प्यार की खातिर खुशबू बानो ने किया धर्म परिवर्तन, लिए 7 फेरे, कहा- इस्लाम में महिलाओं का सम्मान नहीं
संत रविदास नगर की रहने वाली खुशबू बानो ने इस्लाम त्यागकर बरेली के रहने वाले अपने प्रेमी विशाल से हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली है। खुशबू ने कहा कि इस्लाम में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है, जबकि हिंदू धर्म में उन्हें विशेष दर्जा प्राप्त है. उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनकी देवी-देवताओं में अगाध आस्था थी। इसके चलते उन्होंने स्वेच्छा से धर्म परिवर्तन किया है।
Updated: Oct 12, 2023, 16:37 IST
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संत रविदास नगर की रहने वाली खुशबू ने अपने प्यार की खातिर इस्लाम छोड़कर सनातन धर्म अपना लिया है। उसने बरेली के मंदिर में अपने प्रेमी विशाल के साथ सात फेरे लेकर हिंदू देवी-देवताओं के प्रति अपनी आस्था जताई। कहा कि इस्लाम धर्म में महिलाओं का सम्मान नहीं है। यहां तीन तलाक और हलाला जैसी कुप्रथाएं भयावह हैं। जबकि हिंदू धार्मिक परिवारों में महिलाओं को विशेष दर्जा प्राप्त है। खुशबू ने कहा कि उनके पूर्वजों ने मुगल काल में इस्लाम कबूल कर लिया था, लेकिन अब वह स्वेच्छा से घर लौट रही हैं। READ ALSO:-समाजवादी पार्टी विधायक अतुल प्रधान का ट्रैफिक नियम तोड़कर दिल्ली प्रगति मैदान टनल से फ़िल्मी अंदाज़ में काफिला निकलना पड़ा भारी, पुलिस ने किया 90 हजार का चालान
खुशबू ने बताया कि चार साल पहले फेसबुक के जरिए उसकी दोस्ती अपने प्रेमी विशाल कुमार से हुई थी। ये दोस्ती कब प्यार में बदल गई उसे पता ही नहीं चला। अब वैदिक धर्म अपनाने के बाद खुशबू ने पुलिस सुरक्षा की गुहार लगाई है। कहा कि उनकी शुरू से ही हिंदू देवी-देवताओं में आस्था रही है। अब खुशबू ने हिंदू धर्म अपनाकर पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ विशाल से शादी कर ली है। अगस्त मुनि आश्रम में आचार्य केके शंखधर ने दोनों को अग्नि के सामने सात फेरे दिलाए।
इस दौरान खुशबू ने शपथ पत्र देकर कहा कि वह जीवन भर हिंदू धर्म अपनाएंगी। पति विशाल के साथ भोजीपुरा थाने पहुंची खुशबू ने बताया कि शादी के बाद ऑनर किलिंग का खतरा है। इसी आधार पर उन्होंने पुलिस सुरक्षा की गुहार लगाई है। यही प्रार्थना पत्र उन्होंने जिलाधिकारी को भी भेजा है। इसमें उन्होंने कहा कि इस्लाम में महिलाओं का कोई सम्मान नहीं है। हलाला, तीन तलाक सबसे बड़ी बुराई है और इन्हीं बुराइयों के कारण उसने धर्म परिवर्तन किया।
उन्हें अब खुशबू बानो नहीं, बल्कि खुशबू के नाम से जाना जाना चाहिए। डीएम को भेजे प्रार्थना पत्र में खुशबू ने कहा कि उसके पति विशाल को भी उसके परिवार वालों से जान का खतरा है। वहीं, धर्म परिवर्तन के बाद इस प्रेमी जोड़े की शादी कराने वाले अगस्त मुनि आश्रम के पंडित केके शंखधर ने भी अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताई है। कहा कि अब तक वह 86 जोड़ों की शादी करा चुके हैं, लेकिन पहली बार उन्हें भी डर लग रहा है। कहा कि उन्हें कई बार धमकियां मिल चुकी हैं। उन्होंने कई बार पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन अभी तक सुरक्षा नहीं मिली है। न ही उन्हें अब तक कोई शास्त्र लाइसेंस दिया गया है।