मेरठ डबल मर्डर केस : पड़ोस की दो औरतों ने हाथ-पैर पकड़े, सऊद फैजी ने तकिए से मुंह दबाकर मासूम बच्चों को खौफनाक तरीके से उतारा मौत के घाट,
मेरठ में प्रेमी से शादी के लिए मां ने ही अपने दो बच्चों को हत्या करवा दी। दोनों बच्चों को बेहरहमी से मार कर घर से 25 किमी दूर लाश को गंगनगर में फेंक दिया।
Updated: Mar 25, 2023, 13:50 IST
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मेरठ के देहलीगेट थाना क्षेत्र के खैरनगर के गुलार वाली गली की रहने वाली निशा बेग ने अपने प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद फैजी के साथ मिलकर अपने 10 साल के बेटे और छह साल की बेटी की हत्या कर दी। वहीं फैजी की गिरफ्तारी के बाद हत्या के बाद दोनों बच्चों के शव भोला के झाल स्थित गंगनहर में फेंके जाने की बात बताकर आधी रात से ही पुलिस गंगनहर में भाई-बहन के शवों की तलाश कर रही थी। आखिरकार दोनों बच्चों के शव बरामद कर लिए गए। इस पूरे घटनाक्रम में पुलिस ने पूर्व पार्षद समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पूर्व पार्षद पर देशद्रोह का भी आरोप लगाया है। वहीं, आरोपी मां निशा द्वारा तंत्र मंत्र और प्रेम प्रसंग के चलते बच्चों की हत्या करने का मामला सामने आया है। Read Also:-मेरठ : पूर्व मंत्री हाजी याकूब के 6 आलीशान मकान जब्त; 21 करोड़ की संपत्ति हुई जब्त, जेल से छूटे गैंगस्टर के बेटे का दावा- कुर्क की गई संपत्ति जल्द छूट जाएगी
लालकुर्ती पेठ में जूते की दुकान पर काम करने वाला शाहिद बेग और पत्नी निशा बेग, बेटे मेरब (10) और बेटी कोनेन (6) के साथ रहता है। मेरब सेंट जॉन्स स्कूल में तीसरी कक्षा की छात्रा थी और कोनेन सेंट जॉन्स गर्ल्स स्कूल में दूसरी कक्षा की छात्रा थी। बुधवार शाम साढ़े सात बजे से दोनों भाई-बहन लापता हो गए थे।
वारदात का घटनाक्रम भयावह है
खैरनगर के मेरब और कोनेन की हत्या की घटना बेहद ही खौफनाक है। घटना वाले दिन बुधवार शाम साढ़े छह बजे शहीद बेग की पत्नी निशा, प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद, पड़ोसी मुसर्रत (54) व कौसर (58) शाहिद बेग के घर पर थे। मेरब घर के बाहर खेल रहा था, कोनेन बिस्तर पर लेटी हुई थी और निशा रसोई में थी। सऊद फैजी ने मासूम बच्ची को नशीला इंजेक्शन लगा दिया। मुसर्रत और कोसर ने उसके हाथ-पैर पकड़ लिए और सऊद ने लड़की के मुंह पर तकिया रखकर उसे मार डाला। मासूम बच्ची तड़पटी रही और मां निशा रसोई में खड़ी देखती रही। सऊद फैजी ने लड़की की लाश को कपड़े में लपेटा और पड़ोसी मुसर्रत के घर चला गया। फिर वह निशा के घर आया।
खैरनगर के मेरब और कोनेन की हत्या की घटना बेहद ही खौफनाक है। घटना वाले दिन बुधवार शाम साढ़े छह बजे शहीद बेग की पत्नी निशा, प्रेमी पूर्व पार्षद सऊद, पड़ोसी मुसर्रत (54) व कौसर (58) शाहिद बेग के घर पर थे। मेरब घर के बाहर खेल रहा था, कोनेन बिस्तर पर लेटी हुई थी और निशा रसोई में थी। सऊद फैजी ने मासूम बच्ची को नशीला इंजेक्शन लगा दिया। मुसर्रत और कोसर ने उसके हाथ-पैर पकड़ लिए और सऊद ने लड़की के मुंह पर तकिया रखकर उसे मार डाला। मासूम बच्ची तड़पटी रही और मां निशा रसोई में खड़ी देखती रही। सऊद फैजी ने लड़की की लाश को कपड़े में लपेटा और पड़ोसी मुसर्रत के घर चला गया। फिर वह निशा के घर आया।
