मेरठ : मैडम जी 2161 दिन स्कूल से गैरहाजिर रहीं, लेती रही मुफ्त का वेतन, प्रधानाचार्य लगाते थे हाजिरी....
जांच में पता चला कि शिक्षिका सुजाता यादव ने 2920 दिनों में से अधिकांश दिन छुट्टी ली, जो अवकाश नियमावली के प्रावधानों के विरुद्ध है। तत्कालीन प्रधानाध्यापक धर्म सिंह भी सुजाता यादव की अनुपस्थिति स्वीकृत करते रहे। मामला मीडिया में आने के बाद जांच कराई गई तो आरोप सही पाए गए। मेरठ की बेसिक शिक्षा अधिकारी आशा चौधरी ने शिक्षिका सुजाता यादव और प्रधानाचार्य धर्म सिंह को निलंबित कर दिया है।
Oct 5, 2024, 15:23 IST
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उत्तर प्रदेश के मेरठ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिले के परीक्षितगढ़ के प्राथमिक विद्यालय साहनी में एक शिक्षिका मुफ्त में वेतन लेती रही। वह काफी समय से स्कूल नहीं आई, लेकिन रजिस्टर में उसकी हाजिरी दर्ज थी। जब शिकायत हुई और जांच हुई तो पता चला कि मैडम 2920 दिनों में सिर्फ 759 दिन ही स्कूल आईं। जब हाजिरी रजिस्टर चेक किया गया तो उनकी हाजिरी पूरी पाई गई। जांच में आरोपी शिक्षिका दोषी पाई गई। बीएसए ने उसे निलंबित कर दिया है। READ ALSO:-उत्तर प्रदेश में होटलों, रेस्तरां और खाद्य दुकानों के बाहर कच्चा या पका हुआ मांस डिस्प्ले करने पर प्रतिबंध, सरकार ने जारी की एडवाइजरी
जानकारी छिपाने के आरोप में स्कूल के हेडमास्टर को भी निलंबित कर दिया गया है। शिक्षिका के निलंबन के बाद स्कूल के शिक्षकों और कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। स्कूल की एक शिक्षिका ने बताया कि मैडम के अनुपस्थित रहने से स्कूल का काम प्रभावित होता था, लेकिन तत्कालीन हेडमास्टर ने कभी उनकी अनुपस्थिति को गंभीरता से नहीं लिया। इस बीच बच्चों की पढ़ाई भी बाधित हो रही थी।
@khabreelal_news UP के मेरठ से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया। परीक्षितगढ़ के विद्यालय साहनी में एक शिक्षिका मुफ्त में वेतन लेती रही। काफी समय से स्कूल नहीं आई, लेकिन रजिस्टर में हाजिरी दर्ज थी। जब शिकायत हुई, जांच हुई तो पता चला 2920 दिनों में सिर्फ 759 दिन ही स्कूल आईं। pic.twitter.com/QdSaZedUy7
— MK Vashisth-Managing Editor-Khabreelal Media & PR (@vadhisth) October 5, 2024
स्कूल से गायब रहती थीं, समय पर मिलती थी सैलरी
मेरठ के परीक्षितगढ़ के प्राइमरी स्कूल साहनी में सुजाता यादव नाम की टीचर काफी दिनों से स्कूल नहीं आ रही थीं। स्कूल न आने का कारण जानने के लिए जब अटेंडेंस रजिस्टर चेक किया गया तो पता चला कि मैडम स्कूल नहीं आ रही थीं लेकिन उनकी अटेंडेंस पूरी लग रही थी। इस वजह से उन्हें सैलरी भी समय पर मिल रही थी।
मामले की जानकारी जब बीएसए को हुई तो उन्होंने जांच के आदेश दिए। जांच में मैडम सुजाता दोषी पाई गईं। बीएसए आशा चौधरी ने मैडम को सस्पेंड कर दिया और साथ ही हेड मास्टर धर्म सिंह को भी सस्पेंड कर दिया।
शिक्षक और हेड मास्टर सस्पेंड
आशा चौधरी ने बताया कि सुजाता यादव के न आने से स्कूल के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सके। इस मामले में त्रिस्तरीय जांच कमेटी गठित की गई थी।
आशा चौधरी ने बताया कि सुजाता यादव के न आने से स्कूल के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही थी। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि शिक्षा व्यवस्था में सुधार हो सके। इस मामले में त्रिस्तरीय जांच कमेटी गठित की गई थी।
जांच रिपोर्ट मिलने के बाद स्वीकृत सीमा से अधिक अवकाश लेने का दोषी पाए जाने पर सुजाता यादव को निलंबित कर दिया गया है। तथ्य छिपाए गए थे। हेडमास्टर धरम सिंह को निलंबित कर दिया गया है।