कृषि कानूनों की वापसी का श्रेय ले रहे अखिलेश, बोले- सपा की विजय यात्रा से डरकर केंद्र लिया फैसला

कृषि कानूनों को वापस लेने के केंद्र सरकार के एलान के बाद 5 राज्यों में चुनावाें को देखते हुए विपक्ष में बेचैनी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए इसे चुनावी दांव बताया।

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Akhilesh Yadav
Akhilesh Yadav Attacks On Bjp Government After Announcement Cancelation Of Farm Law: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीनों कृषि कानूनों को वापस  लेने का (Krishi Kanoon) एलान कर दिया है। केंद्र सरकार के इस कदम के बाद 5 राज्यों में चुनावाें को देखते हुए विपक्ष में बेचैनी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधते हुए इसे चुनावी दांव बताया। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने यह सब वोट के लिए किया है, उनकी प्राथमिकता अन्नदाता नहीं है। उन्होंने पूछा कि भाजपा बताए सैंकड़ों किसानों की मौत के दोषियों को सज़ा कब मिलेगी।

 

अखिलेश ने कहा कि इन तीनों काले कानूनों की वापसी भाजपा के अहंकार की हार और किसानों की जीत है, लोकतंत्र की जीत है। अखिलेश ने कहा कि जनता इन्हें माफ नहीं बल्की साफ करेगी। यह सोच रहे हैं कि दिखावटी माफी मांग कर फिर से या दोबारा आएंगे, ये जनता इनको समझती है। Read Also : पीएम मोदी ने किया तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान, माफी मांगते हुए कहा- खेतों में वापस लौट जाएं किसान

 

भाजपा ने किसानों को ठगना चाहा

अखिलेश ने कृषि कानूनों की वापसी का श्रेय भी लिया। उन्होंने कहा कि भूमि अधिग्रहण व काले क़ानूनों से अमीरों की भाजपा ने ग़रीबों-किसानों को ठगना चाहा। कील लगाई, बाल खींचते कार्टून बनाए, जीप चढ़ाई, लेकिन सपा की पूर्वांचल की विजय यात्रा के जन समर्थन से डरकर केंद्र सरकार ने काले-क़ानून वापस ले ही लिए। उन्होंने कहा कि जिस तरह से कृषि कानूनों के विरोध में जनता सपा के समर्थन में सड़कों पर आई और लखनऊ के साथ-साथ दिल्ली को भी हिला दिया। यह उसी का परिणाम है। Read Also : Pooja Hegde: बला की खूबसूरत है ये बॉलीवुड एक्ट्रेस, देखें हॉट तस्वीरें

 

'चुनाव के बाद फिर ले आएंगे कानून'

सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की नियत में खोट है। अगर इनकी नियत साफ होती तो यह फैसला पहले ही ले लेते। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि चुनाव के बाद सरकार फिर से इस तरह का फैसला ले आए। अखिलेश ने कहा कि जिस तरह से भूमि अधिग्रहण कानून लाए गए थे उसी तरह ये काले कृषि कानून भी वापस लिए गए है। जिन शब्दों का प्रयोग भाजपा द्वारा अन्नदाता के लिए किया गया कोई कल्पना नहीं कर सकता।

 

'झूठी माफी नहीं चलेगी'

अखिलेश यादव ने कहा कि सैकड़ों किसानों की सच्ची मौत के सामने किसी की झूठ की माफी नहीं चलेगी। जिन्होंने माफी मांगी है वह राजनीति छोड़ने का भी वचन दें। सपा को जो समर्थन मिला और जिस तरह पूर्वांचल में किसान सड़कों पर नजर आए। सिर्फ लखनऊ ही नहीं हर जगह किसान, नेता और नौजवान सड़कों पर निकले केंद्र तक सरकार हिल गई। 

 

'मंत्री को भी करें बर्खास्त'

एसपी चीफ ने कहा कि कीटनाशक और दवाइयां बहुत महंगे कर दिए सरकार ने, धान की कीमत नहीं दे पा रही सरकार। डीएपी और खाद उपलब्ध नहीं करा पा रही सरकार, एमएसपी नहीं दे पा रही सरकार। जिस तरह कानून वापस ले लिए गए है, उसी तरह यह जिम्मेदारी सरकार की है कि जिस मंत्री ने लखीमपुर में किसानों को कुचला उसको भी बर्खास्त करें।

 

मायावती ने किसानों को दी बधाई 

उधर कृषि कानून वापसी पर बसपा प्रमुख मायावती ने किसानों को बधाई दी। मायावती ने कहा कि फैसला लेने में देरी कर दी। मायावती ने कहा कि यह फैसला बहुत पहले ले लेना चाहिए था। एमएसपी को लेकर भी सरकार फैसला करे। इस आंदोलन के दौरान किसान शहीद हुए हैं, उन्हें केंद्र सरकार आर्थिक मदद और नौकरी दे।

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