'सनातन' विवाद के बीच मुख्यमंत्री योगी की पहली प्रतिक्रिया, 'रावण-औरंगजेब जिनका कुछ नहीं बिगाड़ सके, तो ये तुच्छ लोग...देखें Video
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मानवता के धर्म यानी सनातन धर्म पर उंगली उठाना मतलब मानवता को संकट में डालने का कुंठित प्रयास है।
Sep 8, 2023, 14:38 IST
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सनातन धर्म पर DMK नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान पर मचे बवाल के बीच मुख्यमंत्री योगी की पहली प्रतिक्रिया आई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिसने भी सनातन धर्म को चुनौती दी, वह गायब हो गया। मुख्यमंत्री योगी ने 'कृष्ण जन्माष्टमी' के मौके पर लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा, 'भारत की सनातन परंपरा पर उंगली उठाने की कोशिश की जा रही है। विरासत का अपमान करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन सब भूल गए कि जो सनातन रावण के अहंकार से नहीं मिटा, जो सनातन कंस की दहाड़ से नहीं डिगा, जो सनातन बाबर और औरंगजेब के अत्याचारों से नहीं मिटा, वो सनातन इन तुच्छ सत्ता परजीवी जीवों से क्या मिट पाएगा। उन्हें खुद अपने किये पर शर्म आनी चाहिए। Read Also:-6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों के चुनाव, UP के घोसी से समाजवादी पार्टी आगे; BJP 4, कांग्रेस-JMM एक-एक सीट पर आगे
'मानवता को ख़तरे में डालने की कुंठित कोशिश'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मानवता के धर्म यानी सनातन धर्म पर उंगली उठाना मतलब मानवता को संकट में डालने का कुंठित प्रयास है। उन्होंने कहा कि याद रखें दुनिया में ऐसा कौन सा धर्म और समुदाय है, जिसकी संकट की घड़ी में सनातन धर्म के अनुयायियों ने उनकी रक्षा के लिए काम नहीं किया है। हमने कभी नहीं कहा कि हम विशेष हैं। इतना सब होने पर भी यदि न समझने वाला व्यक्ति अपनी मूर्खता के कारण सूर्य की ओर थूकने का प्रयास करेगा तो उसका थूक वहां तक नहीं पहुंचेगा। यह उसके सिर पर ही गिरेगा। इससे उन्हें और उनकी आने वाली पीढ़ियों को शर्मसार होना पड़ेगा।'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मानवता के धर्म यानी सनातन धर्म पर उंगली उठाना मतलब मानवता को संकट में डालने का कुंठित प्रयास है। उन्होंने कहा कि याद रखें दुनिया में ऐसा कौन सा धर्म और समुदाय है, जिसकी संकट की घड़ी में सनातन धर्म के अनुयायियों ने उनकी रक्षा के लिए काम नहीं किया है। हमने कभी नहीं कहा कि हम विशेष हैं। इतना सब होने पर भी यदि न समझने वाला व्यक्ति अपनी मूर्खता के कारण सूर्य की ओर थूकने का प्रयास करेगा तो उसका थूक वहां तक नहीं पहुंचेगा। यह उसके सिर पर ही गिरेगा। इससे उन्हें और उनकी आने वाली पीढ़ियों को शर्मसार होना पड़ेगा।'
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath says, "Attempts are being made to point fingers at the Sanatan culture. Attempts are being made to insult our heritage. But they forgot 'Jo Sanatan nahi mita tha Ravan ke ahankaar se, Jo Sanatan nahi diga tha Kans ke ahankaar se, Jo… pic.twitter.com/TiJKtmYCc2
— ANI (@ANI) September 7, 2023
तमिलनाडु के सीएम के बेटे उदयनिधि माफी मांगने को भी तैयार नहीं
स्टालिन के बेटे ने भी अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगने से इनकार कर दिया है। उन्होंने बार-बार कहा है कि वह अपनी टिप्पणियों के लिए किसी भी कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार हैं। खबरें हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के लिए तमिलनाडु के राज्यपाल से मंजूरी लेने की कोशिश की जा रही है।
उदयनिधि ने क्या कहा था?
एक दिन पहले, राज्य के युवा कल्याण मंत्री और तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की युवा शाखा के सचिव उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म 'समानता और सामाजिक न्याय' के खिलाफ है और कहा था कि इसे खत्म किया जाना चाहिए। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, डेंगू वायरस और मच्छरों से होने वाले बुखार से की और कहा कि ऐसी चीजों का विरोध ही नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें खत्म करना चाहिए।
एक दिन पहले, राज्य के युवा कल्याण मंत्री और तमिलनाडु में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की युवा शाखा के सचिव उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म 'समानता और सामाजिक न्याय' के खिलाफ है और कहा था कि इसे खत्म किया जाना चाहिए। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया, डेंगू वायरस और मच्छरों से होने वाले बुखार से की और कहा कि ऐसी चीजों का विरोध ही नहीं करना चाहिए, बल्कि उन्हें खत्म करना चाहिए।