बेटे मेरब को मारने से पहले पिता से मोबाइल पर बात करवाई थी
बच्ची की हत्या करने के बाद निशा, सऊद और दोनों महिलाओं ने साथ बैठकर चाय पी। चारों बातें करते रहे। मेरब शाम 7:20 बजे घर आया। वह मेरब को मारने की बात कर रहा था, तभी निशा के मोबाइल पर शाहिद का फोन आया। निशा फोन पर शाहिद से बेटे मेरब की बात करदी। उसने अपने पिता से टॉय ट्रेन लाने को कहा। उसके बाद सऊद फैजी मेरब को लेकर मुसर्रत के घर चला गया। पीछे मुसर्रत, कोसर भी आ गए। रात करीब 8 बजे सऊद ने जादूगर ओपी शर्मा का जादू दिखाने की बात कहकर इंजेक्शन उसे लगा दिया।
बच्ची की हत्या करने के बाद निशा, सऊद और दोनों महिलाओं ने साथ बैठकर चाय पी। चारों बातें करते रहे। मेरब शाम 7:20 बजे घर आया। वह मेरब को मारने की बात कर रहा था, तभी निशा के मोबाइल पर शाहिद का फोन आया। निशा फोन पर शाहिद से बेटे मेरब की बात करदी। उसने अपने पिता से टॉय ट्रेन लाने को कहा। उसके बाद सऊद फैजी मेरब को लेकर मुसर्रत के घर चला गया। पीछे मुसर्रत, कोसर भी आ गए। रात करीब 8 बजे सऊद ने जादूगर ओपी शर्मा का जादू दिखाने की बात कहकर इंजेक्शन उसे लगा दिया।
पड़ोसन मुसर्रत और कोसर ने मेरब की हत्या में पूरा साथ दिया
मुसर्रत और कोसर ने मेरब के हाथ-पैर पकड़ लिए और सउद फैजी ने तकिए से उसका चेहरा दबाकर उसकी हत्या कर दी। चारों ने मिलकर बच्चों के शवों को दो बॉक्स में रख दिया। सऊद ने फोन पर आरिफ और साद को फोन किया। आरिफ और साद ने शव वाले दोनों बॉक्स कार की डिक्की में रख दिए। सरधना के अतरेना गंगनहर के पुल पर पहुंचे और दोनों कार्टूनों से शवों को निकाल कर नहर में फेंक दिया। इसके बाद घर आ गए।
मुसर्रत और कोसर ने मेरब के हाथ-पैर पकड़ लिए और सउद फैजी ने तकिए से उसका चेहरा दबाकर उसकी हत्या कर दी। चारों ने मिलकर बच्चों के शवों को दो बॉक्स में रख दिया। सऊद ने फोन पर आरिफ और साद को फोन किया। आरिफ और साद ने शव वाले दोनों बॉक्स कार की डिक्की में रख दिए। सरधना के अतरेना गंगनहर के पुल पर पहुंचे और दोनों कार्टूनों से शवों को निकाल कर नहर में फेंक दिया। इसके बाद घर आ गए।
हत्या से पहले मासूम बच्चों के हाथ-पैर बांधकर पलंग के अंदर रखे गए थे।
पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि इस घटना में हत्या से पहले सऊद फैजी और निशा ने दोनों बच्चों के हाथ-पैर बांधकर पलंग के बॉक्स में डाल दिए थे, हालत बिगड़ने पर दोनों को बाहर निकालकर नशीला इंजेक्शन लगाया। बाद में उसकी गला दबा कर हत्या कर दी गयी। इतना ही नहीं पूर्व पार्षद ने बच्चों के शवों को गंगा नहर में फेंकने के लिए शव को अपनी कार की डिक्की में रख कर गंगनहर भोला की झाल ले गया था।
पुलिस पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि इस घटना में हत्या से पहले सऊद फैजी और निशा ने दोनों बच्चों के हाथ-पैर बांधकर पलंग के बॉक्स में डाल दिए थे, हालत बिगड़ने पर दोनों को बाहर निकालकर नशीला इंजेक्शन लगाया। बाद में उसकी गला दबा कर हत्या कर दी गयी। इतना ही नहीं पूर्व पार्षद ने बच्चों के शवों को गंगा नहर में फेंकने के लिए शव को अपनी कार की डिक्की में रख कर गंगनहर भोला की झाल ले गया था।
ऐसे खुला ये डबल मर्डर
