Farmers Protest : किसानों ने खारिज किया केंद्र सरकार का प्रस्ताव, 23 फसलों पर MSP की मांग दोहराई, 21 फरवरी को करेंगे दिल्ली कूच

एसकेएम (SKM) ने कहा कि व्यापक सार्वजनिक क्षेत्र की फसल बीमा योजना और 60 साल से अधिक उम्र के किसानों के लिए 10,000 रुपये की मासिक पेंशन जैसी मांगों पर भी कोई प्रगति नहीं हुई है। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के मामले में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी पर मुकदमा चलाने की मांग का भी समाधान नहीं हुआ है। 
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FARMERS
किसानों और केंद्र सरकार के बीच चौथे दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही। केंद्र सरकार के प्रस्ताव पर विचार करने का आश्वासन देने वाले किसान नेताओं ने 24 घंटे के भीतर केंद्र सरकार के सभी प्रस्तावों को खारिज कर दिया। किसान नेताओं का दावा है कि सरकार की ओर से दिए गए प्रस्ताव में कुछ भी नहीं है। किसानों ने एक बार फिर ऐलान किया कि वे 21 फरवरी को सुबह 11 बजे दिल्ली कूच करेंगे। READ ALSO:-चंडीगढ़ मेयर चुनाव: आप मतपत्र पर क्रॉस मार्क क्यों लगा रहे थे? सुप्रीम कोर्ट का रिटर्निंग ऑफिसर अनिल मसीह से सवाल

 

मीडिया से बात करते हुए किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि दोनों मंचों पर चर्चा के बाद यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार से आने वाले मंत्री ने कहा था कि अगर सरकार दालों पर एमएसपी (MSP) देगी तो 1.5 लाख करोड़ रुपये का खर्च आएगा, जबकि कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि अगर सभी फसलों पर एमएसपी (MSP) दे दी जाए 1 लाख 75 हजार करोड़ रुपये में  काम चल जाएगा। सरकार इतनी मात्रा में पाम तेल का आयात करती है।

 


सरकार 23 फसलों पर एमएसपी (MSP) की कानूनी गारंटी दे
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने कहा कि हमने प्रस्ताव को समझने में समय लिया ताकि कोई यह न कहे कि हमने सरकार की बात नहीं मानी। मुझे लगता है सरकार की मंशा ठीक नहीं है। हमारी मांग है कि सरकार 23 फसलों पर एमएसपी (MSP) की कानूनी गारंटी दे। इसके अलावा सरकार को यह भी बताना चाहिए कि उसने कर्जमाफी के बारे में क्या सोचा है। पंधेर ने दावा किया कि सरकार आंदोलन को लेकर गंभीर नहीं है, बैठक में सरकारी प्रतिनिधियों का देर से आना इसका सबूत है। 

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बाहर आकर बैठक में दिये गये प्रस्ताव से मुकर गये
किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने दावा किया कि बैठक में हमारे सामने जो प्रस्ताव रखे गए थे, बाहर आते ही मंत्री उससे मुकर गए। बैठक में कहा गया कि देशभर में 5 फसलों की खरीद एमएसपी (MSP) पर की जाएगी, लेकिन बाहर आने के बाद मंत्री ने कुछ और कहा, इसलिए हमने प्रस्ताव का अध्ययन किया और इसे खारिज कर दिया। अब किसान 21 फरवरी को दिल्ली कूच करेंगे। 

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सरकार शांतिपूर्ण प्रदर्शन खराब करना चाहती है
किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने कहा कि हम शांतिपूर्वक विरोध करने वाले लोग हैं, सरकार चाहती है कि विरोध हिंसक और खराब हो। हमें दिल्ली जाने की अनुमति दी जानी चाहिए और विरोध करने के लिए जगह दी जानी चाहिए।' सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि हमारे बैरिकेड तोड़कर दिल्ली जाने का सवाल ही नहीं उठता, हम अपनी मांगें मनवाने आए हैं। हम अपना बचाव भी करेंगे। जो जवान हमें रोक रहे हैं वे भी हमारे हैं।, अगर सरकार हमें मजबूर करेगी तो जनता तय करेगी कि ऐसी सरकार दोबारा आनी चाहिए या नहीं। 
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