UP : धार्मिक स्थलों पर फिर से लगाए जा रहे लाउडस्पीकर से नाराज मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी, चेतावनी जारी कर कही ये बात

 मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने कहा कि, "ये लाउडस्पीकर फिर से कुछ जिलों में लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है। तत्काल सम्पर्क एवं संचार होने से आदर्श स्थिति निर्मित होनी चाहिए।
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि कुछ जिलों में फिर से धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार देर शाम लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर शासन व अंचल, रेंज व जिला स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ प्रदेश की कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए क्रिसमस पर्व के सुरक्षित समापन की व्यवस्था की और और कहीं भी धर्मांतरण की घटना न होने पाने की हिदायत दी। हिदायत दी कि घटना नहीं होनी चाहिए। साथ ही धार्मिक स्थलों पर फिर से लाउडस्पीकर हाटने पर जोर दिया।Read Also:-Covid-19 : हाईब्रिड इम्युनिटी के कारण BF.7 वेरियंट से सुरक्षित है भारत, ट्रैवल बैन जरूरी नहीं-डॉ. रणदीप गुलेरिया

 

शुक्रवार देर रात जारी सरकारी बयान के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, 'कुछ महीने पहले हमने सहज संवाद के जरिए धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने का अभूतपूर्व काम किया था। लोगों ने व्यापक जनहित को प्राथमिकता देते हुए लाउडस्पीकरों को स्वत: ही हटा दिया था। इसकी पूरे देश में सराहना हुई थी। उन्होंने कहा, ''ये लाउडस्पीकर फिर से कुछ जिलों में लगाए जा रहे हैं, यह स्वीकार्य नहीं है। तत्काल संपर्क और संचार के माध्यम से एक आदर्श स्थिति का निर्माण किया जाना चाहिए।" इसी साल अप्रैल माह में राज्य सरकार ने बड़े पैमाने पर धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई की थी। इस अभियान के बाद सात मई को झांसी संभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि प्रदेश में अब तक एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर लगाए जा चुके हैं। उन्होंने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि हटाए गए लाउडस्पीकर फिर से न लगें।

 

योगी ने कहा कि धार्मिक आयोजनों को धार्मिक स्थलों के परिसर तक ही सीमित रखा जाए, सड़क पर कोई उत्सव आयोजित न किया जाए और इन आयोजनों से आम नागरिकों की आवाजाही में कोई असुविधा न हो. प्रदेश में धार्मिक स्थलों पर लगे अवैध लाउडस्पीकरों को हटाने व अन्य लाउडस्पीकरों की आवाज निर्धारित सीमा तक सीमित करने का अभियान 25 अप्रैल से शुरू होकर एक मई तक चला।

 

अपर पुलिस महानिदेशक (Law and Order) प्रशांत कुमार ने लखनऊ में जारी बयान में कहा कि सभी धार्मिक स्थलों से बिना किसी भेदभाव के अवैध रूप से लगाये गये लाउडस्पीकरों को हटाया जा रहा है और ऐसे सभी लाउडस्पीकरों को अवैध की श्रेणी में रखा गया है। जिसके लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई है। कुमार ने यह भी कहा था कि लाउडस्पीकर को लेकर की जा रही कार्रवाई के दौरान हाईकोर्ट के आदेशों को भी ध्यान में रखा जा रहा है। शुक्रवार को जारी बयान के अनुसार समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने सभी धर्मगुरुओं से संवाद स्थापित कर शांतिपूर्ण माहौल में क्रिसमस पर्व मनाने की जिम्मेदारी अधिकारियों को दी और इस बात पर विशेष जोर दिया कि ऐसा नहीं होना चाहिए। कहीं भी धर्मांतरण की घटना न हो।

 

शुक्रवार देर रात समीक्षा बैठक के बाद मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने ट्वीट किया, ''अगले 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार है। सभी धर्मगुरुओं से संवाद कर शांतिपूर्ण माहौल में क्रिसमस मनाने की व्यवस्था की जाए। कहीं भी धर्मांतरण की घटना न हो, यह सुनिश्चित किया जाए।
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