शाहिद बेग बुधवार साढ़े आठ बजे लालकुर्ती से घर वापस लौटा। घर आकर शाहिद ने निशा से पूछा कि बच्चे कहां हैं। निशा ने कहा पड़ोस में घूमने गए होंगे, थोड़ी देर में वापस आ जायेंगे। 10 बजे तक जब बच्चे नहीं आए तो शाहिद ने उनकी तलाश शुरू की। पुलिस को सूचना दी। गुरुवार सुबह पुलिस ने निशा समेत कई लोगों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकाली। निशा के पूर्व पार्षद सऊद से लंबी बातचीत हुई। सीसीटीवी कैमरे में बच्चे गली से बाहर जाते भी नहीं दिखे। आरिफ और साद को कार में दो बॉक्स रखते हुए देखा। दोनों को थाने बुलाकर पूछताछ की। दोनों की बातों में विरोधाभास था। पुलिस ने रात में पड़ोस की दो महिलाओं और निशा को उठाया। सख्ती से पूछताछ की तो डबल मर्डर की परतें खुलती चली गईं।
शाहिद बेग बुधवार साढ़े आठ बजे लालकुर्ती से घर वापस लौटा। घर आकर शाहिद ने निशा से पूछा कि बच्चे कहां हैं। निशा ने कहा पड़ोस में घूमने गए होंगे, थोड़ी देर में वापस आ जायेंगे। 10 बजे तक जब बच्चे नहीं आए तो शाहिद ने उनकी तलाश शुरू की। पुलिस को सूचना दी। गुरुवार सुबह पुलिस ने निशा समेत कई लोगों के मोबाइल नंबरों की सीडीआर निकाली। निशा के पूर्व पार्षद सऊद से लंबी बातचीत हुई। सीसीटीवी कैमरे में बच्चे गली से बाहर जाते भी नहीं दिखे। आरिफ और साद को कार में दो बॉक्स रखते हुए देखा। दोनों को थाने बुलाकर पूछताछ की। दोनों की बातों में विरोधाभास था। पुलिस ने रात में पड़ोस की दो महिलाओं और निशा को उठाया। सख्ती से पूछताछ की तो डबल मर्डर की परतें खुलती चली गईं।
तंत्र मंत्र भी सामने आया
खैरनगर में मेरब और कोनेन की हत्या के पीछे तंत्र-मंत्र और प्रेम प्रसंग की कहानी सामने आई। जिसमें पांच परिवार (शाहिद-निशा, सऊद, मुसर्रत, कोसर और आरिफ) उजड़ गए। निशा के तीन बच्चों की दस साल पहले मौत हो गई थी।
खैरनगर में मेरब और कोनेन की हत्या के पीछे तंत्र-मंत्र और प्रेम प्रसंग की कहानी सामने आई। जिसमें पांच परिवार (शाहिद-निशा, सऊद, मुसर्रत, कोसर और आरिफ) उजड़ गए। निशा के तीन बच्चों की दस साल पहले मौत हो गई थी।
एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि पूर्व में मासूमों की मौत कैसे हुई, इसकी भी जांच की जाएगी। इस संबंध में पुलिस ने निशा से तीन घंटे तक पूछताछ की। निशा कई सालों से तंत्र-मंत्र का काम कर रही हैं। इसकी जानकारी आसपास के लोगों को भी है। मुसर्रत और कोसर समेत कई औरतों को निशा की बातों पर पूरा भरोसा था। जिससे निशा के बच्चों की हत्या में पांच परिवार बर्बाद हो गए हैं।
इंजेक्शन खैरनगर से ही खरीदें
सऊद ने खैरनगर से ही नशे के दो इंजेक्शन खरीदे थे। पुलिस ने दोनों इंजेक्शन के रैपर और सीरिंज बरामद किए हैं। सीओ कोतवाली अमित राय का कहना है कि ये इंजेक्शन एलर्जी के हैं, जिससे नशा हो जाता है। पुलिस ने सऊद से इंजेक्शन के बारे में पूछा। उसने बताया है कि मसर्रत ने हत्या से पहले दोनों बच्चों को इंजेक्शन लगाने की सलाह दी थी।
सऊद ने खैरनगर से ही नशे के दो इंजेक्शन खरीदे थे। पुलिस ने दोनों इंजेक्शन के रैपर और सीरिंज बरामद किए हैं। सीओ कोतवाली अमित राय का कहना है कि ये इंजेक्शन एलर्जी के हैं, जिससे नशा हो जाता है। पुलिस ने सऊद से इंजेक्शन के बारे में पूछा। उसने बताया है कि मसर्रत ने हत्या से पहले दोनों बच्चों को इंजेक्शन लगाने की सलाह दी थी।