भारत के लिए Good News: तीसरी देसी कोरोना वैक्सीन समेत इन टीकों को मिली मंजूरी
स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने ट्वीट किया कि कॉर्बेवैक्स भारत में बना पहला 'आरबीडी प्रोटीन सब-यूनिट वैक्सीन' है। इसे हैदराबाद की फर्म बायोलॉजिकल-ई ने तैयार किया है। उन्होंने कहा कि यह हैट्रिक है। भारत में अब तक कोरोना की तीन वैक्सीन बन चुकी हैं। भारत में बनने वाले दो अन्य टीकों में भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) कोवीशील्ड शामिल हैं।Read Also:-कोरोना न्यू वैरिएंट ओमिक्रॉन: देश में एक दिन में मिले 135 मरीज, 25 दिन पहले सिर्फ 2 केवल केस थे,अब हुए 687
Congratulations India 🇮🇳
— Dr Mansukh Mandaviya (@mansukhmandviya) December 28, 2021
Further strengthening the fight against COVID-19, CDSCO, @MoHFW_INDIA has given 3 approvals in a single day for:
- CORBEVAX vaccine
- COVOVAX vaccine
- Anti-viral drug Molnupiravir
For restricted use in emergency situation. (1/5)
'हमारा फार्मा उद्योग दुनिया के लिए एक संपत्ति है'
मंडाविया ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे आकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व किया है। इन सभी मंजूरियों से कोरोना महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को और मजबूती मिलेगी। हमारा फार्मा उद्योग दुनिया के लिए एक संपत्ति है। सर्वे भवन्तु सुख सेवा सन्तु निर्मयः।Read Also:-कोविड -19 टीकाकरण: 15-18 साल के बच्चों को मिलेगी कोवैक्सीन, बूस्टर डोज के लिए 9 महीने का गैप आवश्यक, पढ़ें गाइडलाइंस
कोरोना के गंभीर मरीजों पर होगा मोलनुपिराविर का प्रयोग
नैनोपार्टिकल वैक्सीन Covavax का निर्माण पुणे स्थित SII द्वारा किया जाएगा। वहीं, 13 कंपनियां देश में एंटी-वायरल दवा मोलनुपिराविर बनाएगी। कोविड के गंभीर वयस्क रोगियों में आपात स्थिति में इस दवा का उपयोग किया जाएगा।
देश में अब तक आपातकालीन उपयोग के लिए 8 टीकों को मंजूरी दी जा चुकी है।
दवा नियामक द्वारा अब तक भारत में कोरोना के 8 टीकों को आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दी जा चुकी है। इनमें CoveShield, Covaccine, ZyCoV-D, Sputnik V, Moderna, Johnson & Johnson, Corbevax और Covovax शामिल हैं।
देश में अभी कोरोना के 75,456 एक्टिव केस हैं
बीते दिन देश में कोरोना के 6,358 नए मामले मिले और 6,450 मरीज ठीक हुए। रिकवरी रेट 98.40% हो गया है। पिछले 24 घंटों में 293 संक्रमितों की मौत हुई, जिससे मरने वालों की कुल संख्या 4.80 लाख हो गई। देश में अभी भी 75,456 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है. ज्ञात हो कि अब तक 3.47 करोड़ कोरोना केस मिल चुके हैं।