UP : फौजी की हत्या, अंतिम संस्कार के दौरान रो-रोकर बेहोश हुई पत्नी, बोली- हत्यारों को हो फांसी, हत्यारे ने पत्नी को भेजा मैसेज-आप के पति को खुदा पास भेज दिया है
जवान अंबाला में सेना की 40 एडी एसआर यूनिट में तैनात था। वह अपने घर कानपुर आये हुए थे। बुधवार को कानपुर से अंबाला के लिए निकले थे, लेकिन वह अपनी यूनिट में नहीं पहुंचे।
Sep 9, 2023, 14:09 IST
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अंबाला में सेना के जवान की हत्या के बाद शनिवार सुबह उनका पार्थिव शरीर कानपुर देहात स्थित उनके घर पहुंचा। देवीपुर के कैलाई गांव के दरवाजे पर जैसे ही एंबुलेंस पहुंची, सिसकियां चीख में बदल गयीं।READ ALSO:-उत्तर प्रदेश समेत 19 राज्यों में तेज बरसात की संभावना, मानसून खत्म होने में बचे अभी 21 दिन
जवान के अंतिम दर्शन के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। सभी का रो-रोकर बुरा हाल है। इकलौते बेटे की मौत से दुखी पिता बार-बार अपनी पत्नी से कह रहे थे किमिल लेओ अब लौट के न अइए बउआ, न देखे का मिलिए। उनकी बातें सुनकर वहां पर सभी रो पड़े।
पति का शव लेकर ससुराल पहुंची पत्नी रागिनी परिजनों से मिलते ही बेहोश हो गयी। वह बार-बार कह रही है कि मेरे पति के हत्यारों को फांसी दी जाये। वहीं, बेहोश मां अपने बेटे को देखकर बार-बार कह रही है, हाय बउआ कहां चले गए, अब कबहूं न मीलियों का.....एक बार आंख तो खोल लो।'
सैनिक को अंतिम सलामी देने के लिए कानपुर कैंट से कुमाऊं रेजीमेंट के जवान पहुंचे। ग्रामीण अंतिम संस्कार के बदले समाधि स्थल बनाने के लिए जमीन की मांग कर रहे हैं। ग्रामीणों ने उस स्थान पर अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया है जहां प्रशासन ने अंतिम संस्कार करने की तैयारी की थी। गांव के पास नई जगह की तलाश की जा रही है।
कानपुर देहात के कैलई गांव निवासी सेना के जवान का शव अंबाला में रेलवे ट्रैक पर मिला। उसकी हत्या की आशंका जताई जा रही है। इसके पीछे की वजह उनकी पत्नी के व्हाट्सएप पर आया मैसेज है। इसमें लिखा है, ''मैंने आपके पति को खुदा के पास भेज दिया है, पाकिस्तान जिंदाबाद। इंडियन आर्मी अपने सैनिक को बचा सकती है, तो बचा ले।''
तीन साल से अंबाला कैंट में सेना की 40 एडी एसआर यूनिट में तैनात पवन अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ रह रहे थे। परिजनों के मुताबिक, पवन शंकर बुधवार की शाम मंदिर जाने की बात कहकर घर से निकले थे। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। देर रात तक पत्नी ने उनसे फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन फोन बंद मिला। जबकि पवन के मोबाइल से ही व्हाट्सएप पर मैसेज भेजा गया था।
हवलदार पवन शंकर 6 सितंबर की शाम 7.50 बजे से लापता था। लांस हवलदार की यूनिट के सूबेदार की शिकायत पर पड़ाव थाना पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज किया था। बुधवार की रात 11.39 बजे पवन शंकर के नंबर से उनकी पत्नी के पास मैसेज आया। इसके बाद रात 11.42 बजे पवन के व्हाट्सएप पर आखिरी सीन नजर आया।
इस मैसेज के बाद पत्नी पुलिस के पास पहुंची। साथ ही सेना से भी संपर्क किया गया। इसके बाद पंकज की तलाश तेज कर दी गई। गुरुवार सुबह उसका शव अंबाला-दुखेड़ी रेलवे लाइन पर पड़ा मिला। शुरुआत में GRP शव को अज्ञात मान रही थी। लेकिन जब सेना के जवानों ने GRP से संपर्क किया तो शव की पहचान हो गयी।