मुजफ्फरनगर : बालाजी मंदिर समिति का फरमान, 'जींस-स्कर्ट और शॉर्ट्स पहनकर आए तो नहीं मिलेगी एंट्री' कमेटी बोली- भंग होता है भक्तों का ध्यान
मुजफ्फरनगर : बालाजी मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए तुगलकी फरमान जारी किया है। इस फरमान के मुताबिक महिलाओं से हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटी जींस पहनकर मंदिर के अंदर नहीं आने की अपील की गई है।
May 17, 2023, 14:11 IST
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उत्तर प्रदेश के मुज्जफरनगर शहर में स्थित फेमस बालाजी मंदिर कमेटी ने भक्तों के लिए फरमान जारी किया है। मंदिर की प्रबंधन समिति ने मंगलवार को श्रद्धालुओं के ड्रेस कोड के लिए नोटिस बोर्ड लगा दिए हैं। मंदिर परिसर के अंदर और बाहर लगे बोर्डों पर स्पष्ट लिखा है कि भक्तों की पोशाक कैसी हो?READ ALSO:-अमरनाथ यात्रा: ये लोग नहीं जा पाएंगे अमरनाथ यात्रा पर, जानिए क्या है लेटेस्ट अपडेट?
नोटिस बोर्ड में लिखा है, 'विनम्र निवेदन- सभी महिलाएं और पुरुष मर्यादित कपड़े पहनकर ही मंदिर आएं। हाफ पैंट, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट, फटी जींस जैसे छोटे कपड़े पहनकर मंदिर न आएं।
सीमित के मर्यादित ड्रेस कोड से ही मंदिर में प्रवेश की अनुमति मिलेगी
यह बालाजी मंदिर जिले के नई मंडी क्षेत्र में स्थित है। नोटिस बोर्ड में स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर कोई इस तरह के कपड़े पहनकर मंदिर आता है तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कोई भी महिला या लड़की जींस, स्कर्ट टॉप और फटे कपड़े पहनकर मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं करेगी। साथ ही यह भी कहा है कि अगर ऐसे कपड़े पहन रखे हैं तो मंदिर के अंदर नहीं आए बल्कि बाहर से ही दर्शन कर लें।
यह बालाजी मंदिर जिले के नई मंडी क्षेत्र में स्थित है। नोटिस बोर्ड में स्पष्ट कर दिया गया है कि अगर कोई इस तरह के कपड़े पहनकर मंदिर आता है तो उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा। कोई भी महिला या लड़की जींस, स्कर्ट टॉप और फटे कपड़े पहनकर मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं करेगी। साथ ही यह भी कहा है कि अगर ऐसे कपड़े पहन रखे हैं तो मंदिर के अंदर नहीं आए बल्कि बाहर से ही दर्शन कर लें।
मंदिर में ऐसा नहीं करने वालों पर जुर्माना लगाने की भी बात कही जा रही है। मंदिर के इस नोटिस बोर्ड की तस्वीरें अब सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं। इसे लेकर लोग तरह-तरह के रिएक्शन भी दे रहे हैं।
आइए आपको बताते हैं कि मंदिर प्रबंधन समिति ने क्या कहा।
पुजारी ने कहा- यदि आप अमर्यादित वस्त्र पहनकर आओगे तो लगेगा जुर्माना
बालाजी मंदिर में पूजा करने वाले पंडित आलोक शर्मा का कहना है कि परिसर में महिलाओं और युवतियों को साड़ी या सलवार-सूट पहनना चाहिए। जब महिलाएं और लड़कियां मंदिर में आती हैं तो वे पल्लू, सिर पर घूंघट पहनकर शालीन रूप में आए। अगर कोई महिला या लड़की नियमों का उल्लंघन करती है तो पहले उसे समझाया जाएगा।
बालाजी मंदिर में पूजा करने वाले पंडित आलोक शर्मा का कहना है कि परिसर में महिलाओं और युवतियों को साड़ी या सलवार-सूट पहनना चाहिए। जब महिलाएं और लड़कियां मंदिर में आती हैं तो वे पल्लू, सिर पर घूंघट पहनकर शालीन रूप में आए। अगर कोई महिला या लड़की नियमों का उल्लंघन करती है तो पहले उसे समझाया जाएगा।
पुजारी ने कहा कि इसके बाद भी अगर कोई मंदिर के नियमों का पालन नहीं करता है तो बालाजी मंदिर समिति उस पर जुर्माना भी लगा सकती है। ऐसा मंदिर की गरिमा बनाए रखने के लिए किया जा रहा है।
भक्तों का ध्यान न भटके इसके लिए यह फैसला लिया गया है।
बालाजी मंदिर समिति के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अशोक कुमार शर्मा ने कहा, 'अक्सर देखा जाता है कि मंदिर में युवक-युवतियां छोटे कपड़ों में आते हैं. इससे मंदिर में मौजूद अन्य भक्तों का ध्यान भटक जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति ने यह निर्णय लिया है। बच्चे और युवा अक्सर हाफ पैंट पहनकर घूमते हैं। अब लोग भारत की संस्कृति में ही मंदिर में आते हैं। ऐसे भक्तों से अपील की गई है।
बालाजी मंदिर समिति के कानूनी सलाहकार एडवोकेट अशोक कुमार शर्मा ने कहा, 'अक्सर देखा जाता है कि मंदिर में युवक-युवतियां छोटे कपड़ों में आते हैं. इससे मंदिर में मौजूद अन्य भक्तों का ध्यान भटक जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए मंदिर समिति ने यह निर्णय लिया है। बच्चे और युवा अक्सर हाफ पैंट पहनकर घूमते हैं। अब लोग भारत की संस्कृति में ही मंदिर में आते हैं। ऐसे भक्तों से अपील की गई है।
अशोक कुमार ने आगे कहा कि लोग जब अमर्यादित कपड़े पहन कर आते हैं तो तरह-तरह की बातें करते हैं। मर्यादित कपड़े पहनकर आने वालों के लिए कोई नियम नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर इस अपील के बाद भी लोग ऐसे ही आएंगे तो हमारे लिए स्थिति कुछ और होगी। हम उन्हीं पर ध्यान देने में लगे रह जाएंगे।
जुर्माने की बात पर अधिवक्ता अशोक ने कहा कि हमने किसी जुर्माने का प्रावधान नहीं किया है। हम दंड देने वाले नहीं हैं। जो जैसा करेगा, बाबा उनको दण्ड देंगे। हम पहले उन्हें समझाते हैं कि भाई बोर्ड पर पढ़ो। हमने किसी पर जुर्माना लगाने की बात नहीं की है।
