महाराष्ट्र में जीका वायरस के 6 केस आए सामने, स्वास्थ्य मंत्रालय हुआ सतर्क, सभी राज्यों को जारी की एडवाइजरी

महाराष्ट्र के पुणे में जीका वायरस के मामले सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर है। डॉक्टर सभी संक्रमित मरीजों के स्वास्थ्य पर नज़र रख रहे हैं। मरीजों में शरीर पर लाल धब्बे, बुखार और मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण देखे गए हैं। उनका इलाज किया जा रहा है।
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ZIKA VIRUS
महाराष्ट्र में जीका वायरस के मामले सामने आने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड पर आ गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को सभी राज्यों के लिए एडवाइजरी जारी की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की जांच करने को कहा है। साथ ही जीका पॉजिटिव पाई गई गर्भवती महिलाओं के भ्रूण के विकास की निरंतर निगरानी करते रहें। स्वास्थ्य सुविधाओं और अस्पतालों को परिसर को एडीज मच्छरों से मुक्त रखने के लिए निगरानी और कार्रवाई करने के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करने का निर्देश दिया गया है।READ ALSO:-UP : हाथरस में 121 मौतों के जिम्मेदार कौन? 'भोले बाबा' का पहली FIR में नाम नहीं, मुख्य सेवादार नामजद

 

स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एरंडवाने में जीका वायरस के संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। यहां 46 वर्षीय डॉक्टर की रिपोर्ट जीका पॉजिटिव आई है। वहीं डॉक्टर की 15 वर्षीय बेटी भी संक्रमित पाई गई है। साथ ही मुंढवा से भी दो मामले सामने आए हैं, जिनमें 47 वर्षीय महिला और 22 वर्षीय युवक शामिल हैं। इनमें दो गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। इसकी जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। एक अधिकारी ने बताया कि पुणे के एरंडवाने और मुंधवा में जांच के दौरान 6 मरीजों में जीका वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।

 


राज्यों को क्या सलाह दी गई है
स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में राज्यों को आवासीय क्षेत्रों, कार्यस्थलों, स्कूलों, निर्माण स्थलों, संस्थानों और स्वास्थ्य सुविधाओं में कीट विज्ञान निगरानी को मजबूत करने और वेक्टर नियंत्रण गतिविधियों को तेज करने की सलाह दी गई है। मालूम हो कि 1 जुलाई को पुणे में दो गर्भवती महिलाओं समेत छह लोग जीका वायरस से संक्रमित पाए गए थे। शहर के एरंडवाने इलाके में चार और मुंधवा इलाके में दो मामले सामने आए थे।

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जीका वायरस कैसे फैलता है?
यह वायरस संक्रमित एडीज मच्छर के काटने से फैलता है, जो डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रमण फैलाने के लिए जिम्मेदार है। इस वायरस की पहचान सबसे पहले 1947 में युगांडा में हुई थी। गर्भवती महिलाओं में जीका वायरस भ्रूण में माइक्रोसेफली (एक ऐसी स्थिति जिसमें असामान्य मस्तिष्क विकास के कारण सिर बहुत छोटा हो जाता है) का कारण बन सकता है।
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