UP : बिजली उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर, सभी के घर पर लगेंगे स्मार्ट मीटर

 फिलहाल यह आदेश प्रदेश के 28 लाख उपभोक्ताओं के घर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के लिए (UP Me Smart Meter Kaise Lagega) है, लेकिन 2025 तक हर बिजली उपभोक्ता के घर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की योजना है।

 | 
Electric meter
 

Smart Meter In Uttar Pradesh :उत्तर प्रदेश में हर बिजली उपभोक्ता के घर पर स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा। पावर कॉर्पोरेशन (UP Power Corporation) ने प्रदेश में स्मार्ट मीटर पर लगी रोक को हटाते हुए एनर्जी एफिशियंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) को प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की अनुमति दे दी है, हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें भी लागू की गई हैं। बता दें कि एक साल पहले प्रदेश में बत्ती गुल और भार जंपिंग की शिकायतों के बाद बिजली के स्मार्ट मीटर (Electricity Smart Meter) पर रोक लगा दी गई थी।


शुरुआत में 28 लाख उपभोक्ताओं के घर लगेगा Smart Meter

पावर कॉर्पोरेशन के आदेश के तहत EESL सिर्फ 4G तकनीक से लैस प्रीपेड स्मार्ट मीटर ही लगाएगा। फिलहाल यह आदेश प्रदेश के 28 लाख उपभोक्ताओं के घर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने के लिए (UP Me Smart Meter Kaise Lagega) है, लेकिन 2025 तक हर बिजली उपभोक्ता के घर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने की योजना है। वहीं पावर कारपोरेशन के चेयरमैन एम. देवराज ने निर्देश दिए हैं कि इस बार स्मार्ट मीटर की गुणवत्ता पर किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा। अच्छी से अच्छी क्वालिटी के मीटर राज्य में लगेंगे। फोर-जी तकनीक के स्मार्ट मीटर लगने पर भार जंपिंग और कम्युनिकेशन में गड़बड़ी जैसी दिक्कतें नहीं आएंगी। एम. देवराज के मुताबिक 2025 तक प्रदेश के सभी विद्युत कनेक्शन को प्रीपेड स्मार्ट मीटर से लैस किया जाना है। Read Also: Job In Meerut : IT Company में नौकरी का मौका, इतने पदों पर होगी भर्ती, जानें कैसे करें अप्लाई

पहले लगे थे 12 लाख स्मार्ट मीटर

इस संबंध में पावर कॉर्पोरेशन के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार ने निर्देश जारी किए हैं। पंकज कुमार ने कहा है कि पूर्व में पावर कॉर्पोरेशन ने ईईएसएल को 40 लाख स्मार्ट मीटर लगाने का काम दिया था, हालांकि प्रदेश में 12 लाख के करीब उपभोक्ताओं के घर ही स्मार्ट मीटर लग पाए थे। इसके अलावा ये 2G और 3G स्मार्ट मीटर कम गुणवत्ता वाले थे, जिसके चलते बड़ी संख्या में पावर कट और भार जंपिंग की शिकायतें सामने आई थीं और उपभोक्ताओं को परेशान होना पड़ा था। जिसके बाद प्रदेश में स्मार्ट मीटर पर रोक लगाते हुए शासन में तीन विभागीय जांचों के बाद इसकी जांच एसटीएफ को सौंप दी थी।

उपभोक्ता और कॉर्पोरेशन के लिए हैं फायदेमंद

अभियंता संघ के महासचिव प्रभात सिंह के मुताबिक स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं और कारपोरेशन दोनों के फायदेमंद है। इससे जहां उपभोक्ताओं को सही रीडिंग मिलेगी वहीं मीटर रीडिंग के नाम पर होने वाले खेल और मीटर से छेड़छाड़ भी नहीं हो पाएगी। साथ ही पावर कारपोरेशन को समय से बिल का भुगतान मिलता रहेगा। 

देश दुनिया के साथ ही अपने शहर की ताजा खबरें अब पाएं अपने WHATSAPP पर, क्लिक करें। Khabreelal के Facebookपेज से जुड़ें, Twitter पर फॉलो करें। इसके साथ ही आप खबरीलाल को Google News पर भी फॉलो कर अपडेट प्राप्त कर सकते है। हमारे Telegram चैनल को ज्वाइन कर भी आप खबरें अपने मोबाइल में प्राप्त कर सकते है।