Covid-19 : हाईब्रिड इम्युनिटी के कारण BF.7 वेरियंट से सुरक्षित है भारत, ट्रैवल बैन जरूरी नहीं-डॉ. रणदीप गुलेरिया

 भारत ने शनिवार को चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर (RT-PCR) जांच अनिवार्य कर दी।
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DR RANDEEP
चीन में कोरोना के नए वेरियंट BF7 ने तबाही मचा रखी है। हर दिन लाखों लोग संक्रमित हो रहे हैं। डॉक्टरों और दवाओं की कमी के कारण स्थिति और भी खराब होती जा रही है। हालांकि भारत में स्थिति नियंत्रण में है। एम्स के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने कहा है कि भारत के लोगों में हाईब्रिड इम्युनिटी की वजह से देश कोरोना महामारी की दूसरी लहर से सुरक्षित है। Read Also:-Covid-19: आ रहा है कोरोना! ऑक्सीजन सिलेंडर, वेंटिलेटर, पीएसए (PSA) प्लांट तैयार रखें, केंद्र सरकार ने राज्यों को दिया आदेश....

 

भारत ने शनिवार को चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों के लिए आरटी-पीसीआर (RT-PCR) जांच अनिवार्य कर दी। इस बीच डॉ. गुलेरिया ने कहा है कि भारत की स्थिति सहज है और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने की जरूरत नहीं है। 

 

'भारत में लॉकडाउन की कोई जरूरत नहीं'
उन्होंने कहा, भारत में कोविड-19 (COVID-19) की मौजूदा स्थिति को देखते हुए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर रोक लगाने या लॉकडाउन लगाने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन कुछ देशों में बढ़ते मामलों को देखते हुए निगरानी और सतर्कता को मजबूत करना जरूरी है।

 

उन्होंने यह भी कहा कि कोविड-19 के गंभीर मामलों और मरीजों के अस्पताल में भर्ती होने की संभावना नहीं है, क्योंकि भारत में लोगों में हाईब्रिड इम्युनिटी विकसित हो चुकी है। 
रणदीप गुलेरिया ने कहा, कुल मिलाकर कोविड के मामले नहीं बढ़े हैं और भारत अब भी अच्छी स्थिति में है। मौजूदा परिस्थितियों में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध लगाने या लॉकडाउन लागू करने की कोई आवश्यकता नहीं है।

 

BF7 पहले ही मिल चुका है
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि पहले के अनुभव बताते हैं कि उड़ानों पर प्रतिबंध संक्रमण को फैलने से रोकने में कारगर नहीं है। उन्होंने कहा, आंकड़े बताते हैं कि चीन में संक्रमण के तेजी से प्रसार के लिए जिम्मेदार ओमिक्रॉन का बीएफ 7 (BF7) सबफॉर्म हमारे देश में पहले ही पाया जा चुका है।

 

यह पूछे जाने पर कि क्या आने वाले दिनों में लॉकडाउन की आवश्यकता है, डॉ गुलेरिया ने कहा, "टीकाकरण की अच्छी दर और प्राकृतिक संचरण के कारण कोविड के गंभीर मामले और रोगियों के अस्पताल में भर्ती होने की संभावना नहीं है।" भारतीयों में हाइब्रिड इम्युनिटी पहले ही विकसित हो चुकी है।

 

उन्होंने कहा, मौजूदा स्थिति और लोगों में हाईब्रिड इम्युनिटी की काफी दर को देखते हुए लॉकडाउन की जरूरत नहीं लगती है।
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