाद को लेकर एक जागरूक नागरिक द्वारा मुकदमा दर्ज कराया गया है, वह भी BJP की दोहरी मानसिकता को दर्शाता है।
हिंदू संगठन ने बताया एक नए तरह का जिहाद
वहीं अखिल भारतीय हिंदू महासभा की ओर से शिशिर चतुर्वेदी ने बयान जारी कर कहा है कि हलाल सर्टिफिकेट (Halal certification) एक तरह का नया जिहाद है। सर्टिफिकेट के नाम पर भारी रकम वसूली जाती है जिसे देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों और उग्रवादियों पर खर्च किया जाता है। उन्होंने इस पर तुरंत रोक लगाने की मांग की थी।
वहीं अखिल भारतीय हिंदू महासभा की ओर से शिशिर चतुर्वेदी ने बयान जारी कर कहा है कि हलाल सर्टिफिकेट (Halal certification) एक तरह का नया जिहाद है। सर्टिफिकेट के नाम पर भारी रकम वसूली जाती है जिसे देश के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों और उग्रवादियों पर खर्च किया जाता है। उन्होंने इस पर तुरंत रोक लगाने की मांग की थी।