मेरा नाम सावरकर नहीं गांधी है, गांधी माफी नहीं मांगते....राहुल गांधी बोले- मोदी और अडानी पर सवाल पूछता रहूंगा, सांसदी छीनकर डरा नहीं सकते
जब ये लोग कहते हैं कि राहुल गांधी माफी मांग लेते तो राहुल गांधी क्या सोचते हैं? इस पर राहुल ने कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगता।
Updated: Mar 25, 2023, 17:43 IST
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राहुल गांधी की संसद की सदस्यता रद्द होने के बाद कल पूरे देश में हंगामा मच गया। इस मामले को लेकर कांग्रेस केंद्र सरकार पर हमलावर है। आज इसी मुद्दे पर राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान राहुल ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा। लोकसभा से अयोग्य ठहराए जाने पर उन्होंने कहा कि सरकार इन दिनों हड़बड़ी में जो कदम उठा रही है, उससे विपक्ष को फायदा होगा। इसके साथ ही राहुल ने कहा कि अडानी के मुद्दे को दबाने के लिए सरकार विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करती है।Read Also:-मेरठ डबल मर्डर केस : पड़ोस की दो औरतों ने हाथ-पैर पकड़े, सऊद फैजी ने तकिए से मुंह दबाकर मासूम बच्चों को खौफनाक तरीके से उतारा मौत के घाट,
मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है।
— Congress (@INCIndia) March 25, 2023
गांधी किसी ने माफी नहीं मांगते। pic.twitter.com/SGJvRv9q6u
कांग्रेस नेता ने कहा कि भारतीय लोकतंत्र पर समय-समय पर हमले होते रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं किसी से नहीं डरता। मैं भारत के लोगों की लोकतांत्रिक आवाज की रक्षा करना जारी रखूंगा। भारतीय जनता पार्टी द्वारा अपने बयानों के लिए माफी की मांग पर राहुल ने साफ कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है, गांधी किसी से माफी नहीं मांगता। मैं माफी नहीं मांगूंगा।
I'm standing up for the democratic rights of the people of India, and I'm not afraid.
— Congress (@INCIndia) March 25, 2023
These people don't understand me yet.
I remain committed to asking questions about the PM's connection to Adani. Their partnership has been long-standing and close.
: @RahulGandhi ji pic.twitter.com/SfmX415Pkt
अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसके?-राहुल गाँधी
मैं अडानी पर सरकार से सवाल करूंगा, वे (सरकार) मुझे अयोग्य ठहराकर या जेल में डालकर भी डरा नहीं सकते। अडानी के मुद्दे से जनता का ध्यान भटकाने के लिए सारा खेल खेला जा रहा है। सरकार के लिए देश सिर्फ अडानी है और अडानी सिर्फ देश है। अडानी सबसे भ्रष्ट है, मोदी जी उसे क्यों बचा रहे हैं? मैं पूछता हूं अडानी की कंपनियों में 20 हजार करोड़ किसका?
विपक्ष के साथ मिलकर काम करेंगे- राहुल गाँधी
चुनाव में विपक्ष के समर्थन को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गाँधी ने कहा कि मुझे समर्थन देने के लिए मैं विपक्ष के सभी नेताओं का शुक्रिया अदा करता हूं। आने वाले समय में हम सब मिलकर काम करेंगे। राहुल गाँधी ने कहा कि वे मुझे स्थायी रूप से अयोग्य घोषित कर दें, लेकिन मैं अपना काम करता रहूंगा.
चुनाव में विपक्ष के समर्थन को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गाँधी ने कहा कि मुझे समर्थन देने के लिए मैं विपक्ष के सभी नेताओं का शुक्रिया अदा करता हूं। आने वाले समय में हम सब मिलकर काम करेंगे। राहुल गाँधी ने कहा कि वे मुझे स्थायी रूप से अयोग्य घोषित कर दें, लेकिन मैं अपना काम करता रहूंगा.
वायनाड की जनता को चिट्ठी लिखेंगे- राहुल
वायनाड से अब कौन लड़ेगा चुनाव? इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष तय करेंगे। उन्होंने मीडिया से कहा कि वे वायनाड के लोगों को पत्र भी लिखेंगे। भारतीय जनता पार्टी नेताओं द्वारा ओबीसी समुदाय का अपमान करने के आरोप पर राहुल गांधी ने कहा कि मैंने हमेशा भाईचारे की बात की है, ओबीसी की बात नहीं है।
वायनाड से अब कौन लड़ेगा चुनाव? इस सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि यह कांग्रेस अध्यक्ष तय करेंगे। उन्होंने मीडिया से कहा कि वे वायनाड के लोगों को पत्र भी लिखेंगे। भारतीय जनता पार्टी नेताओं द्वारा ओबीसी समुदाय का अपमान करने के आरोप पर राहुल गांधी ने कहा कि मैंने हमेशा भाईचारे की बात की है, ओबीसी की बात नहीं है।
मुझे कम से कम एक बार सदन में बोलने का मौका दें: राहुल
अगर आप मोदी के बयान पर सदन और कोर्ट में माफी मांगते तो आपकी सदन की सदस्यता नहीं जाती, तब राहुल गांधी ने कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगते। मैंने सदन में कहा कि मुझे कम से कम एक बार बोलने दीजिए। इसके लिए मैंने दो पत्र लिखे और तीसरी बार स्पीकर के पास जाकर उनसे कहा कि प्लीज आप लोकतंत्र की रक्षा करने वाले हैं और उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि भाई, मैं ऐसा नहीं कर सकता। हो सकता है कि मुझे जाकर मोदीजी से पूछना पड़े, वह तो मुझे नहीं करने देंगे।
अगर आप मोदी के बयान पर सदन और कोर्ट में माफी मांगते तो आपकी सदन की सदस्यता नहीं जाती, तब राहुल गांधी ने कहा कि मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है। गांधी किसी से माफी नहीं मांगते। मैंने सदन में कहा कि मुझे कम से कम एक बार बोलने दीजिए। इसके लिए मैंने दो पत्र लिखे और तीसरी बार स्पीकर के पास जाकर उनसे कहा कि प्लीज आप लोकतंत्र की रक्षा करने वाले हैं और उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा कि भाई, मैं ऐसा नहीं कर सकता। हो सकता है कि मुझे जाकर मोदीजी से पूछना पड़े, वह तो मुझे नहीं करने देंगे।