दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: 15 फरवरी यानि आज से उठा सकेंगे रफ्तार का रोमांच, गुरुग्राम से पिंक सिटी जयपुर तक सिर्फ ढाई घंटे का सफर

 भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने 228 किलोमीटर लंबे मार्ग पर वाहनों की आवाजाही शुरू करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
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आखिर वो दिन आ ही गया, जिसका मार्च 2019 से इंतजार किया जा रहा है। देश के सबसे लंबे और खूबसूरत दिल्ली-वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे पर कल से सफर का सपना पूरा हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के सोहना से दौसा-लालसोट (Barkapara) खंड पर कल से वाहन चालक रफ्तार के रोमांच का आनंद उठा सकेंगे। अब 120 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से गुरुग्राम से पिंक सिटी जयपुर महज ढाई घंटे में ही पहुंच सकेंगे।Read Also:-एक और श्रद्धा जैसा हत्याकांड, मोबाइल वायर से घोंटा गला, 72 घंटों तक फ्रिज में रखा शव, फिर उसी दिन की दूसरी लड़की से शादी

 

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इसके 228 किलोमीटर हिस्से में कल से वाहनों की आवाजाही शुरू करने की सभी तैयारियां मुकम्मल कर ली हैं। गुरुग्राम के अलीपुर से जयपुर जाने के लिए दौसा से आठ किलोमीटर पहले भंडारराज से निकास लेना होगा। 181 किलोमीटर की दूरी पर भंडारराज से आगरा हाईवे के रास्ते जयपुर पहुंच सकेंगे। इस पर कार की गति 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है। 181 किलोमीटर की दूसरी वाहन सवार डेढ़ घंटे में तय कर सकेगा। यहां से जयपुर की दूरी 70 किलोमीटर है। कम ट्रैफिक के दबाव वाले आगरा-जयपुर हाईवे से वाहन चालक एक घंटे से भी कम समय में सफर कर सकेगा।

 

जयपुर के साथ अलवर-भरतपुर की आवाजाही होगी आसान
इस एक्सप्रेसवे पर वाहनों की आवाजाही शुरू होने से जयपुर के साथ ही अलवर, भरतपुर सहित राजस्थान के बड़े हिस्से में आवाजाही आसान हो जाएगी। गुरुग्राम से अलवर जाने के लिए इस पर 129 किलोमीटर का सफर करना होगा। अलवर तक अब सवा घंटे में पहुंच सकेंगे। भरतपुर जाने के लिए पिनान से निकास लेकर भरतपुर जाया जा सकेगा। गुरुग्राम के साथ मेवात (Nuh District) के लोगों को इसका बड़ा फायदा होने वाला है। अलवर और भरतपुर में मेवात के लोगों की आवाजाही लगी रहती है। अभी तक नूंह से भरतपुर जाने के लिए परेशानियों भरे सफर से गुजरना पड़ता था। अलवर जाने के लिए लोगों को समय ज्यादा बर्बाद करना पड़ता था। मेवात की बड़ी आबादी की रिश्तेदारियां अलवर और भरतपुर जिले में हैं। दिल्ली-गुरुग्राम से अलवर भरतपुर जाने वालों की खासी संख्या हैं। इन लोगों को भी अब राहत मिलेगी।

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इस एक्सप्रेसवे पर जो प्रतिबंध लगाए हैं, एनएचएआई सफर शुरू करते ही उनकी कड़ी निगरानी करेगा। प्रवेश केंद्रों पर सुरक्षाकर्मी तैनात किए जा रहे हैं। इसके लोकार्पण के बाद से लोग इस पर बाइक राइड का आनंद ले रहे हैं। एक तरह से इसे सेल्फी प्वाइंट बना लिया है। इस पर दोपहिया, तीन पहिया, बैल गाड़ी, जुगाड़ प्रतिबंधित हैं। इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे पर बिना किसी खास वजह के रुकने पर रोक रहेगी। अगर ऐसा किया तो स्वत: ही चालान की व्यवस्था की गई है।

 

इस एक्सप्रेसवे पर हर 50 किलोमीटर पर वाहन चालकों के लिए आरामगाह (Rest Area) बनाया गया है। यहां वाहन चालकों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी। एक्सप्रेसवे पर सफर करने वालों की मस्ती-मनोरंजन और खान-पान के साथ दूसरी तमाम सुख सुविधाओं का पूरा ख्याल रखा गया है। पेट्रोल पंप, एटीएम, होटल, खुदरा दुकानें, फूड कोर्ट साथ बच्चों के लिए झूलों की भी सुविधाएं होगी।

 

दिल्ली और एनसीआर के शहरों से कैसे पहुंचे  
दिल्ली और एनसीआर के शहर गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद से एक्सप्रेसवे की सीधी कनेक्टिविटी दी जा रही है। दिल्ली से आने वाले डीएनडी से जैतपुर, बल्लभगढ़ होते हुए सोहना पहुंचकर इस एक्सप्रेसवे पर आ सकते हैं। फरीदाबाद से इसका कनेक्ट करने के लिए 25 किलोमीटर लंबा रिंग रोड बनाया गया है। नोएडा में डीएनडी फ्लाईओवर से शुरू होकर कालिंदी कुंज, फरीदाबाद होते मंडकौला गांव के पास दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ा जा सकेगा।

 


बुधवार से इस पर वाहनों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। कुछ तैयारियां करने में थोड़ा समय लग गया, जिस कारण 15 से पहले सफर शुरू करने में परेशानी हो रही थी। अब तमाम बाधाएं दूर कर ली गई है। टोल दरें भी जारी कर दी गई हैं। -मुदित गर्ग, परियोजना निदेशक, एनएचएआई

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