राकेश टिकैत की हुंकार, किया दिल्ली घेराव का बड़ा ऐलान, पहले की तरह चारों तरफ से घेरी जाएगी दिल्ली….

केंद्र सरकार ने किसानों को तोहफा देते हुए गन्ने की कीमतें बढ़ाने का ऐलान किया है, लेकिन किसान आंदोलन के नेता इसे नाकाफी बता रहे हैं। किसानों ने इसका स्वागत तो किया लेकिन इसे ध्यान भटकाने की रणनीति भी बताया। इस बीच सबकी नजर गुरुवार को होने वाली किसानों की बैठक पर है। किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इस बैठक के फैसलों के बाद आगे के आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। 
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Rakesh Tikait
भारतीय किसान यूनियन की अहम बैठक से पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने दिल्ली घेरने का बड़ा ऐलान किया है। राकेश टिकैत ने कहा है कि गुरुवार की बैठक में जो तय होगा उसी के आधार पर आगे की रणनीति बनाई जाएगी। हालांकि गन्ने की कीमत बढ़ाने की घोषणा पर राकेश टिकैत ने कहा कि इससे पूरे देश को फायदा होगा, लेकिन साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि यह लड़ाई लंबी है और किसी एक मोर्चे की नहीं है। जैसे पहले दिल्ली को चारों तरफ से घेरा गया था, अब फिर से घेरने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि यह देखने वाली बात होगी कि सरकार को इस बात पर सहमत होने में कितना समय लगेगा।Read Also:-Jammu & Kashmir के पूर्व गवर्नर सत्यपाल मालिक के घर पर CBI की रेड, 30 अन्य जगहों पर भी छापे, बोले- घबराउंगा नहीं-किसान का बेटा हूँ,

 

चंडीगढ़ पहुंचे किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पूरे देश के किसानों को एकजुट रहना होगा। यह आंदोलन किसी एक किसान का नहीं है, इसे अकेले नहीं लड़ना चाहिए। हम सभी किसानों को इकट्ठा होना चाहिए। राकेश टिकैत ने कहा कि पंजाब के किसानों को एकजुट रहना चाहिए, सभी को मिलकर काम करना चाहिए।  इसके साथ ही राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन में किसी भी तरह की हिंसा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने हरियाणा सरकार के रुख पर भी हमला बोला और कहा कि सरकार जिस तरह से किसानों पर अत्याचार कर रही है वह गलत है। 

 

पूरा देश नहीं उगाता गन्ना- किसान नेता
उधर, उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं के संगठन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गन्ने की कीमत बढ़ाने के सरकार के फैसले को किसानों के मिशन से भटकाने वाला बताया है। उन्होंने कहा कि यह ध्यान भटकाने का तरीका है, पूरा देश गन्ना नहीं बोता है। हमारी मांग C2+ 50% की है। किसानों का वर्षों से बकाया है, सरकार को उस पर ध्यान देना चाहिए। हम इस मांग पर अड़े हुए हैं। 
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सरकार को किसानो से दुश्मनों जैसा व्यवहार नहीं करना चाहिए
उधर, किसान नेता बलदेव सिंह जीरा ने कहा कि हम खनौरी जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम प्रभावित किसान परिवारों से मिलेंगे, उनका दर्द सुनेंगे और फिर आगे का निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार हमारे साथ वैसा ही व्यवहार कर रही है, जैसा अपने दुश्मनों के साथ करती है। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार को भी किसानों के साथ हो रहे अन्याय के सवालों का जवाब देना होगा। 

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